
रेल हादसे को लेकर सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक पोस्ट करने वालों पर होगी कार्रवाई
नई दिल्ली । ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम तीन ट्रेनें दुर्घटनाग्रस्त हो गईं। इस भयानक रेल हादसे में 261 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं, 900 से ज्यादा लोग घायल हैं। इस हादसे के बाद लोगों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मेंस पर अपनी अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दी है। वहीं, कुछ लोग सोशल मीडिया पर इस हादसे को ‘सांप्रदायिक रंग’ देने की कोशिश में जुटे हैं। इस हादसे पर कई लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट भी साझा किए जा रहे हैं। इस रेल हादसे को लेकर किए जा रहे साप्रंदायिक और हिंसक पोस्ट पर लगाम लगाने के लिए ओडिशा पुलिस ने कमर कस ली है।
साप्रंदायिक पोस्ट करने वालों पर होगी कार्रवाई: ओडिशा पुलिस
ओडिशा पुलिस ने चेतावनी दी है कि उन लोगों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी जो इस हादसे से जुड़ी साप्रंदायिक और हिंसक पोस्ट को सोशल मीडिया पर शेयर करेंगे। पुलिस ने लोगों से झूठे और दुर्भावनापूर्ण पोस्ट फैलाने से रोकने का आग्रह किया है। पुलिस ने आगे कहा कि ओडिशा में जीआरपी द्वारा दुर्घटना के कारणों और अन्य सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। ओडिशा पुलिस ने आगे कहा,”हम सभी संबंधितों से अपील करते हैं कि वे इस तरह के झूठे और दुर्भावनापूर्ण पोस्ट को प्रसारित करने से बचें। अफवाह फैलाकर साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सोशल मीडिया पर किए जा रहे हैं आपत्तिजनक पोस्ट
बता दें कि सोशल मीडिया पर कुछ ट्रेन हादसे स्थल की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें यह दावा किया गया है कि दुर्घटना स्थल के पास मस्जिद है। द रैंडम इंडियन (@randomsena) नाम के एक ट्विटर यूजर ने ड्रोन द्वारा खींची गई एक तस्वीर साझा की, जिसमें ऐसा लगता है कि दुर्घटना स्थल के नजदीक एक मस्जिद है। इस पोस्ट को शेयर करते हुए यूजर ने लिखा, जस्ट सेइंग, यस्टरडे वाज फ्राइडे यानी इसका हिंदी में मतलब है कि मैं बस इतना कहना चाहूंगा कि कल शुक्रवार था।(वीएनएस)