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STPI की स्थापना पर हुआ वेबिनार,जुटे आईटी क्षेत्र के दिग्गज

नई दिल्ली । इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) की स्वायत्त संस्था सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (एसटीपीआई) ने 05 जून 2020 को अपना 29वां स्थापना दिवस मनाया। इस एक दिवसीय वेबिनार में तीन विषयों ‘रोल ऑफ गवर्नमेंट इन ड्राइविंग इनोवेशन एंड प्रोडक्ट डेवलपमेंट’, ‘रीक्रिसनिंग द नैरेटिव्स ऑफ इंडियन आईटी इंडस्ट्री’ और ‘ इंडिया अहेड विद ट्रैन्स्फर्मैशनल आइडियाज़, डिस्रप्टिव इनोवेशंस एंड पूल ऑफ टैलंट’ पर आयोजित सत्र का लाइव प्रसारण किया गया। इसमें सरकार, उद्योग, शिक्षण और उद्योग संघों के विशेषज्ञों और विचारकों ने शिरकत कर विचारों का आदान-प्रदान किया।

संसद सदस्य व कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी, कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफसोशल साइंस, केआईआईटी इंटरनेशनल स्कूल और कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के संस्थापक अच्युत सामंत, MeitY के सचिव अजय प्रकाश साहनी, और MeitY की विशेष सचिव और वित्तीय सलाहकार  ज्योति अरोड़ा, , MeitY के अतिरिक्त सचिव डॉ. राजेंद्र कुमार, एसटीपीआई के महानिदेशक डॉ. ओंकार राय, तेलंगाना सरकार के उद्योग और वाणिज्य (आई एंड सी) एवं सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) विभाग के प्रमुख सचिव  जयेश रंजन, , MeitY के संयुक्त सचिव राजीव कुमार, ओडिशा सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी विभाग के सचिव  मनोज कुमार मिश्रा, , डब्ल्यूएनएस ग्लोबल सर्विसेज के ग्रुप सीईओ व नैसकॉम के पूर्व अध्यक्ष  केशव आर मुरुगेश, एचसीएल के संस्थापक सदस्य और वर्तमान में आईआईटी पटना में बोर्ड ऑफ गवर्नर के चेयरमैन व आईआईआईटी नया रायपुर के चेयरमैन  अजय चौधरी, नैसकॉम की अध्यक्ष  देबजानी घोष, इंटेल इंडिया की कंट्री हेड  निवृति राय, ओडिशा स्किल डेवलपमेंट अथॉरिटी, ओडिशा सरकार के अध्यक्ष सुब्रतो बागची, तमिलनाडु सरकार में ई-गवर्नेंस आयुक्त और तमिलनाडु ई-गवर्नेंस एजेंसी (TNeGA) के सीईओ संतोष कुमार मिश्रा, कैडंस डिजाइन सिस्टम्स इन इंडिया के कॉर्पोरेट उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक जसविंदर आहूजा, टेक्नीकलर के कंट्री हेड  बीरेन घोष, साइबरमीडिया के चेयरमैन  प्रदीप गुप्ता, सीरियल एंटरप्रेन्योर व बिगबास्केट, पोर्टल मेडिकल, ट्यूटरविस्टा, होमलैंड, हाउसजॉय के प्रमोटर  के. गणेश, नाऊफ्लोट्स के सह-संस्थापक व डिजिटल देश के संस्थापक  जसमिंदर सिंह गुलाटी, फ्यूचरस्किल्स के को-आर्किटेक्ट एवं नैसकॉम आईटी/आईटीईएस एसएससी के सीईओ  अमित अग्रवाल, एसटीपीआई के वरिष्ठ निदेशक  देवेश त्यागी, एसटीपीआई-नोएडा के निदेशक रजनीश अग्रवाल, एसटीपीआई-बेंगलुरु के निदेशक  शैलेन्द्र त्यागी, एसटीपीआई-मुख्यालय के निदेशक  सुबोध सचान ने हिस्सा लिया और अपनी बात रखी।

उद्घाटन संबोधन में MeitY के सचिव अजय प्रकाश साहनी ने एसटीपीआई की यात्रा और उसके उतार-चढ़ाव के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि, “एसटीपीआई का डिजाइन सफल होने और उद्योग को सफल बनाने में मदद करने के लिए किया गया है और दोनों साथ साथ चलते हैं। हाल के दिनों में हमारे द्वारा सामने लाए गए कई बेहतरीन योजनाओं को लागू करने में एसटीपीआई हमारा साथी रहा है। यह न केवल शहरों में बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग (बीपीओ) उद्योग के विकास में सहायक रहा है। स्वास्थ्य, कृषि, शिक्षा जैसे क्षेत्रों में ई-गवर्नेंस और डिजिटल विस्तार भारत के लिए बहुत बड़े अवसर प्रदान करते हैं। यह आगामी दशक के लिए एसटीपीआई की भूमिका को फिर से परिभाषित करने का समय है।”

स्वागत संबोधन में एसटीपीआई के महानिदेशक डॉ. ओंकार राय ने कहा कि, “एक सॉफ्टवेयर-ड्रिवेन राष्ट्र के भारत के सपने को साकार करने के लिए एसटीपीआई का गठन किया गया था। वर्ष 1989 में 3 केंद्रों से शुरू हुआ एसटीपीआई का सफर आज 60 केंद्रों तक पहुंच गया है जिसमें 52 केंद्र टीयर-2 और 3 शहरों में बने हैं। इसने विभिन्न पहलों के माध्यम से आईटी उद्योग को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और भारत के सपने को साकार करने के लिए केंद्र सरकार और विभिन्न राज्य सरकारों के साथ सक्रिय रूप से काम कर रहा है। हम भारत में एक अभिनव और प्रौद्योगिकी-सक्षम स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उभरती प्रौद्योगिकियों में 21 सेंटर्स ऑफ एक्सलंस (सीओई) स्थापित करने की पहल, स्टार्टअप द्वारा नवाचार और उत्पाद विकास को और अधिक उत्प्रेरित करेगी।”

सत्र में शिरकत करने वाले गणमान्य लोगों ने डिजिटल परिवर्तन की दिशा में देश की प्रगति, तेजी से बदलते आईटी परिदृश्य के बीच भारतीय कार्यबल को बढ़ाने की जरूरत और उभरती प्रौद्योगिकियों में निवेश करने की आवश्यकता पर जोर दिया। इनमें नैसकॉम की अध्यक्ष  देबजानी घोष, मिंडट्री लिमिटेड के सह-संस्थापक और ओडिशा स्किल डेवलपमेंट अथॉरिटी, ओडिशा सरकार के अध्यक्ष सुब्रतो बागची और MeitY की विशेष सचिव और वित्तीय सलाहकार  ज्योति अरोड़ा शामिल रहीं। सत्र में वर्ष 1991 में स्थापना के बाद से एसटीपीआई की यात्रा के बारे में भी बातचीत की गई। एसटीपीआई के वरिष्ठ निदेशक  देवेश त्यागी ने धन्यवाद ज्ञापन कर सत्र का समापन किया।

‘रोल ऑफ गवर्नमेंट इन ड्राइविंग इनोवेशन एंड प्रोडक्ट डेवलपमेंट’ नामक सत्र में तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने के लिए सरकार की भूमिका पर एक समृद्ध चर्चा हुई। तमिलनाडु सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव  हंस राज वर्मा, MeitY के अतिरिक्त सचिव डॉ. राजेंद्र कुमार, एसटीपीआई के महानिदेशक डॉ. ओंकार राय, तेलंगाना सरकार के उद्योग और वाणिज्य (आई एंड सी) एवं सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) विभाग के प्रमुख सचिव श्री जयेश रंजन, ओडिशा सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी विभाग के सचिव  मनोज कुमार मिश्रा, डब्ल्यूएनएस ग्लोबल सर्विसेज के ग्रुप सीईओ व नैसकॉम के पूर्व अध्यक्ष केशव आर मुरुगेश ने सत्र में हिस्सा लिया। सत्र का संचालन एसटीपीआई-नोएडा के निदेशक  रजनीश अग्रवाल द्वारा किया गया था।

‘रीक्रिसनिंग द नैरेटिव्स ऑफ इंडियन आईटी इंडस्ट्री’ नामक दूसरे सत्र का संचालन एसटीपीआई-मुख्यालय के निदेशक  सुबोध सचान द्वारा किया गया। इस सत्र में भारत में आईटी परिदृश्य को विस्तार देने में उभरती प्रौद्योगिकियों के महत्व पर चर्चा की गई। इस सत्र में एचसीएल के संस्थापक सदस्य और वर्तमान में आईआईटी पटना में बोर्ड ऑफ गवर्नर के चेयरमैन व आईआईआईटी नया रायपुर के चेयरमैन  अजय चौधरी, परसिसटेंट सिस्टम के संस्थापक और अध्यक्ष  आनंद देशपांडे, इंटेल इंडिया की कंट्री हेड  निवृति राय, तमिलनाडु सरकार में ई-गवर्नेंस आयुक्त और तमिलनाडु ई-गवर्नेंस एजेंसी (TNeGA) के सीईओ  संतोष कुमार मिश्रा, MeitY के संयुक्त सचिव  सौरभ गौड़, कैडंस डिजाइन सिस्टम्स इन इंडिया के कॉर्पोरेट उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक  जसविंदर आहूजा और टेक्नीकलर के कंट्री हेड बीरेन घोष ने शिरकत किया।
सम्मेलन का आखिरी सत्र ‘ इंडिया अहेड विद ट्रैन्स्फर्मैशनल आइडियाज़, डिस्रप्टिव इनोवेशंस एंड पूल ऑफ टैलंट’ नमक था जिसमें भारत में आईटी उद्योग के लिए आगे बढ़ने और नवाचार को विस्तार देने में कौशल और उद्यमिता की भूमिका पर चर्चा की गई। इस सत्र में  संसद सदस्य व कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी, कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफसोशल साइंस, केआईआईटी इंटरनेशनल स्कूल और कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के संस्थापक  अच्युत सामंत, MeitY के संयुक्त सचिव  राजीव कुमार, साइबरमीडिया के चेयरमैन  प्रदीप गुप्ता, सीरियल एंटरप्रेन्योर व बिगबास्केट, पोर्टल मेडिकल, ट्यूटरविस्टा, होमलैंड, हाउसजॉय के प्रमोटर  के. गणेश, नाऊफ्लोट्स के सह-संस्थापक व डिजिटल देश के संस्थापक  जसमिंदर सिंह गुलाटी और फ्यूचरस्किल्स के को-आर्किटेक्ट एवं नैसकॉम आईटी/आईटीईएस एसएससी के सीईओ  अमित अग्रवाल बतौर वक्ता हिस्सा लिया। सत्र का संचालन एसटीपीआई-बेंगलुरु के निदेशक  शैलेन्द्र त्यागी ने किया।
भारत में यूएस $ 191 बिलियन का आईटी उद्योग है जिसमें 18,000 से अधिक फर्म हैं जो सीधे 4.36 मिलियन कार्यबल का उपयोग करते हैं, जो कि सकल घरेलू उत्पाद का 8.0% है। भारत से सॉफ्टवेयर के निर्यात को प्रोत्साहित करने और बढ़ावा देने के लिए भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा वर्ष 1991 में सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (एसटीपीआई) की स्थापना की गई थी। एक नीति प्रवर्तक के रूप में, एसटीपीआई द्वारा टेक-ड्रिवेन इकोसिस्टम के निर्माण को मजबूती देने के लिए कई योजनाएं लागू की गई हैं। आईओटी, ब्लॉकचैन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ऑगमेंटेड और वर्चुअल रियलिटी जैसे उभरते प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में भारत के नेतृत्व का मजबूत करने के उद्देश्य से एसटीपीआई ने भारत भर में 21+ डोमेन-सेंट्रिक सेंटर्स ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) की स्थापना की है, जिससे टेक-ड्रिवेन स्टार्टअप इकोसिस्टम के निर्माण में काफी मदद मिलेगी।

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