नई दिल्ली । देश में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिटेन में होने वाले जी- 7 शिखर सम्मेलन में भाग नहीं लेंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इसकी जानकारी दी है। प्रवक्ता ने कहा कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन द्वारा पीएम मोदी को जी 7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रण की हम सराहना करते हैं। लेकिन देश में जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं ऐसी स्थिति में पीएम मोदी इस बैठक में भाग नहीं ले पाएंगे।
चार मई को दोनों नेताओं के बीच हुई थी वर्चुअल बैठक
बता दें कि इससे पहले 4 मई को दोनों नेताओं के बीच वर्चुअल बैठक हुई थी जिसमें कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई थी। इस दौरान रोडमैप 2030 भी लॉन्च किया गया, जो अगले 10 सालों में भारत-ब्रिटेन के सहयोग और व्यपार को मजबूती देने में मदद करेगा। ब्रिटिश पीएम ने माना कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा बाजार है। बैठक में दोनों नेताओं के बीच कारोबार को लेकर नए अवसर खोलना और भारत-ब्रिटेन के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) को लेकर चर्चा हुई।
रक्षा उपकरणों और रोजगार समेत पर इन मुद्दों पर हुई थी चर्चा
इस बैठक में रक्षा उपकरणों के सह-उत्पादन और सह-विकास पर चर्चा हुई थी। दोनों देशों ने इस क्षेत्र में एक दूसरे की मदद करने का भरोसा दिया है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी बयान के अनुसार इस व्यापार और निवेश से ब्रिटेन में 6,500 से अधिक रोजगार सृजित होंगे। इस पैकेज में ब्रिटेन में 53.3 करोड़ पौंड का नया भारतीय निवेश शामिल है। इससे स्वास्थ्य और प्रौद्योगिकी जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में 6,000 से अधिक रोजगार सृजित होने का अनुमान है।
जॉनसन का भी अप्रैल का दौरा हुआ था रद्द
बता दें कि जॉनसन को पिछले महीने भारत की यात्रा पर आना था लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण उनकी यात्रा टल गई थी। इससे पहले, जनवरी में भी, जॉनसन की गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेने के लिये भारत आने की योजना थी, लेकिन ब्रिटेन में महामारी फैलने के कारण यात्रा टल गई।