
मिशन शक्ति अभियान से बेटियों और महिलाओं में दिख रहा आत्मरक्षा का जज्बा
दुद्धी के आदिवासी इलाकों में हर वर्ग के बालिकाओं का खिल उठा बचपन
दुद्धी, सोनभद्र – प्रदेश सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए चलाये जा रहे मिशन शक्ति अभियान के तहत बेटियों को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण एवं स्किल ट्रेनिंग देकर आत्मनिर्भर बनाने का काम किया जा रहा है। उक्त बातें मंगलवार को दारुल उलूम कादरिया नूरिया अरबी महाविद्यालय बघाडू के प्राचार्य मुफ़्ती महमूद आलम ने मिशन शक्ति कार्यक्रम के तहत आयोजित गोष्ठी में मदरसे में तालीम हासिल कर रही छात्राओं को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रदेश में बड़े पैमाने पर ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। जिसमें महिलाओं को उनकी सेहत, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता के बारे में जागरूक किया जाता है। ग्रामीण इलाके की बेटियों और महिलाओं को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग देने के लिए कार्यशालाओं के आयोजन हो रहे हैं। सरकारी योजनाओं का लाभ महिलाओं तक पहुंचाकर सशक्त किया जा रहा है। निराश्रित महिला पेंशन योजना के जरिए महिलाओं को लाभ दिया गया। कन्या सुमंगला योजना के जरिए बेटियों तक सरकारी मदद पहुंचाई गई। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के जरिए बेटियों को लाभान्वित किया किये जाने का कार्य निर्वाध रूप से अमल में है। रानी लक्ष्मी बाई महिला एवं सम्मान कोष योजना के तहत करीब 5 हजार हिंसा पीड़िताओं की सहायता की गई।
सहायक अध्यापक कौनेन अली ने कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकारी और गैर सरकारी संगठन उनको रोजगार के नए अवसरों की जानकारी देकर जागरूक करने के काम में जुटे हैं। लघु व कुटीर उद्योग, जैविक खेती, मास्क, ड्रेस व डिजाइनर ज्वैलरी से जुड़े कामों के प्रशिक्षण उनको दिए जा रहे हैं। यूपी की हर महिला तक मिशन शक्ति के तहत चल रही योजनाओं का लाभ पहुंचाने का लक्ष्य है। महिलाओं और बालिकाओं की सोच में बदलाव हो, इसकी कोशिश पुरजोर जारी है। यूपी में गरीबी रेखा से नीचे का जीवनयापन कर रहे बच्चों के भविष्य को सुधारने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा शुरू किए गए मिशन शक्ति अभियान के तहत बालश्रम और भिक्षावृत्ति से जुड़े बच्चों को चिन्हित करने का कार्य शुरू किया गया है। यूपी के सभी जनपदों में गरीब बच्चों के बचपन को संवारने के लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है। बच्चों को सम्मान और सुरक्षा देने के लिए उनका प्राथमिक विद्यालयों में दाखिला कराने के साथ ही उनको आर्थिक तौर पर मदद कर सशक्त बनाया जा रहा है।
प्रदेश में गरीब बच्चों से जबरन बालश्रम व भिक्षावृत्ति कराए जाने के खिलाफ इस बड़ी मुहिम को प्रदेश भर में चलाया जा रहा है। जिससे एक ओर प्रदेश में बाल मजदूरी, बाल अपराधों के मामलों में गिरावट आ रही है वहीं दूसरी ओर दूसरे राज्यों में रोजगार के लिए पलायन करने वाले परिवारों की संख्यां में भी गिरावट आई है। इस अवसर पर हाफिज महमूद आलम, मौलाना जफरुद्दीन, मौलाना मंसूर आलम, मौलाना कमालुद्दीन, कारी मोहम्मद उस्मान, मोहम्मद सलाहुद्दीन, हाफिज सईद अनवर सहित भारी संख्या में अध्ययनरत छात्राएं व अभिभावक उपस्थित थे।