
नई दिल्ली : केंद्र सरकार के नए कृषि कानून के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है। इसे लेकर लगातार विपक्ष नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साध रहा है। कृषि कानून को लेकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि किसानों का मुद्दा गंभीर है। इसमें पाकिस्तान की भी दखल देखने को मिल रही है। इन सब को देखते हुए मैंने यह गुहार लगाई थी कि संसद का सत्र बुलाया जाए और किसानों के मुद्दों के ऊपर चर्चा कर हल निकाला जाए।
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि मुझे लगता है कि सरकार नहीं चाहती कि किसी भी हाल में सदन चले। सदन चलते ही किसानों के मुद्दे सामने आ जाएंगे। आपको बता दें कि सरकार ने कहा है कि कोरोना महामारी के कारण इस साल संसद का शीतकालीन सत्र नहीं होगा और इसके मद्देनजर अगले साल बजट सत्र की बैठक आहूत करना उपयुक्त रहेगा।
लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के संसद सत्र बुलाने के जवाब में केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सर्दियों का महीना कोरोना के प्रबंधन के लिए बहुत जरूरी है, क्योंकि इसी दौरान कोरोना के मामलों में तेजी दर्ज की गई है। खासकार दिल्ली में कोरोना के मामले बढ़ें हैं। अभी हम दिसंबर के मध्य में हैं, उम्मीद है कि कोरोना का टीका जल्द आ जाएगा।
जोशी ने कहा कि उन्होंने विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से संपर्क किया है और उन्होंने भी कोरोना महामारी के हालातों पर चिंता जताते हुए शीतकालीन सत्र से बचने की सलाह दी है। जोशी ने पत्र में लिखा कि सरकार संसद के आगामी सत्र की बैठक जल्द बुलाना चाहती है। कोरोना महामारी से पैदा हुई अभूतपूर्व स्थिति को ध्यान में रखते हुए बजट सत्र की बैठक 2021 की जनवरी में बुलाना उपयुक्त होगा।



