‘कांतारा: चैप्टर 1’की गूंज पूरे भारत में -ऋषभ शेट्टी ने मुंडेश्वरी मंदिर में लिया आशीर्वाद
होम्बले फिल्म्स की ‘कांतारा: चैप्टर 1’ देशभर में धूम मचा रही है। हर दिन के साथ इसकी लोकप्रियता बढ़ती जा रही है और दर्शक इसे खुले दिल से सराह रहे हैं। फिल्म की सफलता के बीच, निर्देशक और अभिनेता ऋषभ शेट्टी ने बिहार स्थित प्राचीन मुंडेश्वरी मंदिर में माता का आशीर्वाद लिया। 2 अक्टूबर को मल्टीलैंग्वेज रिलीज़ हुई यह फिल्म भारतीय संस्कृति, लोककथाओं और आस्था का अनोखा संगम पेश करती है। विजुअल, संगीत और भावनात्मक कहानी इसे भारतीय सिनेमा का एक नया अध्याय बनाते हैं।
- होम्बले फिल्म्स की यह महाकाव्य फिल्म बॉक्स ऑफिस पर इतिहास रच रही है, दर्शकों की आस्था और संस्कृति से गहरा जुड़ाव बना रही है।
होम्बले फिल्म्स की कांतारा: चैप्टर 1 लगातार सफलता के नए रिकॉर्ड बना रही है। हर गुजरते दिन के साथ इसकी लोकप्रियता और बढ़ती जा रही है। देशभर के दर्शकों से मिल रहे जबरदस्त प्यार और तारीफों के बीच, फिल्म बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन कर रही है और अपनी जगह एक बड़ी हिट के रूप में पक्की कर चुकी है।
फिल्म की लगातार चल रही जबरदस्त सफलता के बीच, ऋषभ शेट्टी दुनिया के सबसे पुराने मंदिर, मुंडेश्वरी मंदिर, पहुंचे। फिल्म को भारी सफलता मिल रही है, ऐसे में ऋषभ शेट्टी ने इस जबरदस्त रिस्पॉन्स के लिए भगवान का धन्यवाद अर्पित करने के लिए उनका आशीर्वाद लिया। उन्होंने माता मुंडेश्वरी का अभिषेक भी किया और मंदिर की आध्यात्मिक ऊर्जा को महसूस किया।
कांताराः चैप्टर 1 होम्बले फिल्म्स की सबसे बड़ी और महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है। इस फिल्म की क्रिएटिव टीम में म्यूजिक डायरेक्टर बी. अजनीश लोकनाथ, सिनेमैटोग्राफर अरविंद कश्यप और प्रोडक्शन डिज़ाइनर विनेश बंग्लान शामिल हैं, जिन्होंने मिलकर फिल्म की दमदार विजुअल और भावनात्मक कहानी को आकार दिया है।
यह फिल्म 2 अक्टूबर को दुनिया भर में कन्नड़, हिंदी, तेलुगु, मलयालम, तमिल, बंगाली और अंग्रेजी भाषाओं में रिलीज हो चुकी है। यह अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़े रहते हुए भी अलग-अलग भाषाओं और क्षेत्रों के दर्शकों तक पहुँचेगी।
फिल्म ‘कांताराः चैप्टर 1’ के साथ, होम्बले फिल्म्स भारतीय सिनेमा की सीमाओं को आगे बढ़ा रही है। यह फिल्म लोककथाओं, आस्था और सिनेमा की शानदार कारीगरी का जश्न मनाती है।
ऋषभ शेट्टी ने जताया आभार-‘कांतारा: चैप्टर 1’ की सफलता पर काशी विश्वनाथ मंदिर में की पूजा
मुंडेश्वरी भवानी : माता रानी का अनोखा दरबार जहाँ बलि देने के बावजूद नहीं बहता रक्त !



