WhatsApp और Telegram को मिलेगी कड़ी टक्कर-स्वदेशी चैटिंग ऐप Arattai की धमाकेदार शुरुआत
भारत में डिजिटल क्रांति का नया अध्याय शुरू हो चुका है। विदेशी चैटिंग ऐप्स WhatsApp और Telegram को कड़ी चुनौती देने के लिए भारतीय कंपनी Zoho Corporation लेकर आई है स्वदेशी ऐप Arattai। यह ऐप पूरी तरह भारत में विकसित, भारत में संचालित और भारत के सर्वरों पर आधारित है। Arattai में हाई क्वालिटी वीडियो कॉल, मल्टी-डिवाइस सपोर्ट, लो डेटा यूज़ेज, और सबसे खास -10,000 मेम्बर तक का ग्रुप चैट जैसी शानदार सुविधाएं हैं। यह सिर्फ एक चैटिंग ऐप नहीं, बल्कि डिजिटल आत्मनिर्भर भारत की पहचान है। देशभर में लाखों लोग अब इसे डाउनलोड कर रहे हैं। हर भारतीय के मोबाइल में होना चाहिए Arattai - क्योंकि संवाद भी अब होगा स्वदेशी।
- Zoho की देन “Arattai” ने तोड़ी विदेशी वर्चस्व की दीवार – भारतीय तकनीक, भारतीय सर्वर, और भारतीय आत्मा के साथ देश को मिल रहा है अपना खुद का चैट ऐप।
नई दिल्ली। भारत में डिजिटल क्रांति के इस दौर में जब विदेशी चैटिंग ऐप्स जैसे WhatsApp और Telegram लाखों उपयोगकर्ताओं के मोबाइल पर राज कर रहे हैं, वहीं अब देश के तकनीकी इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया है। भारतीय कंपनी Zoho Corporation द्वारा विकसित स्वदेशी ऐप “Arattai” ने बाजार में जोरदार प्रवेश करते हुए विदेशी ऐप्स को कड़ी चुनौती दे दी है।
Arattai शब्द तमिल भाषा का है, जिसका अर्थ होता है “बातचीत”। नाम की तरह ही इसका उद्देश्य भी भारतीयों को संवाद का एक अपना, सुरक्षित और भरोसेमंद प्लेटफॉर्म देना है। कंपनी ने यह ऐप वर्ष 2021 में लॉन्च किया था, लेकिन 2025 में इसके नए अपडेट ने इसे देशभर में चर्चा का केंद्र बना दिया है। कुछ ही दिनों में इस ऐप के डाउनलोड्स में 100 गुना तक की वृद्धि दर्ज की गई है। Arattai अब App Store और Play Store दोनों पर तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर #ArattaiApp और #VocalForLocal ट्रेंड कर रहे हैं। लाखों भारतीय इस ऐप को WhatsApp और Telegram के भारतीय विकल्प के रूप में अपना रहे हैं।

Zoho Corporation के संस्थापक श्रीधर वेम्बू का कहना है कि Arattai भारतीयों के लिए, भारत में बनाया गया ऐप है। उनका कहना है कि यह ऐप उपयोगकर्ताओं को गोपनीयता, सुरक्षा और स्वतंत्रता के साथ संवाद की सुविधा प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि डिजिटल युग में भारत को सिर्फ उपभोक्ता नहीं, बल्कि तकनीकी निर्माता बनना होगा।Arattai ऐप को पूरी तरह भारतीय सर्वरों पर विकसित किया गया है। इसका डेटा स्टोरेज भी भारत में ही किया जाता है, जिससे उपयोगकर्ता का डेटा किसी विदेशी देश में नहीं जाता। यही कारण है कि यह ऐप सुरक्षा और गोपनीयता के मामले में अन्य विदेशी ऐप्स पर भारी पड़ रहा है।
Arattai ऐप में हाई-क्वालिटी वॉयस और वीडियो कॉल, मल्टी-डिवाइस सपोर्ट, और लो नेटवर्क पर भी सुचारू संचालन जैसी सुविधाएं हैं। यह ऐप इस तरह से तैयार किया गया है कि ग्रामीण इलाकों में भी आसानी से उपयोग किया जा सके। Arattai का एक बड़ा आकर्षण यह है कि जहां WhatsApp ग्रुप में अधिकतम 1,024 सदस्य ही जोड़े जा सकते हैं, वहीं Arattai में एक ही ग्रुप में 10,000 सदस्य तक जोड़े जा सकते हैं। यह सुविधा न केवल सामाजिक संगठनों, धार्मिक समूहों और व्यावसायिक समुदायों के लिए उपयोगी है, बल्कि यह इसे भारत का सबसे बड़ा चैटिंग नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म बनने की दिशा में आगे ले जाती है।
इसके अलावा Arattai में Broadcast Channels की सुविधा भी दी गई है, जिससे एक ही संदेश हजारों लोगों तक तुरंत पहुंचाया जा सकता है। यह Telegram के चैनल फीचर से कहीं अधिक आसान और तेज़ है Arattai को Zoho के अन्य उत्पादों जैसे Zoho Mail, Zoho Meeting और Zoho Workdrive के साथ जोड़ा जा रहा है। आने वाले महीनों में इसके माध्यम से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, बिज़नेस कम्युनिकेशन और क्लाउड चैट बैकअप जैसी सुविधाएं जोड़ी जाएंगी।
डेटा सुरक्षा की दृष्टि से Arattai पूरी तरह भारत के डेटा प्रोटेक्शन लॉज़ का पालन करता है। इसका डेटा भारतीय सर्वरों पर संग्रहित होता है और किसी भी तीसरे पक्ष को साझा नहीं किया जाता। यही वजह है कि उपयोगकर्ताओं का भरोसा तेजी से बढ़ रहा है। तकनीकी विशेषज्ञों का मानना है कि Arattai आने वाले समय में WhatsApp और Telegram दोनों के लिए गंभीर चुनौती साबित हो सकता है। उनके अनुसार, Zoho का तकनीकी ढांचा, सर्वर क्षमता और डेटा सुरक्षा व्यवस्था किसी भी अंतरराष्ट्रीय कंपनी के स्तर की है।
भारत में डिजिटल स्वदेशी लहर अब केवल नारे तक सीमित नहीं रही, बल्कि यह व्यवहारिक रूप ले चुकी है। Paytm, Koo, Bharat Browser जैसे ऐप्स के बाद अब Arattai ने संचार के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ठोस कदम बढ़ाया है।Zoho कंपनी ने संकेत दिया है कि आने वाले महीनों में Arattai में फुल चैट एन्क्रिप्शन, चैटबॉट फीचर, AI आधारित ट्रांसलेशन, और भारतीय भाषाओं में इंटरफेस जैसे फीचर्स जोड़े जाएंगे। इससे यह ऐप न केवल भारत के लिए बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी अपनी जगह बना सकेगा।
देश के युवाओं में Arattai को लेकर जबरदस्त जोश देखा जा रहा है। कॉलेज, विश्वविद्यालय और स्टार्टअप कंपनियां इसे अपने संवाद का आधिकारिक प्लेटफॉर्म बना रही हैं। युवा वर्ग इसे केवल चैटिंग ऐप नहीं, बल्कि “डिजिटल भारत की पहचान” के रूप में देख रहा है। कई संस्थान इसे आधिकारिक संचार मंच के रूप में अपना रहे हैं। Arattai के माध्यम से अब धार्मिक संस्थाएँ, सामाजिक संगठन, व्यावसायिक समूह और शिक्षा जगत एक सुरक्षित और भरोसेमंद भारतीय प्लेटफॉर्म पर जुड़ रहे हैं।
इसी बीच बाबा गणिनाथ भक्त मण्डल के राष्ट्रीय संरक्षक राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने बताया कि आज ही इस प्लेटफार्म पर संस्था का चैनल बनाया गया है। उन्होंने कहा कि बाबा के भक्त पूरी दुनिया में हैं और बहुत जल्द सभी को इस प्लेटफॉर्म से जोड़ लिया जाएगा। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं और नागरिकों से अपील की है कि वे Arattai ऐप को अपने मोबाइल में डाउनलोड करें और स्वदेशी अभियान को सशक्त बनाएं।
Arattai की सबसे बड़ी ताकत इसका भारतीय स्वभाव है। जहां WhatsApp और Telegram विदेशी हितों से संचालित होते हैं, वहीं Arattai का उद्देश्य भारत के उपयोगकर्ताओं को उनकी भाषा और संस्कृति के अनुरूप संवाद का मंच देना है। Arattai की सफलता यह साबित कर रही है कि भारत अब तकनीकी आत्मनिर्भरता के उस चरण में पहुंच चुका है, जहां विदेशी कंपनियों पर निर्भरता धीरे-धीरे समाप्त हो रही है।
अब यह जिम्मेदारी हर भारतीय की है कि वह इस स्वदेशी प्रयास को मजबूत करे। जिस तरह डिजिटल भुगतान में Paytm ने देश को विदेशी एप्स से मुक्त कराया, उसी तरह संवाद के क्षेत्र में Arattai भारत का गौरव बन सकता है। हर भारतीय को इस दिशा में एक कदम बढ़ाना चाहिए। यह समय है कि हर मोबाइल में Arattai हो, ताकि दुनिया को पता चले कि भारत अब केवल तकनीकी बाजार नहीं, बल्कि तकनीक का निर्माता भी है।
Arattai सिर्फ एक ऐप नहीं, यह भारत की आत्मा, तकनीक और गर्व का प्रतीक बन चुका है। अब हर भारतीय का संदेश भारतीय ऐप से जाएगा – यही होगा सच्चा डिजिटल स्वराज।
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