UP Live

रामोत्सव-24:राम भक्तों के सत्कार को तैयार योगी सरकार, रैन बसेरे और अलाव के लिए 10 करोड़ किये जारी

सीएम योगी बोले, श्रद्धालुओं के स्वागत में नहीं होनी चाहिये कोई कमी

  • सीएम योगी ने राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए दिये पुख्ता इंतजाम के निर्देश
  • सीएम योगी ने अयोध्या धाम में रैन बसेरों की संख्या बढ़ाने और जगह-जगह अलाव जलाने के दिये निर्देश

अयोध्या : योगी राज में लौटे अयोध्या धाम के पौराणिक वैभव को अपनी आंखों से देखने और उसे अपने मन मस्तिष्क में उतारने के लिए देश ही नहीं विदेश के श्रद्धालु आतुर हैं। वह अपने पूर्वजों से जिस राम राज्य की गाथाओं को सुनते थे, उसके योगी सरकार में वास्तविक स्वरूप को देखने के लिए 22 जनवरी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में योगी सरकार भी उनके स्वागत के लिए पुख्ता इंतजाम कर रही है। श्रद्धालुओं के रहने के लिए होटल से लेकर उनके आवागमन के लिए सुविधाओं को सुनिश्चित किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी एक समीक्षा बैठक में जिला प्रशासन को अयोध्या में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये थे। सीएम योगी का स्पष्ट निर्देश है कि अयोध्या आने वाले सभी तरह के श्रद्धालुओं का विशेष ध्यान रखा जाए। गरीब तबके के श्रद्धालुओं को ठंड और शीतलहर के दृष्टिगत प्रशासन की ओर से रहने की व्यवस्था रैन बसेरों में कराई जाए। इसके लिए रैन बसेरों की संख्या बढ़ाई जाए। साथ ही अयोध्या धाम में जगह-जगह अलाव जलाने की व्यवस्था हो और जरूरतमंदों को कम्बल वितरित किया जाए। इसके लिए सरकार की ओर से अयोध्या को 10 करोड़ रुपए की अतिरिक्त राशि जारी की गई है।

पहले से व्यवस्थाओं का करें रियल्टी चेक

राहत आयुक्त जीएस नवीन कुमार के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक में अयोध्या धाम आने वाले सभी श्रद्धालुओं की हर जरूरत का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में उनके दर्शन के लिए रोजाना एक लाख से अधिक श्रद्धालु देश ही नहीं विदेश से भी आएंगे। ऐसे में उनके किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। साथ ही पहले से सारी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के साथ उसका रियल्टी चेक कर लिया जाए।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में ठंड और शीतलहर का प्रकोप जारी है। ऐसे में अयोध्या धाम में रैन बसेरों की संख्या को बढ़ाया जाए। इसके अलावा धाम में जगह-जगह अलाव जलाने की व्यवस्था की जाए और जरूरतमंद श्रद्धालुओं को कंबल वितरित किये जाएं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद राहत कार्यालय की ओर से अयोध्या धाम में अलाव जलाने, कंबल वितरण और रैन बसेरों की संख्या बढ़ाने समेत अन्य मद में 10 करोड़ रुपये की अतिरिक्त धनराशि जारी कर दी।

घाटों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा पुख्ता करने के लिए खरीदे जाएंगे अतिरिक्त लाइफ जैकेट

राहत आयुक्त ने बताया कि अयोध्या धाम को 10 करोड़ की अतिरिक्त धनराशि आवंटित करने के साथ जिलाधिकारी को रैन बसेरों और अलाव जलाने के लिए जगह चिन्हित करने के निर्देश दिये गये हैं। साथ ही श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए घाटों पर उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिये गये हैं। इसके लिए अतिरिक्त लाइफ जैकेट खरीदने का आदेश दिया गया है।

श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा आयोजन के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कसी कमर

श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा आयोजन के लिए स्वास्थ्य विभाग ने भी कमर कस ली है। आयोजन में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों के बारे मे अयोध्या सीएमओ डॉ.संजय जैन ने बताया कि विभाग द्वारा आयोजन क्षेत्र के सोलह स्थानों पर श्रीराममंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के साथ मिलकर फर्स्ट एड यूनिट बना रहा है, इस यूनिट में एक डॉक्टर, एक फार्मासिस्ट व एक वॉर्ड बॉय की मौजूदगी रहेगी। यह फर्स्ट एड यूनिट भीड़ की जगह वाले स्थानों जैसे हनुमान गुफा, साकेत पेट्रोल पंप, कनक भवन, हनुमानगढ़ी आदि स्थानों पर बनाये जाएंगे।

इस यूनिट में आवश्यक जरूरी दवाएं नैबुलाइजर, ऑक्सीजन की व्यवस्था रहेगी, इसमें ब्लड शुगर की जांच भी रहेगी। इनके अलावा दो अस्पताल भी बनाये जाएंगे, जिसकी क्षमता 10 व 20 बेड की होगी। इसमें डॉक्टर्स की मौजूदगी रहेगी। इसके अलावा 40 एम्बुलेंस की भी व्यवस्था की जा रही है, जो अयोध्या क्षेत्र के अलग-अलग महत्वपूर्ण स्थानों पर खड़ी की जाएंगी।

स्वास्थ्य विभाग द्वारा जनपद के मेडिकल कॉलेज, श्रीराम चिकित्सालय अयोध्या, जिला अस्पताल अयोध्या, महिला जिला अस्पताल व कुमारगंज के चिकित्सालय मे 190 बेड आपातकालीन स्थिति के लिए आरक्षित रखे गये हैं। रामलला प्राण प्रतिष्ठा आयोजन के दौरान किसी भी व्यक्ति को आपात स्थिति के दौरान पहले आयोजन क्षेत्र के लिए बनाये गये दो अस्पतालों में इलाज के लिए ले जाया जायेगा, हालत ठीक न होने की स्थिति में उसे श्रीराम चिकित्सालय रेफर किया जायेगा। इसके बाद भी स्थिति ठीक न होने की दशा में मेडिकल कॉलेज और उसके बाद लखनऊ मेडिकल कॉलेज, ट्रॉमा सेंटर व राम मनोहर लोहिया अस्पताल के लिए रेफर करने की व्यवस्था की गई है।

गांव-गांव में तैयार हो रहा स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर : मुख्यमंत्री

रामोत्सव 2024 : “मैं भावुक हूँ, भाव-विह्वल हूँ! मैं पहली बार जीवन में इस तरह के मनोभाव से गुजर रहा हूँ”:प्रधानमंत्री

Website Design Services Website Design Services - Infotech Evolution
SHREYAN FIRE TRAINING INSTITUTE VARANASI

Related Articles

Graphic Design & Advertisement Design
Back to top button