यूपी बोर्ड की परीक्षा में 51 लाख परीक्षार्थी होंगे शामिल, बसों की रहेगी व्यवस्था
काेरोना गाइड लाइन का होगा पालन, पहले दिन हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की हिन्दी की परीक्षा
लखनऊ । उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से दसवीं और बारहवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन गुरुवार से शुरू हो रहा है। इस परीक्षा के लिए 51 लाख से अधिक विद्यार्थियों ने पंजीयन कराया है। यह परीक्षा 12 अप्रैल तक चलेंगी। पहले दिन दोनों ही कक्षाओं की हिंदी विषय की परीक्षा होगी।
इस वर्ष यूपी बोर्ड में कुल 51,92,689 विद्यार्थियों के लिए कुल 8,373 परीक्षा केंद्रों की व्यवस्था की है। हाई स्कूल मेंं जहां 12,28,456 बालिकाएं हैं व 15,53,198 बालक हैं अर्थात कुल 27,81,654 विद्यार्थी हैं। वहीं इंटरमीडिएट में कुल 24,11,035 विद्यार्थी परीक्षा के लिए पंजीकृत हैं। इसमें 10,86,835 बालिका व 13,24,200 बालक परीक्षा देंगे। परीक्षा सभी तरह की कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए आयोजित की जाएगी।
बोर्ड परीक्षा के लिए गाइडलाइन भी जारी किया गया है। इसके अनुसार मास्क लगाएं और सैनिटाइजर साथ रखें। छात्र घर से प्रवेश पत्र लेकर ही निकलें, बिना इसके केंद्र पर प्रवेश नहीं मिलेगा। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और भीड़ से बचें। किसी भी तरह के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और नकल की सामाग्री लेकर कक्ष में न जाएं।
छात्रों की बड़ी संख्या को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने रोडवेज की बसों के माध्यम से परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों को जाने-लाने की सुविधा दी है। जरूरत पड़ने पर निजी बसों को भी शामिल करने की बात कही गई है। बस कर्मचारियों को छात्रों से समन्वय स्थापित करने और उनसे अच्छा व्यवहार करने के आदेश दिए गए हैं।
कंट्रोल रूम की स्थापना
कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए कड़े प्रावधान भी किए गये हैं। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने बुधवार को परीक्षा के कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है। इसके माध्यम से राज्य के 75 जिलों के परीक्षा केंद्रों पर स्थित 2,97,124 सीसीटीवी नियंत्रित किए जाएंगे। सरकार ने 861 परीक्षा केंद्रों को संवेदनशील घोषित किया गया है। 254 को अति संवेदनशील और 7,258 केंद्रों को सामान्य घोषित किया गया है। (हि.स.)