” मिला सम्मान तो स्वास्थ्य सेवा में रम गयीं सेवन देवी “
लॉकडाउन में दायित्वों का बखूबी निर्वहन कर रहीं आशा कार्यकर्ता , प्रवासियों की लाइन लिस्टिंग, आधार कार्ड और खाता नंबर का जुटा रहीं ब्यौरा , फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करने तथा मॉस्क पहनने के लिए कर रहीं रही प्रेरित
महराजगंज। कोई दीदी तो कोई दुल्हन, कोई भाभी तो कोई चाची कह कर बुलाता है। घर जाने पर मेहमान की तरह इज्जत देता है। इस तरह से सम्मान मिलने पर जन सेवा के प्रति और उत्साह बढ़ गया, जिसके कारण ग्राम पंचायत बैठबलिया की सेवन देवी स्वास्थ्य सेवा में रम गयीं। अपने कार्यो की बदौलत आशा कार्यकर्ता सेवन देवी विभाग में नजीर बन गयी हैं। पुरुष नसबंदी करवाने में अहम भूमिका निभाने वाली आशा कार्यकर्ता सेवन इन दिनों कोविड -19से लोगों को बचाने के लिए घर-घर जाकर समुदाय को जागरूक कर रहीं हैं।
सभी को फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करने, मास्क लगाने तथा 60 सेकेंड तक साबुन से हाथ धुलने के लिए प्रेरित कर रही हैं। गांव को सेनिटाइज कराने के साथ ही साथ लोगों को सेनिटाइजर का प्रयोग करने के लिए भी जागरूक कर रही हैं।
इन दिनों कोरोना वायरस से बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग एवं प्रशासन से मिले दिशा निर्देश से सभी को अवगत कराने के लिए तत्पर रहती हैं। सेवन देवी बताती हैं कि कोरोना से डर तो हमें भी लगता है मगर अपनी चिंता छोड़कर आमजन को बचाने के लिए जागरूकता का जो दायित्व सौंपा गया है उसे निभाने में सुखद अनुभूति हो रही है।
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परिवार नियोजन कार्यक्रम में दिया विशेष योगदान, कराया 13 पुरुष नसबंदी –
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र निचलौल के ब्लाक कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर (बीसीपीएम) परमेश्वर शाही ने बताया कि आशा कार्यकर्ता सेवन देवी का परिवार नियोजन सहित अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रमों में विशेष योगदान रहता है। इनके द्वारा वर्ष 2016 से अब तक 13 पुरुष नसबंदी करायी गयी,जो उल्लेखनीय कार्य है। वर्ष 2006 में बतौर आशा कार्यकर्ता नियुक्ति के बाद से ही सेवन देवी ने परिवार नियोजन एवं संस्थागत प्रसव कराने में विशेष योगदान दिया।
सेवन देवी कहती हैं- नसबंदी के लिए पुरुषों को तैयार करना मुश्किल होता है, मगर इस मुश्किल को आसान करके तथा अपने ऊपर के स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं अधिकारियों से सहयोग लेकर ही सबसे अधिक पुरुष नसबंदी कराने में सफलता अर्जित कर पायी हूँ। इस साल भी 3-4 पुरुष नसबंदी करवाने को प्रयासरत हूं।
उन्होंने ने बताया कि इस साल 21 संस्थागत प्रसव कराया तथा 10-10 लाभार्थियों को अंतरा इंजेक्शन व कॉपर टी लगवाया। तीन महिला नसबंदी कराया। मातृ शिशु कल्याण के एचबीएनसी तथा टीकाकरण के लिए वीएचएनडी के बारें में जानकारी दी जाती है। गर्भवती व किशोरियों को एनीमिया से बचाने के लिए तरकीब बतायी जाती है।
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सेनिटाइज कराया गांव, घरों पर चस्पा किया फ्लायर –
सेवन देवी ने बताया कि होम क्वारंटीन में रखे गए गांव के 36 घरों पर उन्होंने फ्लायर चस्पा किया ताकि लोगों को पता चल सके कि इस मकान में कोई प्रवासी आया है,फ्लायर चस्पा करने के साथ लोगों को आवश्यक सावधानी बरतने की जानकारी दी जाती है।
इसी के साथ ही उच्च रक्तचाप और डायबिटिक के मरीजों, 10 साल से कम आयु के बच्चों, गर्भवती महिलाओं, 60 साल से अधिक आयु वर्ग के लोगों को बाहर न निकलने की सलाह दी जाती है। विषम परिस्थितियों में यदि घर से निकलना जरूरी है तो बिना मॉस्क के को कत्तई न निकलने की सलाह दी जाती है।
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लाइन लिस्टिंग के साथ प्रवासियों के आधार कार्ड और खाता नंबर का जुटाया गया ब्यौरा-
सेवन देवी ने बताया कि निगरानी समिति का सदस्य होने के नाते प्रवासी कामगारों की लाइन लिस्टिंग के साथ सभी के आधार कार्ड और बैंक खाता नंबर का ब्यौरा जुटाया जा रहा है। सबसे अहम बात तो यह है कि कुछ प्रवासी चुपके से आकर अपने घरों में रहते हैं जानकारी होने के बाद उन्होंने क्वारंटीन के बारे में जानकारी देकर उन्हें 14 दिनों तक क्वारंटीन सेंटर पर रहने तथा जांच करवाने की सलाह दी।