
रायपुर । महादेव एप मामले में प्रवर्तन निदेशालय को बड़ी कामयाबी मिली है। महादेव एप के संचालक सौरभ चंद्राकर के पैसों का हिसाबकिताब रखने वाला नीतीश दीवान गिरफ्तार हो गया। उसे नई दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया है। ईडी की टीम उसे सोमवार को रायपुर ले कर आई, जिसके बाद पूछताछ शुरू हो गई है।
जानकारी के अनुसार भिलाई के वैशाली नगर निवासी नीतीश दीवान दुबई में बैठा सौरभ चंद्राकर के महादेव ऐप के कारोबार से आई इनकम पर हिसाब-किताब रखता था। तीन साल के बाद नीतीश भारत आया था। वापस दिल्ली एयरपोर्ट से दुबई जाने की तैयारी में था। लुकआउट नोटिस जारी होने के कारण इसे दिल्ली एयरपोर्ट अथॉरिटी ने गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी की जानकारी मिलने के बाद रायपुर से रातोंरात ईडी की टीम दिल्ली के लिए रवाना हुई और आज उसे लेकर रायपुर दफ्तर पहुंची। यहां उससे पूछताछ की जा रही है।
जानकारी के अनुसार, सोमवार सुबह 5 बजे उसे ईडी की टीम लेकर रायपुर दफ्तर पहुंची, जहां उससे पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि, इसका सगा भाई हर्षित दीवान भी इस समय दुबई में महादेव ऐप के संचालक सौरभ चंद्राकर का राइटहैंड है।जानकारी के मुताबिक नीतिश ने ईडी के अधिकारियों के सामने ऐसे लोगों के नाम लिए हैं, जिससे ईडी के अधिकारी भौचक्के रह गए। आगे की कार्रवाई के लिए सेंट्रल से अनुमति लेने के लिए अधिकारी रायपुर से निकल गए हैं।
छत्तीसगढ़ में फिर आईटी विभाग का छापा
बिलासपुर । आयकर की टीम ने मंगलवार सुबह बिलासपुर और भोपाल स्थित सोम ग्रुप के ठिकानों में दबिश दी। भोपाल के शराब कारोबारी जगदीश अरोरा सोम ग्रुप के मालिक हैं। और सिरगिट्टी में बॉटलिंग प्लांट है। करीब 20 हजार करोड़ का ग्रुप है। जानकारी के अनुसार आयकर की छापामार टीम में इन्दौर और मुम्बई के अधिकारी शामिल हैं।
आयकर टीम ने सुबह आठ बजकर करीब सात मिन्ट में कार्यालय में धावा बोला है। टीम में करीब आधा दर्जन से अधिक लोग शामिल है। फिलहाल कागजातों की पड़ताल कर रही है । यह ग्रुप राज्य गठन से कुछ समय पहले दिग्विजय सिंह के कार्यकाल के दौरान रायपुर में हुए शराब ठेका घोटाले में चर्चा में आया था। इस ग्रुप के साथ साथ बड़ी संख्या में ठेकेदारों ने ठेके हासिल करने फर्जी डीडी जमा किए थे। इस मामले को लेकर बड़ा बवाल मचा था।(वीएनएस)