असहमत धड़ और पार्टी के बीच पुल बनी प्रियंका गांधी
कांग्रेस में अहमद पटेल की कमी को पूरा कर रहीं हैं प्रियंका
नई दिल्ली : कांग्रेस जिस अंतर्कलह का पिछले कुछ वक्त से सामना कर रही थी, अब वह खत्म होती दिख रही है। इसका श्रेय प्रियंका गांधी को दिया जा रहा है। जानकार बताते हैं कि कांग्रेस के सीनियर नेता अहमद पटेल के निधन के बाद पार्टी में जो दरार आई है, प्रियंका उसे बखूबी भरने की कोशिश में लगी हैं। बता दें कि अहमद पटेल जिन्हें कांग्रेस पार्टी और खासकर गांधी परिवार का करीबी माना जाता था उनका पिछले महीने निधन हो गया था।
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस ने जो नवंबर में जो जी-23 कार्यक्रम रखा था उसमें प्रियंका ने ही सीनियर नेताओं से बात की थी। इस बातचीत से सीनियर नेताओं के बीच जो दरार आई थी, उसे भरने की कोशिश हुई। कार्यक्रम में प्रियंका ने अहमद पटेल को श्रद्धांजलि देते हुए सभी नेताओं से एकजुट रहने की बात कही थी। माना जा रहा है कि प्रियंका के इन प्रयासों की वजह से ही शनिवार की बैठक आयोजित हो पाई। यहां तक कि नाराज चल रहे नेताओं ने भी बाहर आकर यही कहा कि मीटिंग सफल रही।
ज्ञातव्य है कि पार्टी की वह अहम बैठक 10 जनपथ पर हुई थी। पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ हुई इस बैठक में अशोक गहलोत, गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, बीएस हुड्डा, अंबिका सोनी और पी चिदंबरम भी शामिल थे। बैठक में पार्टी अध्यक्ष पद पर फिर चर्चा हुई थी। इसमें फिर से राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने की मांग सामने आई थी। जिसपर राहुल ने कहा था कि पार्टी जो जिम्मेदारी देगी उसे वह उठाएंगे।