सत्यनिष्ठा, ईमानदारी और धर्मनिष्ठा का जीता जागता उदाहरण है पीएम मोदी का कार्यकाल:अरुण सिंह
भाजपा वाराणसी जिला एवं महानगर द्वारा रोहनिया स्थित क्षेत्रीय कार्यालय पर डॉ आर बालसुब्रमण्यम की पुस्तक "POWER WITHIN THE LEADERSHIP LEGACY OF NARENDRA MODI पर संगोष्ठी का हुआ आयोजन
वाराणसी : सेवा पखवाड़े के तहत भारतीय जनता पार्टी वाराणसी जिला एवं महानगर द्वारा डॉ आर.बालासुब्रमण्यम की पुस्तक “POWER WITHIN THE LEADERSHIP LEGACY OF NARENDRA MODI” पर एक संगोष्ठी का आयोजन रोहनिया स्थित भाजपा क्षेत्रीय कार्यालय पर किया गया। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता राज्यसभा सांसद एवं भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी दुनिया के सर्वमान्य नेता हैं।उनके असाधारण प्रतिभा से दुनिया प्रभावित है। कहा कि पीएम मोदी पर 100 से अधिक किताबें लिखी जा चुकी हैं। कहा कि POWER WITHIN THE LEADERSHIP LEGACY OF NARENDRA MODI के लेखक डॉ आर बालसुब्रमण्यम ने बहुत समय तक पीएम मोदी के साथ कार्य किया है। कहा कि राजधर्म क्या होता है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने को प्रधान सेवक मानते हुए इसका कैसे अक्षरशः पालन किया ये बखुबी इस पुस्तक में पढने को मिलता है। कहा कि भीष्म पितामह ने जिस तरह युधिष्ठिर को राजधर्म के 10 पहलूओं को बताया था वहीं दस पहलू इस पुस्तक में पढ़ने के लिए मिलते हैं।
श्री अरुण सिंह ने कहा की 2014 में केंद्र में सरकार बनने के बाद पहली बार जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संसद पहुंचते हैं तब उन्होंने जिस तरह से संसद की सीढ़ियों पर सर झुकाकर मत्था टेका था वो अपने आप में अद्भुत था। कहा कि सत्यनिष्ठा,ईमानदारी और धर्मनिष्ठा का जीता जागता उदाहरण है नरेन्द्र मोदी का मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के रुप में 22 वर्षों का कार्यकाल। इन 22 वर्षों में एक रुपये का भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा।कहा कि राहुल गांधी, अखिलेश यादव मंदिर जाने से पहले सोचते हैं कि मंदिर जाने से कहीं मेरा वोट कम न हो जाए। कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में काशी विश्वनाथ कारिडोर, अयोध्या में भगवान श्रीराम के जन्म स्थान पर भव्य राम मंदिर, उज्जैन में महाकाल लोक दिव्य और भव्य निर्माण हुआ।
कहा कि राजधर्म का सिद्धांत होता है जनकल्याण, 2014 के बाद जितनी भी योजनाएं आयी वो सभी गरीब, जरुरतमंद, शोषित, पीड़ित लोगों के उत्थान के लिए आयी। कहा कि जन-धन एकाउंट खोले गये तो विपक्षी दलों द्वारा इसका मजाक उड़ाया गया। कोविड के दौरान इन्हीं बैंक खातों के जरिए 20 करोड़ महिलाओं के खातों में 500-500 रुपए भेजे गये। किसानों के खातों में किसान सम्मान नीधि भेजी गयी। जरुरतमंद लोंगो को आवास, शौचालय, गैस कनेक्शन, बिजली कनेक्शन, नल से जल, आयुष्मान योजना के तहत स्वास्थ्य सुरक्षा दी गयी।
कहा कि सबको न्याय देना राजधर्म का एक हिस्सा है। जिसमें सामाजिक न्याय और आर्थिक न्याय दोनों शामिल हैं। कहा कि पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने का कार्य मोदी सरकार ने किया है। भारत रत्न डा बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर से जुडे स्थलों को पंचतीर्थ बनाने का कार्य मोदी सरकार ने ही किया है। भगवान बिरसा मुंडा के जन्मदिवस 15 नवंबर को गौरव दिवस के रुप में मनाने का निर्णय मोदी सरकार का ही है। कहा कि आर्थिक न्याय के तहत केंद्र सरकार द्वारा भेजा गया पुरा पैसा गरीबों के खातों में सीधे पहुंचता है। पीएम मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने अंग्रेजों के जमाने के पुराने नियमों को समाप्त कर उनकी जगह नये नियम लाए।
कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने जनता की सुरक्षा को प्राथमिकता दी। कहा कि कश्मीर में पहले आतंकवादियों के ऊपर गोली चलाने से पहले पुछना पड़ता था अब मोदी सरकार ने सेना को खुली छूट दे रखी है। कश्मीर से धारा 370 समाप्त कर वहां के लोगों को मुख्य धारा से जोड़ा गया। आज कश्मीर के लोगों को केंद्र की सभी योजनाओं का लाभ मिल रहा है। रशिया युक्रेन युद्ध के दौरान 17 हजार भारतीय विद्यार्थीयों को सकुशल भारत वापस लाया गया।
कहा कि किसी भी राजा का कार्य देश का आर्थिक विकास करना होता है। कहा कि 2014 में केंद्र में मोदी सरकार बनी तब हमारे देश की अर्थव्यवस्था 11 वें नंबर पर थी आज विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और 2027 तक विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगी। कहा कि पहले हम मोबाइल इम्पोर्ट करते थे आज मोबाइल बनाते भी है और एक्सपोर्ट भी करते हैं। मेक इन इंडिया के तहत देश की सुरक्षा में लगने वाले हथियार बनाते भी है और एक्सपोर्ट भी करते हैं। कहा कि यूपीए के समय देश का बजट 16 लाख करोड़ था आज 48 लाख करोड़ का हो गया है।
कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार संस्कृति सवर्धन के साथ उसका संरक्षण भी कर रही है। कहा कि सैकड़ों वर्षों पहले देश से गायब एतिहासिक मूर्तियों को देश में वापस लाया जा रहा है। देश के 553 रेलवे स्टेशनों का अमृत भारत योजना के तहत पुनर्विकास किया जा रहा है। कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार कोई भी निर्णय लेने से पहले सबकी सहमति लेती है सहमति के आधार पर ही आगे कदम उठाती हैं।कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है। 2014 से शुरू हुआ स्वच्छता अभियान आज जन आंदोलन बन चुका है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ग्रीन एनर्जी, सोलर एनर्जी पर विशेष फोकस किए हुए हैं।
कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार सबका साथ सबका विकास के मंत्र के तहत सामाजिक सौहार्द बनाकर चल रही है। सरकार की योजनाओं का लाभ बिना किसी भेद भाव के हर वर्ग को मिल रहा है। कहा कि राजधर्म के तहत किसी भी सरकार के मुखिया का व्यक्तिगत आचरण भी बहुत महत्व रखता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने कार्यकाल के दौरान कभी भी छुट्टी नहीं ली। दिवाली वाले दिन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सेना के जवानों के साथ सीमा पर दिवाली मनाते हैं। उपहार में मिली वस्तुओं को निलाम कर उसकी राशी को नमामि गंगे को भेंट कर देते हैं।
कहा कि 140 करोड़ देशवासियों का भरोसा और विश्वास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उपर है उनके कहने पर कोविड काल में 140 करोड देशवासियों ने ताली और थाली बजाई। कहा कि देश का नेतृत्व ऐसा होना चाहिए जिस पर जनता का विश्वास हो। जिसमें निर्णय लेने की क्षमता हो। जो सर्वगुण सम्पन्न हो। कहा कि इस किताब को सब लोग पढ़े और दुसरो को भी पढ़वाए। संगोष्ठी की अध्यक्षता एवं स्वागत भाषण भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष दिलीप पटेल ने किया। संचालन महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय ने व धन्यवाद ज्ञापन जिलाध्यक्ष एवं एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा ने किया।
संगोष्ठी में महापौर अशोक तिवारी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती पूनम मोर्या, विधायक डॉ अवधेश सिंह, एमएलसी धर्मेन्द्र राय, पूर्व सांसद डॉ राजेश मिश्रा, पूर्व विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह, रमाशंकर पटेल मंचासिंन रहे। संगोष्ठी में राकेश शर्मा, डॉ सुदामा पटेल,राजेश राजभर, क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी नवरतन राठी, सह मीडिया प्रभारी संतोष सोलापुरकर, संजय सोनकर, प्रवीण सिंह गौतम, नवीन कपूर, जगदीश त्रिपाठी, जेपी दूबे, एडवोकेट अशोक कुमार, हेमंत सिंह, नम्रता चौरसिया सहित सैकड़ों की संख्या में प्रबुद्ध जन प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।