बस्तर : छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र के नक्सली आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। पैसों की कमी को पूरा करने के लिए अब नकली नोट छापना शुरू कर दिया है। इसके लिए संगठन के बड़े कैडर्स ने अपने लड़ाकों को नोट छापने के लिए स्पेशल ट्रेनिंग भी दी है।नकली नोट छापकर बस्तर के साप्ताहिक बाजारों में खपाते हैं। सुकमा पुलिस ने नक्सलियों के नकली नोट छापने का खुलासा किया है। सुकमा पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि भेज्जी थाना क्षेत्र के मैलासूर, कोराजगुड़ा, दंतेशपुरम और इसके आस-पास क्षेत्र के जंगलों में भारी संख्या में नक्सली मौजूद हैं।
मुखबिर की इसी सूचना के बाद सुकमा से जिला बल, डीआरजी , बस्तर फाइटर्स और सीआरपीएफ के जवानों को तलाशी निकाला गया था। जब जवान कोराजगुड़ा की तरफ पहुंचे तो नक्सलियों को इनके आने की सूचना मिल गई थी। जिसके बाद सभी नक्सली अपना सामान मौके पर छोड़कर भाग निकले। पुलिस ने सर्चिंग ऑपरेशन में नक्सलियों के हथियार समेत दैनिक उपयोग के सामान, नकली नोट का सैंपल, प्रिंटर, प्रिंटर स्याही बरामद किया।
दो महिला समेत चार नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
सुकमा : छत्तीसगढ़ के नक्सल ऑपरेशन कार्यालय सुकमा में पुलिस अफसरों के समक्ष बिना हथियार के 2 महिला सहित 4 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया।शुक्रवार को प्रतिबंधित माओवादी नक्सल संगठन में सक्रिय 2 महिला नक्सली समेत 4 नक्सलियों क्रमश: हेमला नंदे (एर्रनपल्ली आरपीसी सीएनएम सदस्या) एर्रनपल्ली थाना पामेड़ जिला बीजापुर, नुप्पो सोमड़ी (नागाराम आरपीसी केएमएस उपाध्यक्षा) नागाराम सरपंचपारा थाना चिंतलनार जिला सुकमा, हेमला़ एर्रा (नागाराम आरपीसी मिलिशिया सदस्य) नागाराम थाना चिंतलनार जिला सुकमा एवं कड़ती हिडिय़ा (नागाराम आरपीसी मिलिशिया सदस्य) के द्वारा नक्सल ऑपरेशन कार्यालय सुकमा में रवि गणवीर डिप्टी कमाण्डेन्ट 74 वाहिनी सीआरपीएफ एवं मनीष रात्रे, उप पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑपरेशन जिला सुकमा के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया गया।
महिला नक्सली नुप्पो सोमड़ी, हेमला एर्रा एवं कड़ती हिडिय़ा को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में 74 वाहिनी आसूचना शाखा का विशेष प्रयास रहा है। सभी आत्मसमर्पित नक्सली नक्सल संगठन में जुडक़र विभिन्न नक्सली गतिविधियों जैसे पुलिस गस्त पार्टी की रेकी कर हमला करना, पुलिस पार्टी के आने-जाने वाले मार्गो में स्पाईक लगाना, मार्गों को खोद कर अवरूद्ध करना, शासन-प्रशासन के विरूद्ध में नक्सली पर्चा-पाम्पलेट लगाना आदि घटनाओं में शामिल रहे है।आत्मसमर्पित नक्सलियों को शासन की ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन नीति’’ के तहत सहायता राशि व अन्य सुविधाएंं दी जाएगी।(वार्ता)