मोदी ने देश की छवि खराब करने के लिए विपक्ष की आलोचना की
भुवनेश्वर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को देश की छवि खराब करने, संविधान का अनादर करने और लोगों को गलत रास्ते पर ले जाने के लिए विपक्षी दलों की आलोचना की।श्री मोदी ने बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास पुलिस महानिदेशकों एवं पुलिस महानिरीक्षकों (डीजीपी/आईजीपी) के अखिल भारतीय सम्मेलन में भाग लेने के लिए तीन दिवसीय दौरे पर ओडिशा पहुंचने पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्षी दलों पर देश के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उनकी हताशा लोगों द्वारा खारिज किए जाने से उपजी है जिसके कारण वे गुस्से में आकर ऐसा कर रहे हैं।प्रधानमंत्री ने डीपीजी/आईजीपी सम्मेलन 2024 से पहले विपक्ष पर गलत सूचना फैलाने और जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया।
उन्होंने राजनीतिक दलों के बीच वैचारिक मतभेदों को स्वाभाविक माना और विचार व्यक्त करने और विरोध प्रदर्शन करने के उनके अधिकार पर जोर दिया। हालांकि श्री मोदी ने हाल के दिनों में एक परेशान करने वाले बदलाव का उल्लेख किया जिसमें विपक्षी दल लोकतंत्र और संविधान को नुकसान पहुंचाने पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।प्रधानमंत्री के अनुसार ये कार्य सत्ता के अधिकार की भावना से प्रेरित हैं। चुनाव हारने के बाद ये दल अब जनता को गुमराह करने और देश की प्रगति को पटरी से उतारने के प्रयास तेज कर रहे हैं। उन्होंने नागरिकों और पार्टी कार्यकर्ताओं से सतर्क रहने, विपक्ष के झूठ को उजागर करने और जनता को धोखा देने के उनके प्रयासों को विफल करने का आग्रह किया।
श्री मोदी ने जोर देकर कहा कि इन दलों का प्राथमिक लक्ष्य छल और शोषण के माध्यम से सत्ता हासिल करना है जिससे वे फिर से देश को लूट सकें।उन्होंने ओडिया में अपने भाषण की शुरुआत करते हुए भगवान लिंगराज की भूमि पर आने और भगवान जगन्नाथ की पूजा करने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे राजनीतिक विशेषज्ञों ने पहले ओडिशा में एक महत्वपूर्ण ताकत बनने या स्वतंत्र रूप से सरकार बनाने की भाजपा की क्षमता पर संदेह किया था। हालांकि चुनाव परिणामों ने कई लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया क्योंकि भाजपा ने अपने बल पर सफलतापूर्वक सरकार बनाई।श्री मोदी ने इस जीत का श्रेय ओडिशा के लोगों को दिया जिन्होंने पिछले एक दशक में केंद्र सरकार के प्रदर्शन को पहचाना और सराहा।इस अवसर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने इस दिन को ऐतिहासिक बताया।
उन्होंने कहा कि राज्य में भाजपा के सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री तीसरी बार ओडिशा आए हैं और उन्होंने ओडिशा और उसके लोगों के प्रति श्री मोदी के समर्पण के लिए आभार व्यक्त किया।श्री माझी ने कहा कि सत्ता संभालने के पांच महीने के भीतर सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के आदर्श वाक्य के तहत ओडिशा के विकास के लिए अथक प्रयास कर रही है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि ओडिशा की पहचान, आत्म-सम्मान की रक्षा और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए सुभद्रा योजना के तहत एक करोड़ महिलाओं को वित्तीय सहायता मिली है।उन्होंने इसके अलावा किसानों से किए गए एक बड़े वादे को पूरा करते हुए 3,100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदने के फैसले का भी उल्लेख किया। औद्योगिक क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए सरकार ‘उत्कर्ष ओडिशा’ पहल के माध्यम से निवेश पर जोर दे रही है।
श्री माझी ने घोषणा की कि कुल 1.8 लाख करोड़ रुपये के निवेश को मंजूरी दी गई है, जिससे रोजगार के महत्वपूर्ण अवसर पैदा होंगे।उन्होंने 2047 के लिए भारत के विकास लक्ष्य में ओडिशा के योगदान पर जोर दिया और आशा व्यक्त की कि ‘समृद्ध ओडिशा, विकसित ओडिशा’’ उभरेगा जो ‘विकसित भारत’ में महत्वपूर्ण योगदान देगा।श्री माझी ने यह कहते हुए समापन किया कि श्री मोदी के नेतृत्व में ओडिशा विकास का केंद्र बनेगा और भगवान जगन्नाथ के आशीर्वाद और ‘डबल इंजन सरकार’ के साथ राज्य समृद्धि और प्रगति की ओर बढ़ेगा।
मोदी तीन दिवसीय दौरे पर भुवनेश्वर पहुंचे
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पुलिस महानिदेशकों और पुलिस महानिरीक्षकों (डीजीपी-आईजीपी) के अखिल भारतीय सम्मेलन में शिरकत करने के लिए तीन दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को भुवनेश्वर पहुंचे।श्री मोदी का बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया। हवाई अड्डे के पास एक सार्वजनिक बैठक के दौरान राज्य के भारतीय जनता पाटी्र (भाजपा) नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों धर्मेंद्र प्रधान और अश्विनी वैष्णव ने उनका स्वागत किया।(वार्ता)
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