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महाकुम्भ:जौनपुर, रीवा-बांदा और वाराणसी मार्ग से सबसे ज्यादा ट्रैफिक आने का अनुमान

जौनपुर मार्ग से 21 प्रतिशत, रीवा-बांदा मार्ग से 18 प्रतिशत ट्रैफिक का अनुमान .वाराणसी मार्ग से 16, कानपुर से 14 और मिर्जापुर मार्ग से 12 प्रतिशत तक आ सकता है ट्रैफिक .

  • प्रमुख स्नान पर्व और सामान्य दिनों के लिए ट्रैफिक पुलिस ने तैयार की यातायात योजना

महाकुम्भ नगर । महाकुम्भ 2025 में यातायात को लेकर विशेष प्रबंध किए गए हैं। यातायात पुलिस ने प्रमुख स्नान पर्व और सामान्य दिनों के लिए यातायात योजना तैयार कर ली है। प्रयागराज आने वाले सभी 7 प्रमुख मार्गों पर यातायात प्रबंधन को लेकर व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। ऐसा अनुमान है कि जौनपुर, रीवा-बांदा और वाराणसी मार्गों से सर्वाधिक ट्रैफिक आ सकता है, जबकि कानपुर और मिर्जापुर मार्ग से भी बड़े पैमाने पर लोगों के आने का अनुमान है। ऐसे में आने वाले लोगों को बिना किसी असुविधा के पावन स्नान कराने के लिए यातायात को सुदृढ़ किया गया है। उल्लेखनीय है कि इस बार महाकुम्भ में 40 करोड़ से ज्यादा लोगों के आने की संभावना है और यातायात पुलिस सभी के स्वागत को तैयार है।

जौनपुर मार्ग से सर्वाधिक ट्रैफिक की संभावना

यातायात पुलिस के द्वारा तैयार की गई यातायात योजना के अनुसार विभिन्न दिशाओं से महाकुम्भ मेला और कमिश्नरेट क्षेत्र में आने के 7 प्रमुख मार्ग हैं। इनमें जौनपुर मार्ग, वाराणसी मार्ग, मिर्जापुर मार्ग, रीवा/बांदा मार्ग, कानपुर मार्ग, लखनऊ मार्ग और प्रतापगढ़ मार्ग शामिल हैं। अनमानित यातायात के अनुसार सर्वाधिक 21 प्रतिशत यातायात जौनपुर मार्ग से होने की संभावना है, जबकि रीवां/बांदा मार्ग से 18 प्रतिशत लोगों के आने का अनुमान है। इसी तरह, वाराणसी मार्ग से 16 प्रतिशत, कानपुर मार्ग से 14 प्रतिशत, मिर्जापुर मार्ग से 12 प्रतिशत लोग आ सकते हैं। वहीं, लखनऊ मार्ग से 10 प्रतिशत और प्रतापगढ़ मार्ग से 9 प्रतिशत लोगों के आने की संभावना है।

मेला क्षेत्र में पैदल यात्रियों के लिए एकल मार्गों का निर्धारण

सामान्य दिनों के लिए सभी प्रमुख 7 मार्गों की अलग-अलग यातायात योजना तैयार की गई है। बड़े एवं छोटे वाहनों के लिए अलग-अलग पार्किंग स्थलों का निर्धारण किया गया है। सामान्य दिनों में पैदल यातायात पर शहर क्षेत्र में किसी प्रकार का कोई प्रतिबंध नहीं रहेगा, लेकिन मेला क्षेत्र में एकल दिशा मार्गों का प्रयोग होगा। साथ ही साथ अगर सामान्य दिनों में भीड़ अत्यधिक होती है तो एसएसपी कुम्भ मेला द्वारा मौके की स्थिति के अनुसार डायवर्जन का निर्णय लिया जाएगा।

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