NationalVaranasi

फव्वारा है तो उनके नीचे पानी सप्लाई की पूरी व्यवस्था होनी चाहिए: हरिशंकर जैन

ज्ञानवापी प्रकरण में वादी पक्ष के अधिवक्ता बोले,उम्मीद है न्यायालय हमारे प्रार्थना पत्र पर तथ्यों और साक्ष्य के आधार पर फैसला सुनाएगी

वाराणसी । ज्ञानवापी शृंगार गौरी मामले में वादी पक्ष के वरिष्ठ अधिवक्ता हरिशंकर जैन और उनके पुत्र अधिवक्ता विष्णु जैन ने प्रतिवादी पक्ष के अधिवक्ताओं के बयान वजूखाने में शिवलिंग नहीं फव्वारा मिला है पर नाराजगी जताई हैै। वरिष्ठ अधिवक्ता ने कहा कि अगर ऐसा है तो वे फव्वारा चलाकर दिखा दें। फव्वारा है तो उनके नीचे पानी सप्लाई की पूरी व्यवस्था होनी चाहिए। दूसरे पक्ष को जांच में फिर ऐतराज क्यों है? ।

वरिष्ठ अधिवक्ता और उनके पुत्र बुधवार को मीडिया से रूबरू हुए और अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि मस्जिद परिसर में जहां शिवलिंग मिला है उसके नीचे तहखाने का सर्वे कराया जाना चाहिए। सामने की दीवार को साफ करके अच्छे तरीके से वीडियोग्राफी होनी चाहिए। हमें उम्मीद है कि न्यायालय हमारे प्रार्थना पत्र पर तथ्यों और साक्ष्य के आधार पर फैसला सुनाएगी। वरिष्ठ अधिवक्ता हरिशंकर जैन ने ज्ञानवापी मामले को साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश बताने के बयानों पर कहा कि सही नहीं है। यदि देव,ईश्वर की बेअदबी हो रही है तो क्या यह हिंदू समाज के लोगों का हक नहीं है कि वे अपने आराध्य के लिए आवाज उठाएं। उन्होंने कहा कि माहौल अच्छा बनाए रखने की जिम्मेदारी सिर्फ एक पक्ष की नहीं है।

एआईएमआईएम मुखिया असदुद्दीन ओवैसी के तीखे बयानों से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि ओवैसी कह सकते हैं कि ‘मस्जिद थी, मस्जिद है और मस्जिद रहेगी’ तो वह इस्लामी कानून के हिसाब से बात कहते हैं। परन्तु हमारा हिंदू लॉ यह कहता है कि मंदिर थी, मंदिर है और मंदिर रहेगा। उन्होंने एक सवाल के जबाब में कहा कि अभी इंतजार करिए, आगे और चौंकाने वाले खुलासे होंगे।बताते चले वरिष्ठ अधिवक्ता हरिशंकर जैन की शनिवार को अचानक हालत बिगड़ गई। अस्थमा अटैक के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया। अधिवक्ता ने बताया कि अब अच्छा महसूस कर रहे है। आज वे अपने घर दिल्ली जा रहे हैं। वाराणसी अदालत में जब जरूरत होगी, वे आयेंगे।(हि.स.)

Related Articles

Back to top button