बारिश से मकान गिरने की घटना में आठ बच्चों की मौत
नदी में अचानक आयी बाढ़ से मंदिर में फंसे आठ लोगों को सुरक्षित निकाला गया.गंदेरबल में बादल फटा, भूस्खलन के कारण श्रीनगर-लद्दाख राजमार्ग बंद.
सागर : मध्यप्रदेश के सागर जिले के शाहपुर कस्बे में तेज बारिश के चलते आज सुबह एक कच्चा मकान गिर गया, जिससे उसके मलबे में दबे आठ बच्चों की मौत हो गयी। राहत एवं बचाव कार्य लगातार जारी है। जिला प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार तेज बारिश के बाद सुबह शाहपुर कस्बे में स्थित एक कच्चा मकान अचानक गिर गया। दुर्घटना के बाद मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए राहत एवं बचाव कार्य जारी है। अब तक आठ बच्चों के शव निकाल गए हैं। पुलिस की प्रारंभिक जांच में मकान पंचम अहिरवार का बताया गया है। बताया जा रहा है कि कल रात्रि से यहां तेज बारिश का दौर लगातार जारी है, संभवत: इसी के चलते यह मकान गिरा है। पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव, जिला कलेक्टर दीपक आर्य के साथ ही पुलिस अधीक्षक मौके पर मौजूद हैं।मृतक बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय सागर लाया गया है।
नदी में अचानक आयी बाढ़ से मंदिर में फंसे आठ लोगों को सुरक्षित निकाला गया
मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले के पोहरी अनुविभाग में केदारेश्वर मंदिर के पास अचानक सरकुला नदी का जलस्तर बढ़ जाने के कारण वहां फंसे आठ व्यक्तियों को एसडीआरएफ के दल एवं जिला प्रशासन तथा पुलिस की मदद से सुरक्षित नदी से बाहर निकाल लिया गया है।आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कल केदारेश्वर मंदिर पर गए कुछ लोग अचानक नदी के पानी का स्तर बढ़ जाने के कारण वहां फंस गए थे। इसकी सूचना मिलते ही तत्काल मौके पर प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारियों तथा एसडीआरएफ के दल ने पहुंचकर सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
लगातार बारिश से तवा के तीन गेट खोले गए
मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम जिले में स्थित तवा बांध के जल भराव क्षेत्र मे लगातार हो रही बारिश के चलते तवा बांध के तीन गेट खोल दिए गए हैं।आधिकारिक जानकारी के अनुसार आज सुबह सात बजे तवा बांध का लेवल 1160.10 फिट हो गया है। जो कुल क्षमता का 82 प्रतिशत है। बांध के जल भराव क्षेत्र में निरंतर वर्षा हो रही हैं, जिससे बांध के 3 गेटों से 946 घन मीटर/सेकण्ड जल छोड़ा जा रहा है। बाध का लेवल 1160.10 फिट के ऊपर होने पर जल की आवक अनुसार गेट बढाए जाएंगे।
कटनी में लगातार बारिश से नदी नाले उफान पर
मध्यप्रदेश के कटनी जिले में पिछले पंद्रह घंटे से लगातार बारिश हो रही है, जिसके चलते यहां नदी नाले उफान पर बह रहे हैं। प्रशासन ने लोगों से सावधानी और सतर्कता बरतने की अपील की है।आधिकारिक जानकारी के अनुसार जिला कलेक्टर दिलीप कुमार यादव ने लोगों से नदी-नालों और पुल-पुलियों से सुरक्षित दूरी बनाए रखने का आग्रह किया है। मौसम विभाग के मुताबिक बारिश की दृष्टि से प्रदेश में दो बड़े सिस्टम एक्टिव हैं, साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम, जो लो प्रेशर एरिया में बदल गया है। साथ ही मानसून ट्रफ भी एक्टिव हैं। जो अतिवर्षा का कारण बना है।
सागर में झमाझम बारिश से शहर के कई हिस्सों में जलभराव के बने हालात
मध्यप्रदेश के कई हिस्सो के साथ साथ सागर जिले में भी मानसून के मेहरबान होने से झमाझम बारिश का दौर जारी है। पिछले चौबीस घंटे के दौरान जिले मे चार इंच से अधिक औसत बारिश दर्ज की गयी। इसके चलते शहर के अनेक स्थानों पर जलभराव की स्थिति बन गयी है।जिले के गढाकोटा में पिछले चौबीस घंटे मे लगभग आठ इंच बारिश दर्ज की जा चुकी है। आज भी बारिश का दौर रूक रूक कर जारी है। मूसलाधार बारिश से जन जीवन भी प्रभावित हुआ और शहर के अधिकांश हिस्सों मे जलभराव के हालात बन रहे है।
गंदेरबल में बादल फटा, भूस्खलन के कारण श्रीनगर-लद्दाख राजमार्ग बंद
जम्मू-कश्मीर के गंदेरबल जिले में रविवार को बादल फटने के कारण हुए भूस्खलन की वजह से रणनीतिक श्रीनगर-लद्दाख राजमार्ग पर वाहनों का आवागमन बंद कर दिया गया।अधिकारियों ने यह जानकारी दी और बताया कि इससे धान के खेतों को भी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने बताया कि कावचेरवान कंगन इलाके में बादल फटने से भूस्खलन हुआ, जिससे श्रीनगर-लद्दाख राजमार्ग पर वाहनों का आवागमन बंद हो गया। साथ ही धान के खेतों को भी नुकसान पहुंचा। मलबे में कई वाहन फंस गये और पानी के कारण घर जलमग्न हो गये, जिससे संपत्ति को नुकसान पहुंचा। उन्होंने बताया कि इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।पडवबल के पास सड़क पर एक नहर ओवरफ्लो हो गयी, जिससे सड़क पर काफी कीचड़ जमा हो गया है।
जम्मू-कश्मीर यातायात पुलिस ने एक्स पर पोस्ट पर कहा, “कावचेरवान कंगन इलाके में बादल फटने के कारण श्रीनगर करगिल मार्ग अवरुद्ध हो गया है।”स्थानीय लोगों ने बताया कि बादल फटने की घटनाओं से कंगन इलाके के कई गांव बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, जिससे सड़कों, घरों और फसलों को व्यापक नुकसान पहुंचा है। उन्होंने बताया कि कावचेरवान, चेरवा और पडवबल गांवों में बादल फटने की घटनाएं हुईं, जिससे भूस्खलन हुआ। इसके कारण श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गया, साथ ही धान के खेतों, सड़कों और घरों को भी भारी नुकसान पहुंचा।अधिकारियों ने राजमार्ग पर यातायात बहाल करने के लिए कावचरवान में सड़क साफ करने के लिए सेवा कर्मियों और उपकरणों को लगाया है।(वार्ता)
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