
बाहरी परिस्थितियों के कारण हथियारों की उपयोगिता प्रभावित हुई : राजनाथ
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के कारण रूस से रक्षा उत्पादों तथा कलपुर्जों के आयात को लेकर उपजी आशंकाओं के बीच कहा है कि महत्वपूर्ण हथियारों और उपकरणों की उपयोगिता प्रभावित हुई है और इससे निपटने के लिए आत्मनिर्भरता के प्रयासों को तेज किये जाने की जरूरत है।श्री सिंह ने शनिवार को हैदराबाद में वायु सेना के प्रमुख हेलिकॉप्टर रहे चेतक के हीरक जयंती सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा , “ बाहरी परिस्थितियों ने महत्वपूर्ण हथियारों, और उपकरणों की उपयोगिता पर प्रभाव डाला है। इसलिए आत्मनिर्भरता के हमारे प्रयासों में लगातार बढ़ोतरी आज की सबसे बड़ी जरूरत है। ”
उन्होंने कहा कि भारत जैसे विशाल देश की रक्षा का भार लंबे समय तक दूसरे देशों के कंधों पर नहीं रह सकता है, हमें अपनी रक्षा के लिए अपने खुद के कंधे मज़बूत करने ही होंगे।उन्होंने कहा , “ आज भारत ने 5 टन श्रेणी में हेलिकॉप्टर के डिजायन, विकास और ऑपरेशन में अपनी ताकत दिखाई है। स्वदेशी डिजायन और विकसित उन्नत हल्के हेलिकॉप्टर ध्रुव और इसके संस्करण इस श्रेणी के हेलिकॉप्टरों में भारत की ताकत का उदाहरण हैं। ”श्री सिंह ने कहा कि वैश्विक स्तर पर नेतृत्व के लिए भारत को अपने दस टन के बहुउपयोगी हेलिकॉप्टर के डिजायन में प्रगति करने की आवश्यकता है। इसमें एक ओर तो बड़े बाजार की संभावना है तो दूसरी ओर देश की सेनाओं के लिए भी यह एक महत्वपूर्ण जरूरत है।
रक्षा मंत्री ने चेतक हेलिकॉप्टर की तुलना महाराणा प्रताप के वफादार घोड़े चेतक से करते हुए कहा, “ महाराणा प्रताप के वफादार, और भरोसेमंद घोड़े की तरह ही, चेतक हेलिकॉप्टरों ने भी दशकों तक युद्ध और शांति में हमारे देश की सेवा की है। चेतक हमारी सेनाओं में सबसे लंबे समय तक अपनी सेवाएं देने वाले प्लेटफर्मा में से एक है। युद्ध के मैदान में इसने दुश्मनों को, अपनी अचूक फायरिंग का निशाना बनाया है। ”उन्होंने कहा कि सरकार के लिए राष्ट्र की सुरक्षा सर्वोच्च और वह इसके लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा , “ मैं इस मंच से सभी कर्मवीरों को नमन करता हूँ, और देशवासियों को आश्वस्त करता हूँ कि राष्ट्र की रक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसे सुनिश्चित करने के लिए हम पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। ”
देश की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता : राजनाथ
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि देश की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसकी एकता तथा अखंडता की रक्षा के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।श्री सिंह ने भारतीय वायु सेना द्वारा हाकिमपेट के वायु सेना स्टेशन में चेतक हेलीकॉप्टर की राष्ट्र सेवा के 60 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सम्मेलन उन लोगों के लिए एक उपयुक्त श्रद्धांजलि है जिन्होंने कड़ी मेहनत और समर्पण के साथ राष्ट्र की सेवा की है।चेतक के अमूल्य योगदान के लिए अपना सम्मान व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, “जब भी कोई देश सुरक्षा के लिए युद्ध लड़ता है, तो इसमें केवल सशस्त्र बल ही हिस्सा नहीं लेते हैं। पूरा देश उस युद्ध को लड़ता है। एचएएल जैसे संगठनों के वैज्ञानिक, इंजीनियर और तकनीशियन, जो ‘चेतक’ जैसे हेलीकॉप्टर और अन्य प्लेटफॉर्म विकसित करते हैं, हमारे सैनिकों के समान ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। छोटे व्यवसायों से जुड़े लाखों कर्मचारी भी इन परियोजनाओं के लिए पुर्जों की आपूर्ति करके योगदान करते हैं। यह कॉन्क्लेव उन सभी की कड़ी मेहनत और समर्पण का जश्न मनाता है।”श्री सिंह ने राजपूत राजा महाराणा प्रताप के ‘चेतक’ नामक घोड़े से चेतक’ हेलीकॉप्टर की तुलना करते हुए कहा कि वह न केवल एक मशीन है, बल्कि एक जीवंत और समर्पित इकाई है जो पिछले छह दशकों से लगातार राष्ट्र की सेवा में लग कर दूसरों के लिए मिसाल कायम की है।उन्होंने कहा कि अब तक निर्मित लगभग 700 चेतकों ने पूरे समर्पण के साथ युद्ध और शांति में राष्ट्र की सेवा की है।रक्षा मंत्री ने निर्माण के 60 वर्षों बाद भी एक अग्रणी मंच बने रहने के लिए चेतक की सराहना की।न्यूज़ सोर्स वार्ता