संत रविदास की जन्मस्थली में 24 करोड़ की लागत से बनेगा आधुनिक संग्रहालय
इस म्यूजियम का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 से 23 फरवरी के मध्य वाराणसी के प्रस्तावित दौरे में कर सकते है। संत रविदास जी की विरासत,जीवन,शिक्षाएं और रचनाओं सजीव चित्रण करेगा संग्रहालय .म्यूजियम उनके सम्पूर्ण जीवन और दर्शन के बारे में बताएगा.
वाराणसी :उत्तर प्रदेश की योगी सरकार वाराणसी में उनके जन्मस्थली सीरगोवर्धनपुर में भव्य ,और आधुनिक म्यूज़ियम बनवाने जा रही है। इस म्यूजियम का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय यात्रा 22 से 23 फरवरी के मध्य वाराणसी के प्रस्तावित दौरे में कर सकते है। करीब 4 हज़ार वर्ग मीटर में बनने वाले म्यूज़ियम की लागत लगभग 24 करोड़ है। संत रविदास जी की विरासत उनका जीवन, शिक्षाएं और रचनाओं को सजीव चित्रण करने वाला संग्रहालय होगा जो उनके सम्पूर्ण जीवन और दर्शन के बारे में बताएगा। म्यूजियम का निर्माण कार्य टेंडर प्रक्रिया में है।
संत महात्माओं की धरती काशी में संत रविदास दास जी के जीवन पर आधारित आधुनिक म्यूजियम बनना प्रस्तावित है। यहाँ उनके आध्यात्मिक विरासत को संजोया जाएगा । ये संग्रहालय आपको 15वीं -16वी सदी में वापस ले जाएगा। यूपी प्रोजेक्ट्स कारपोरेशन लिमिटेड वाराणसी के परियोजना प्रबन्धक ने बताया कि संत रविदास की जन्मस्थली सीर गोवर्धन में उनके जीवन और दर्शन पर आधारित 4 हज़ार वर्ग मीटर में संग्रहालय बनेगा। जिसमें 5 बडी गैलरी होंगी।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संत शिरोमणि रविदास के जन्मस्थली जाकर कई बार मत्था टेक कर अपनी महँ संत के प्रति अपनी आस्था प्रकट कर चुके है। पीएम संत शिरोमणि के अनुवाइयो को उनके जीवन पर आधारित आधुनिक म्यूजियम का शिलन्यास कर बड़ा तोहफा देने वाले है। परियोजना प्रबंधक ने बताया डिजिटल चित्र और चलचित्र के माध्यम से संत रविदास के जन्म ,जीवन और आध्यात्मिक उनके गृहस्थ जीवन की जानकारी उपलब्ध होगी।
संग्रहालय आने वाले श्रद्धालुओं के लिए काफी इंटरएक्टिव होगा। जिसमे संत शिरोमणि रविदास के जीवन के बहुत से अनछुए पहलुओं की जानकारी होगी। संग्रहालय में भक्ति आंदोलन के उनके योगदान के बारे में जानकारी संजोई जाएंगी। रैदास द्वारा दी गई शिक्षा,उपदेश और रचना के बारे में गैलरी में विशेष स्थान दिया गया है। जिससे आने वाली पीढ़ी भी उनके विचारों को जान सके। ग्राफ़िक्स व ऑडियो वीडियो के माध्यम से उनके साहित्यिक संकलन को दर्शाया जाएगा। रविदास म्यूजियम टेंडर प्रक्रिया में है।
लैंडस्केपिंग के माध्यम से संग्रहालय को और खूबसूरत बनाया जाएगा ,प्रशासनिक भवन,जन सुविधा के इस्तेमाल चीजें। कैफिटेरिया ,सोविनियर शॉप , श्रद्धालुओं के बैठने आदि के लिए उपयुक्त स्थान होगा।
संत रविदास की जन्मस्थली में 24 करोड़ की लागत से बनेगा भव्य और आधुनिक म्यूजियम
बजट -संत रविदास संग्रहालय एवं संत कबीर संग्रहालय के लिए 25-25 करोड़ रुपए का प्रावधान