49 महीने से मानदेय नही मिला मानदेय,बदहाली का जीवन जी रहे मदरसा के आधुनिकीकरण शिक्षक
महराजगंज। मदरसा शिक्षको का 49 महीने से मानदेय नही मिलने से मदरसा शिक्षक भुखमरी के कगार पर पहुँच गये है जिसके कारण बदहाली का जीवन यापन करने को मजबूर है मदरसा शिक्षक। लॉक डाउन की स्थिति में केंद्र सरकार द्वारा मानदेय नही देने से उत्तपन्न समस्या को सुनने वाला कोई नही है।इस्लामिक मदरसा शिक्षक संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तसौवर हुसैन सिद्दीकी कहना है केंद्र सरकार हर वर्ष बजट तो पास करती है लेकिन मदरसा शिक्षको के खाते में फूटी कौड़ी भी नही भेजती है हर साल मदरसा शिक्षको का मानदेय लेप्स हो जाता है जिसके कारण मदरसा शिक्षको की हालत बद से बदतर हो गयी है। 49 महीने का केन्द्रांश की उम्मीद में कितने शिक्षक असमय काल के गाल में समा चुके है।मदरसा शिक्षको के परिवार दर- दर भटकने को मजबूर है।केंद्र सरकार को इन गरीब मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षको की तरफ ध्यान देना चाहिये ताकि इनका और इनके बच्चो का भविष्य उज्ज्वल हो सके।इस्लामिक मदरसा शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष नुरुल हसन सिद्दीकी ने कहा राज्य सरकार अपने हिस्से का मानदेय तो समय से दे देती है लेकिन केंद्र सरकार का मदरसा शिक्षको के साथ सौतेले रवैये के कारण मदरसा शिक्षक मदरसों में पढ़ाने का कार्य छोड़कर अन्य कार्य मे रुचि लेने लगे है।केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही एसपीक्यूइएम योजना अधर में दिख रही है। संघ के ब्लाक अध्यक्ष नागेन्द्र गौड़,दव्वीर हसन,कृष्णा भारती,नूर आलम आदि ने कहा समय रहते प्रदेश सरकार ने डिमांड उपभोग प्रमाण- पत्र भारत सरकार को भेज दिया लेकिन केंद्र सरकार द्वारा एमएचआरडी में बैठे अधिकारियों की लापरवाही के कारण मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षको को यह दिन देखने को मिल रहे है। इस्लामिक मदरसा शिक्षक संघ ने तत्काल केन्द्रांश जारी करने की मांग भारत सरकार से की है जिससे मदरसा शिक्षको को होने वाली समस्या को दूर किया जा सके।