मोदी ने संचार और आधारभूत ढांचे के विकास के महत्व पर बल दिया
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि बुनियादी ढ़ांचा किसी भी राष्ट्र की ताकत का सबसे बड़ा स्रोत होता है। उन्होंने कहा कि भारत एक बड़ी आर्थिक शक्ति बनने के मार्ग पर अग्रसर है और संचार की उत्कृष्ट व्यवस्था राष्ट्र की प्राथमिकता है। आत्मनिर्भर भारत के लिए संचार और बुनियादी ढ़ांचे के विकास के महत्व पर बल देते हुए श्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार इसे ध्यान में रखते हुए पिछले छह वर्षों से आधुनिक संचार के प्रत्येक पहलू पर काम कर रही है।
प्रधानमंत्री कल उत्तर प्रदेश में माल परिवहन के लिए बनाए गए इस्टर्न डेडिकेटिड फ्रेट कोरिडोर – ई.डी.एफ.सी. के न्यू भाउपुर- न्यू खुर्जा सेक्शन को वर्चुअल माध्यम से राष्ट्र को समर्पित करने के अवसर पर बोल रहे थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह गलियारा आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में बहुत मददगार होगा। इस गलियारे से नई आर्थिक गतिविधियां खुलेंगी और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि इससे किसान रेलगाडियों की सुविधा उपलब्ध होने से किसानों के साथ अन्य लोगों को भी लाभ होगा। मोदी ने कोरिडोर को संचार सुविधाओं में सबसे बड़ी उपलब्धि बताया।
उन्होंने कहा कि यह स्वतंत्रता के बाद सबसे महत्वपूर्ण रेल परियोजना है। उन्होंने कहा कि सरकार पांच माध्यमों राजमार्ग, रेलवे, एयरवेज़, जलमार्गों और आईवेज़ पर ध्यान केन्द्रित कर रही है। उन्होंने कहा कि बुनियादी ढ़ांचे के विकास का राजनीति से कोई लेना देना नहीं है क्योंकि यह भावी पीढ़ियों के लिए है। 351 किलोमीटर लंबे न्यू भाउपुर-न्यू खुर्जा सेक्शन का निर्माण 57 अरब 50 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है और यह उत्तर प्रदेश के अधिकतर हिस्सों से गुजरता है। इससे मौजूदा कानपुर-दिल्ली मुख्य रेलमार्ग पर यातायात के भीड़ कम करने में मदद मिलेगी और भारतीय रेलवे अधिक तीव्र रेलगाड़ियां का संचालन कर सकेगा।