विधायकों की खरीद-फरोख्त के सबूत हैं : गहलोत
जयपुर । राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार को गिराने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त (हार्स ट्रेडिंग) के प्रयास हो रहे थे और उनके पास इसके सबूत हैं। इसके साथ ही गहलोत ने सचिन पायलट का नाम लिये बिना बुधवार को दावा किया कि वह सीधे तौर पर भाजपा के साथ विधायकों की खरीद-फरोख्त में शामिल थे।
पायलट के खिलाफ हमलावर होते हुए गहलोत ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘सफाई कौन दे रहे थे…सफाई वही नेता दे रहे थे जो खुद षडयंत्र में शामिल थे …षडयंत्र का हिस्सा थे। हमारे यहां पर उपमुख्यमंत्री हो, पीसीसी अध्यक्ष हो वो खुद ही अगर डील करें … वो सफाई दे रहे है कि हमारे यहां कोई हार्स ट्रेडिंग नहीं हो रही थी.. अरे तुम तो खुद षडयंत्र में शामिल थे..तुम क्या सफाई दे रहे हो ऐसी स्थिति में देश चल रहा है।’’
उल्लेखनीय है कि 19 जून को राज्यसभा की तीन सीटों के लिए चुनाव से पहले विधायकों को कथित तौर पर प्रलोभन दिए जाने को लेकर कांग्रेस और भाजपा में काफी बयानबाजी हुई थी। मुख्यमंत्री गहलोत ने आरोप लगाया था कि भाजपा कुछ विधायकों को प्रलोभन दे रही है। गहलोत ने राष्ट्रीय मीडिया पर भी निशाना साधते हुए कहा कि राष्ट्रीय मीडिया भी उन लोगों का समर्थन कर रही है जो लोग लोकतंत्र की हत्या और हार्स ट्रेडिंग में शामिल हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्रीय मीडिया उन तत्वों का समर्थन कर रहा है जो कि भाजपा के बंधक हैं, … हॉर्स ट्रेडिंग की गई है, हमारे पास सबूत हैं, हमारे पास प्रूफ है कि उनके दलाल लोग थे जिन्होंने यह काम किया। पैसे की पेशकश कर रहे थे। कई लोगों ने पैसा लिया नहीं है ये सबूत मेरे पास में है। मेरे पास बैठे हुए लोग हैं जिन्होंने मना कर दिया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम तो तीसरी बार मुख्यमंत्री बने और चालीस साल से ज्यादा राजनीति करते हो गये। नई पीढी जो आई है, हम उनको प्यार करते है और आने वाला कल उनका है।’’ अपनी पीढ़ी के संघर्ष को बताते हुए गहलोत ने कहा, ‘‘हम लोगों की अपने समय में युवा कांग्रेस और एनएसयूआई में खूब रगड़ाई हुई थी इसलिये 40 साल बाद में हम जिंदा हैं। 40 साल बाद कोई प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, मुख्यमंत्री, कोई कांग्रेस महामंत्री और केन्द्रीय मंत्री बने हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह नयी पीढ़ी जो आई है जिसके बारे में कहा जाता है कि हम उनको पंसद ही नहीं करते यह बिल्कुल गलत है.. राहुल गांधी पसंद करते है.. सोनिया गांधी पसंद करती हैं.. अशोक गहलोत पंसद करता है…गवाह है… मैंने कहा कि इनकी रगड़ाई नहीं हुई थी इसलिये अब तकलीफ होती है। यह समझ नहीं पा रहे है कि वे केन्द्रीय मंत्री बन गये, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष बन गये … अगर रगड़ाई हुई होती तो अच्छा काम करते। और मैंने कहा कि आज हमसे अच्छा काम वे कर सकते हैं।’’
गहलोत ने कहा कि मीडिया में अच्छी बाइट देना ही कुछ नहीं होता, आपकी प्रतिबद्धता मायने रखती है। उन्होंने कहा, ‘‘मीडिया को दिखता नहीं है क्या ये बात? किसकी बात कर रहे हैं? कोई अच्छा इंग्लिश-हिंदी बोल लेता है, अच्छी बाइट देना वो सब कुछ ही नहीं होता है, अच्छी हेंडसम पर्सनेलिटी से ही सब कुछ नहीं होता है, आपके दिल में क्या है देश के लिए, आपकी प्रतिबद्धता क्या है, आपकी विचारधारा-नीतियां-कार्यक्रम जो हैं आपकी पार्टी के, उनके लिए कितनी बड़ी प्रतिबद्धता है आपकी, ये सब देखा जाता है।’’