3.26 लाख की आबादी में टीबी रोगी खोजेंगी 97 टीम
दो से 11 नवम्बर तक चलेगा सक्रिय टीबी रोगी खोजी अभियान , टीबी रोगियों को चिन्हित करने के लिए दिया जा चुका है प्रशिक्षण .
कुशीनगर । जिले में गठित 97 मेडिकल टीम 3.26 लाख की आबादी में टीबी के रोगी खोजेंगी। इसके लिए सक्रिय क्षय टीबी रोगी खोजी (एसीएफ) यह अभियान आगामी दो से 11 नवम्बर तक चलेगा। इसके लिए तैयारी पूरी कर ली गयी है। अभियान में लगी टीम के सदस्यों को आवश्यक प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
उक्त जानकारी देते हुए जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. वीपी नरसरिया ने बताया कि अभियान में लगी प्रत्येक टीम में तीन-तीन लोग शामिल हैं, जबकि पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी 28 पर्यवेक्षकों को सौंपी गई है । डॉ. नरसरिया ने कहा कि सघन टीबी रोगी खोजी अभियान के दौरान टीबी के जितने भी मरीज चिन्हित किए जाएंगे, उन सभी मरीजों का उचित इलाज किया जाएगा।
टीबी रोगी खोजने 56230 घरों पर जाएगी टीम
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि अभियान के दौरान कुल 56230 घरों पर टीम जाएगी तथा टीबी रोगियों को चिन्हित करेगी।
उन्होंने बताया कि कुबेर स्थान क्षेत्र में 4317, बोदरवार के 2714, नेबुआ नौरंगिया के 2871, तमकूही के 6126, रामकोला के 2500, विशुनपुरा के 3238, सेवरही के 3617 घरों पर टीम जाएगी तथा टीबी रोगियों की खोजेंगी। इसी प्रकार दुधई के 4000, मोतीचक के 3653, कप्तानगंज के 3160, खड्डा के 2817, कसया के 2541, देवथा के 4053, हाटा के 4074 तथा पडरौना के 4474 घरों पर टीम जाकर टीबी रोगियों को खोजेंगी। इस अभियान में 16 चिकित्सक भी लगाए गए हैं।
अभियान के लिए प्रशिक्षित किए गए पर्यवेक्षक
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि डाॅ. बीपी नरसरिया राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन अभियान का पर्यवेक्षण करने वाले पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। क्षेत्र आवंटन के साथ ही उन्हें उनकी जिम्मेदारियों से भी अवगत करा दिया गया है।
टीबी रोग के लक्षण
-14 दिनों से ज्यादा का बुखार
-14 दिनों से ज्यादा खाँसी आना
-सीने में दर्द रहना ।
-खाँसी के साथ मुंह से खून आना।
-भूख कम लगना।
-वजन का घटना।
-बच्चों में वजन का न बढ़ना।
-रात में पसीना आना।