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सपा की किसान विरोधी नीतियों के कारण किसान आत्महत्या को मजबूर था: योगी

किसानों के समृद्धि के लिए मोदी सरकार ने स्वाइल हेल्थ कार्ड, फसल बीमा योजना, कृषि सिंचाई योजना के साथ तकनीकी सुविधाओं को बढ़ावा दिया

  • सपा की किसान विरोधी नीतियों के कारण किसान आत्महत्या को मजबूर था: योगी
  • किसान समर्थन मूल्य की घोषणा भले पिछली सरकारों ने किया हो लेकिन इसे लागू मोदी सरकार ने किया: योगी
  • पूर्व प्रधानमंत्री चौ. चरण सिंह की आवाज हो हमारी सरकार ने बुलंद किया: योगी

लखनऊ । 2014 से पहले किसान आत्महत्या कर रहे थे। मोदी सरकार की किसान हितैषी नीतियों के कारण किसान समृद्ध हो रहा है। किसान समर्थन मूल्य की घोषणा भले ही पिछली सरकारों ने किया हो लेकिन 2018 में लागत का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य लागू करने का काम प्रधानमंत्री मोदी ने किया। वर्ष 2017 में प्रदेश सरकार ने किसानों का 36 हजार करोड़ रुपये कर्जा माफ करके 86 लाख किसानों को खुशहाली का तोहफा दिया। यह बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चौ. चरण सिंह की 129वीं जयंती पर किसान सम्मान दिवस में किसानों को सम्मानित करते हुए कही। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसानों के हित में चौ चरण सिंह ने सड़क से संसद तक पहुंचाया। उनका मत था कि देश की खुशहाली का रास्ता किसानों के खेत से जाता है। जब किसान समृद्ध होगा तो देश भी आगे बढ़ता हुआ दिखाई देता है। हमारी सरकार ने चौ. चरण सिंह की आवाज को बुलंद किया है।

उन्होंने पिछली सरकारों को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि 2014 के पहले किसान आत्महत्या कर रहे थे। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में जिस तरह से देश की सरकार किसानों के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 के बाद मोदी सरकार की किसान हितैषी नीतियों के कारण किसान समृद्ध हो रहा है। मोदी सरकार ने मिट्टी की जांच के लिए स्वाइल हेल्थ कार्ड योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना लागू करने के साथ ही खेती-किसानी में भी विविधीकरण और आधुनिक तकनीक की व्यवस्था कर रहे हैं। मोदी सरकार ने किसान सम्मान निधि का काम भी किया है। उन्होंने कहा कि किसान समर्थन मूल्य की घोषणा भले ही पिछली सरकारों ने किया हो लेकिन 2018 में लागत का डेढ़ गुना इसका समर्थन मूल्य लागू करने का काम प्रधानमंत्री मोदी ने किया। 2017 में जब हमारी सरकार प्रदेश में बनी तो हमारे सामने चुनौतियां थीं।

सपा सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि पिछली सरकार की किसान विरोधी सोच के कारण किसान आत्महत्या करने को मजबूर था या तो किसानी से पलायन कर रहा था। हमारी सरकार ने 86 लाख किसानों की कर्जा माफी का काम किया। हमारी प्रदेश की पहली सरकार थी जिसने किसानों के 36 हजार करोड़ रुपये का कर्जा माफ करने का काम किया। वहीं कई सौ कृषि सिंचाई की योजनाएं पूरी कराने का काम किया जा रही हैं। इससे विगत साढ़े चार वर्ष के भीतर हमारी सरकार ने 22 लाख हेक्टेयर भूमि को सिंचाई की व्यवस्था कराई है। 2017 के पहले प्रदेश के भीतर 123.6 मीट्रिक टन धान की खरीद हुई। लेकिन हमारी सरकार में 203.26 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद करके किसानों को एमएसपी के दाम का भुगतान भी किया है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में मात्र 94.38 लाख मीट्रिक टन गेहूं का क्रय कराया विचौलियों के जरिए कराया गया। लेकिन हमारी सरकार ने 919.12 लाख मीट्रिक टन सीधे किसानों से खरीदा। जिसका भुगतान सीधे किसानों के बैंक खातों में किया गया। न्यूनतम समर्थन मूल्य हमारी सरकार ने लागू किया जिसमें दलहन, तिलहन भी शामिल है। प्रदेश के 20 ऐसे जिले थे जहां कृषि विजान केन्द्र नहीं थे हमने यहां पर यह व्यवस्था लागू कराई।

उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों का पिछली सरकार में वर्षों से भुगतान बाकी था। हमारी सरकार ने अब तक डेढ़ लाख करोड़ रुपये गन्ना भुगतान करने का काम किया है। जब दुनिया की सभी चीनी मिलें बंद थीं हमारी सरकार ने कोई भी चीनी मिल को बंद नहीं होने दिया। उन्होंने कहा कि चौ. साहब के इलाके में 30 वर्ष से बंद चीनी मिल को चलाने का काम हमारी सरकार ने किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मंडी परिषद के माध्यम से 11 किसानों को टैक्टर देने का काम किया गया। खेती के उत्त्पादन बढ़ाने के काम कर रहे हैं। उन्होंने किसानों को आगाह करते हुए कहा कि केमिकल की खेती से फसलें नई-नई बीमारियों को जन्म दे रही है। आज प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में वाराणसी में जीरो बजट की खेती का खाका खींचा जाएगा। उन्होंने कहा कि केमिकल का इस्तेमाल किए बिना और गो माता के गोबर से खेती की जा सकती है। इससे एक तरफ गोमाता का संरक्षण होगा और तो दूसरी तरफ जीरो बजट पर खेती किसानी भी हो सकेगी।

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