लखनऊ । किसान नेता का चोला पहन कर अपने समर्थक बलवाइयों के जरिये देश की राजधानी को कभी न भरने वाले जख्म देने वाले राकेश टिकैत आस्था के भी सबसे बड़े डकैत निकले । खुद को देश और संविधान से बड़ा दिखाने की सनक में टिकैत और उनके समर्थकों ने हिन्दू आस्था के केंद्र श्री राम मंदिर की झांकी को भी नहीं बख्शा । गणतंत्र दिवस पर टिकैत के बेकाबू गुंडों ने श्री राम मंदिर की झांकी को भी तोड़ दिया । देश में पहला पुरस्कार पानी वाली श्री राम मंदिर की झांकी पर लाल किले में घुसे टिकैत समर्थकों ने हमला किया।
दिन रात खेतों में मेहनत करने वाले भोले भाले किसानों के नाम पर खुद की राजनीति चमकाने की कोशिश कर रहे राकेश टिकैत का असली चेहरा सामने आ गया है। टिकैत के गुंडों द्वारा किसानों के आराध्य भगवान राम के मंदिर की झांकी में तोड़ फोड़ से यूपी के लोग आक्रोशित हैं । गणतंत्र दिवस पर राजधानी की सड़कों पर बवाल कर रहे लाठी डंडों से लैस गुंडे टिकैत के इशारे पर लाल किले में घुस गए। टिकैत समर्थकों ने लाल किले के भीतर घंटों उत्पात मचाया। पुलिस वालों पर हमले कर घायल किया।
राष्ट्रीय प्रतीकों को नुकसान पहुंचाया। अहंकार और सनक में चूर टिकैत समर्थकों ने वहां रखी उत्तर प्रदेश सरकार की राम मंदिर झांकी पर भी हमला किया। पहली बार गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल हुई राम मंदिर की झांकी पर टिकैत समर्थकों ने लाठी,डंडे और राड चलाए। टिकैत समर्थक इतने पर ही नहीं रुके मंदिर की झांकी में तोड़ फोड़ के बाद चीजों को इधर उधर फेक कर विखेर दिया। लेकिन टिकैत समर्थकों के तमाम हमलों के बावजूद श्री राम मंदिर की झांकी को देश में पहला स्थान मिला है । जिस उत्तर प्रदेश की झांकी पर यूपी और पूरे देश को गर्व हुआ राकेश टिकैत के गुंडों ने उसे ही ध्वस्त करने की कोशिश की।