बंगाल के गौरव को पुनः स्थापित करने के लिए हम कटिबद्ध हैं : जेपी नड्डा

हुगली। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक बार फिर कहा है कि उनकी पार्टी बंगाल के गौरव को पुनः स्थापित करने के लिये पूरी तरह कटिबद्ध है। बुधवार को हुगली जिले के चंदन नगर स्थित रासबिहारी बोस रिसर्च इंस्टिट्यूट पहुंचे भाजपा अध्यक्ष ने क्रांतिकारी रासबिहारी बोस की तस्वीर पर माल्यार्पण करने के बाद रिसर्च इंस्टिट्यूट का निरीक्षण किया।

इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि बंगाल क्रांतिकारियों और वीर योद्धाओं की सामाजिक नेतृत्व देने वाली भूमि रही है। ऐसी भूमि से संबंध रखने वाले क्रांतिकारी रासबिहारी बोस की कर्म भूमि पर आकर उन्हें गौरव का अनुभव हो रहा है। उन्होंने कहा कि अमृत महोत्सव के अवसर पर देश के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले क्रांतिकारियों की जन्मभूमि और कर्मभूमि पर जाकर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करना एक भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में हमें प्रेरणा देता है। रासबिहारी बोस के कृतित्वों का स्मरण करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि बोस ने विदेशी ताकतों के खिलाफ बेहद महत्वपूर्ण लड़ाई लड़ी थी और उन्होंने क्रांति के बीज भी बंगाल में बोये थे।

उन्होंने ग़दर क्रांति में भी हिस्सा लिया था और अंग्रेजों को टक्कर देने की योजना बनाकर आगे बढ़े थे। रासबिहारी बोस ने आजाद हिंद फौज की नींव रखी थी जिसे नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने एक अखिल भारतीय स्वरूप दिया। वर्ष 1915 में रासबिहारी बोस को भारत छोड़ना पड़ा। हालांकि उनका शरीर जापान में था लेकिन उनका मन हमेशा भारत में ही रहा। रासबिहारी बोस का साहित्य यह बताता है कि किस प्रकार उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि यहां से नई उर्जा लेकर मैं और हमारे साथी बंगाल की सेवा करने के लिए कटिबद्ध और वचनबद्ध हैं।

बंकिम बाबू की कर्मस्थली पर आकर गौरवान्वित हूं : जेपी नड्डा

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा बुधवार दोपहर बंकिम चंद्र चटर्जी की कर्मस्थली हुगली जिले के चुंचूड़ा स्थित वंदे मातरम भवन पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि बंकिम बाबू की कर्मस्थली पर आकर वे गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।वंदे मातरम भवन का निरीक्षण करने के उपरांत मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि बंकिम बाबू ने अपने साहित्य के माध्यम से बंगाल की संस्कृति को पूरे विश्व भर में पहुंचाने का काम किया।

बंकिम बाबू ने इस स्थान पर पांच वर्ष बिताए और भारत के राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम की रचना की बंकिम बाबू जैसे मनीषियों ने अपने जीवन को देश के लिए खपा दिया। बंकिम बाबू की कर्म स्थली पर आकर हम यहां के मनीषियों से प्रेरणा लेते हैं कि नई उर्जा के संचार के साथ हम अपनी पार्टी अपने देश और राष्ट्रवाद को बढ़ावा देंगे।इस दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ हुगली की सांसद लॉकेट चटर्जी, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजुमदार और राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी सहित बड़ी संख्या में भाजपा के नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे।(हि.स.)।

 

 

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