डाका डालने की नीयत से पहुंचे डकैतों को ग्रामीणों ने धर दबोचा
असफल होने पर डकैतों ने एक ब्यक्ति को मारी गोली
सिकन्दरपुर (बलिया) थाना क्षेत्र के नेमा का टोला गांव में बुधवार की मध्यरात्रि आधा दर्जन डकैत एक घर मे डकैती डालने के नीयत से धावा बोल दिया। पर ग्रामीणों के सुझबूझ से डकैत डकैती करने में असफल हो गए। वहीं एक चोर को खेत में दौड़ा कर ग्रामीणों ने पकड़ लिया। ग्रामीणों ने पकड़ें गए चोर की जमकर आवाभगत भी किया। इसी दौरान डकैतों ने अपने साथियों को भगाने व छुड़ाने के नीयत से अंधाधुंध फायरिंग भी किया। जिसमें मकान स्वामी गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना की सुचना पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों द्वारा पकड़े चोर को अपने कब्जे में ले लिया तथा उसकी निशानदेही पर डकैती की योजना में शामिल अन्य दो चोरों को भी गिरफ्तार कर लिया। घटना की सूचना पाकर पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ भी मौके पर पहुंचकर पूरें मामलें की विस्तृत जानकारी ली।
प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र के नेमा के टोला गांव निवासी केदार चौधरी 45 वर्ष पुत्र स्वर्गीय शंकर चौधरी बुधवार की रात खाना पीना खाकर अपने घर में सो रहे थे। इसी दौरान गांव के किसी अन्य व्यक्ति ने केदार चौधरी के सगे भाई दीना चौधरी को मोबाइल फोन पर सूचना दिया कि आपके घर के बाहर 4 लोग खड़े हैं तथा इधर उधर झांक रहे हैं। सूचना पाकर दीना चौधरी अपने परिवार के लोगों के साथ घर के बाहर देखने के लिए आए तब तक चार चोर घर के अंदर दीवार फांद कर घुस चुके थे। जिसके बाद परिजनों ने घर के कोने कोने तक चोरों को ढूंढा पर कहीं पता नहीं चला। इसी दौरान यह बात पूरे गांव में आग की तरह फैल गई तथा सभी ग्रामीण पुरुष महिलाएं लाठी डंडे लेकर केदार चौधरी के घर को चारों तरफ से घेर लिया। इसी दौरान बाहर खड़े एक डकैत ने अपने अन्य साथियों को फसता हुआ देख धड़ाधड़ गोलियां चलानी शुरू कर दी। इसी दौरान घर मे घुसे चार चोर अचानक दीवार फांद कर भागने लगें। ग्रामीणों ने अपनी सक्रियता दिखाते हुए चोरों का पीछा करने लगें तथा एक चोर को खेत मे दौड़ाकर पकड़ लिया। वहीं चोरों द्वारा अपने बचाव मे चलाई गई एक गोली केदार चौधरी के पेट में जा लगी। आनन-फानन में केदार चौधरी को जिला अस्पताल ले जाया गया जहां पर उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए चिकित्सक ने वाराणसी के लिए रेफर कर दिया। वहीं स्थानीय पुलिस इस मामले की जांच मे जुट गई हैं।