नई दिल्ली । केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज कहा कि उच्च शैक्षणिक संस्थानों के लिए आर्थिक व्यवहार्यता महत्वपूर्ण है। इन संस्थानों को गुणवत्ता से समझौता किए बिना अपनी परिचालन लागत में कमी लाने की आवश्यकता है।
वह उच्च शिक्षा के भविष्य पर एमआईटी एडीटी यूनिवर्सिटी के प्रतिनिधियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक बैठक को संबोधित कर रहे थे। श्री गडकरी ने कहा कि विश्वविद्यालयों को अधिक दक्ष बनाने की आवश्यकता है और मूल्य आधारित शिक्षा समाज की ताकत है। उन्होंने कहा कि हमारे युवाओं को अपनी ताकत और कमजोरियों को समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि युवाओं के समक्ष आने वाली समस्याओं को अवसरों में बदला जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस स्तर पर युवाओं की क्षमता बढ़ाना देश के लिए महत्वपूर्ण है।
श्री गडकरी ने हितधारकों के बीच एकीकृत दृष्टिकोण, प्रभावी समन्वय और टीम भावना की आवश्यकता पर जोर देते हुए उद्योग से इस चुनौतीपूर्ण समय से निपटने के लिए आत्मविश्वास और सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि उद्योग जगत को ज्ञान को धन में बदलने के लिए नवाचार, उद्यमिता, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, अनुसंधान कौशल और अनुभवों पर अधिक ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
श्री गडकरी ने याद किया कि जापान सरकार ने चीन से जापानी निवेश निकालने और अन्यत्र स्थानांतरित करने के लिए अपने उद्योगों को विशेष पैकेज देने की पेशकश की है। उन्होंने उल्लेख किया कि यह भारत के लिए एक अवसर है जिसका उसे लाभ उठाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि देश के उद्योगों के विकेंद्रीकरण की दिशा में कार्य करने तथा ग्रामीण, जनजातीय और पिछड़े क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कृषि एमएसएमई क्षेत्र में संभावनाओं का पता लगाने की आवश्यकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार वाहन परिमार्जन नीति शुरु करने की योजना बना रही है। पुनर्चक्रण समूहों को बंदरगाहों के पास शुरू किया जा सकता है, जिससे देश में ऑटोमोबाइल विनिर्माण उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। श्री गडकरी ने प्रतिभागियों से सवालों के जवाब दिए जो उद्यमी के लिए आवश्यक गुणों और निर्णय लेने के संबंध में मार्गदर्शन से संबंधित थे।