“बच्चों व गर्भवती को टीका लगाया, साफ-सफाई का फायदा बताया “
उप स्वास्थ्य केंद्र भटवलिया पर हुआ वीएचएसएनडी सत्र का आयोजन .डीएचईआईओ ने हाथ धोने का सही तरीका और मॉस्क की उपयोगिता भी बताई .
कुशीनगर । जनपद के विभिन्न उप स्वास्थ्य उप केंद्रों पर शनिवार को जहां बच्चों व गर्भवती का टीकाकरण किया गया, वहीं उपस्थित लोगों को साफ-सफाई का फायदा बताया गया । जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी (डीएचईआईओ) विनय कुमार नायक ने टीकाकरण सत्र के साथ-साथ दस्तक अभियान का भी जायजा लिया तथा लोगों को हाथ धोने का सही तरीका और माॅस्क की उपयोगिता बतायी।
स्वास्थ्य केंद्र भटवलिया पर ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस ( वीएचएसएनडी) आयोजित किया गया। इस मौके पर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए गर्भवती व बच्चों का टीकाकरण किया गया। केन्द्र पर आने वाले सभी बच्चों तथा गर्भवती को हाथ धुलने का सही तरीका बताकर हाथ धुलवाया गया। हेल्थ विजीटर राधिका, एएनएम शशिकला व आशा साहनी द्वारा सावधानी पूर्वक बच्चों, किशोरी व गर्भवती को टीका लगाया गया । टीकाकरण कार्य में आशा कार्यकर्ताओं ने विशेष सहयोग किया। टीकाकरण के लिए चार गर्भवती व 24 बच्चों की का ड्यू डेट थी, जिसमें से केन्द्र पर पहुंचने वाले सभी लाभार्थियों को टीका लगाया गया। जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी ने महिलाओं से कहा कि कोविड-19 को देखते हुए सभी को सचेत रहना पड़ेगा, क्योंकि सतर्कता और बचाव ही कोरोना से बचने का बेहतर उपाय है।
लोग भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें, यदि विषम परिस्थितियों में घर से बाहर जाना पड़े तो मॉस्क जरूर लगाकर निकलें, जहाँ भी रहें एक दूसरे से कम से कम दो गज की दूरी बना कर रहें। हर घंटे 60 सेकेंड तक साबुन-पानी से हाथ धुलते रहें। उन्होंने कहा कि सभी गर्भवती अपनी सेहत और सफाई को लेकर सचेत रहें। एनीमिया से बचने के लिए आयरन व कैल्शियम की गोली खाती रहें। समय समय पर चिकित्सकीय सलाह भी लेती रहें। पौष्टिक आहार पर विशेष ध्यान दें।
डीएचईआईओे ने केन्द्र पर आने वाले लाभार्थियों को “सुमन-के” विधि से हाथ धोने का तरीका भी बताया। उन्होंने गर्भवती को संस्थागत प्रसव कराने के लिए भी प्रेरित किया। यह भी कहा कि कोरोना के अलावा दिमागी बुखार को भी काबू में करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। आशा कार्यकर्ता द्वारा दरवाजे पर चस्पा किए जा रहे स्टीकर को देखें तथा पढ़े उसके अनुसार साफ सफाई करें तथा बुखार आने पर तत्काल सरकारी अस्पताल पर जाकर इलाज कराएं। बुखार में देरी भारी पड़ सकती है।