यूक्रेन पर कब्जा करने के करीब पहुंची रूसी सेना,जेलेंस्की को कीव छोड़ने में मदद करेगा अमेरिका
यूक्रेन पर रूसी आक्रमण लगातार तेज हो रहा है। रूस द्वारा कीव के विक्ट्री एवेन्यू पर सैन्य इकाइयों को निशाना बनाने की खबर सामने आई है। हालांकि रूस ने इस हमले को खारिज कर दिया था लेकिन सूत्रों ने इसकी पुख्ता जानकारी दी है और यूक्रेन की सेना ने भी अब अपने सत्यापित फेसबुक पेज पर इसकी पुष्टि कर दी है।वहीं अब पुतिन की सेना यूक्रेन पर कब्जा करने के करीब पहुंच गई है, दूसरी ओर पुतिन ने भी अन्य देशों को धमकी दे डाली है कि कोई भी बीच में न पड़े नहीं तो उसे भी अंजाम भुगतना पड़ सकता है। उन्होंने अमेरिका समेत सभी देशों को चेताते हुए कहा कि हमारे पास परमाणु हथियार हैं जो हम जरूरत पड़ने पर चला सकते हैं। गौरतलब है कि यूक्रेन की राजधानी कीव में स्थानीय समयानुसार शुक्रवार शाम को एक बार फिर तोपों की गरज सुनाई दी। जंग के तीसरे दिन रूस के सैनिक राजधानी कीव के काफी करीब पहुंच चुके हैं। रात दिन हो रहे धमाकों से देश में दहशत है।
जेलेंस्की को कीव छोड़ने में मदद करेगा अमेरिका
रूसी सैनिक लगातार कीव की ओर बढ़ रहे हैं। इस बीच अमेरिकी अधिकारी वलोडिमिर जेलेंस्की को शहर छोड़ने में मदद करने के लिए तैयार हैं।अमेरिकी और यूक्रेनी अधिकारियों ने द वाशिंगटन पोस्ट को बताया कि संयुक्त राज्य अमेरिका जेलेंस्की को रूसी सेना द्वारा पकड़े जाने या मारे जाने से बचाने में मदद करना चाहता था।
देश छोड़कर नहीं गए राष्ट्रपति जेलेन्सकी
राष्ट्रपति जेलेन्सकी ने शुक्रवार को एक वीडियो जारी कर इस बात की पुष्टि की वे रूस का सामना करने के लिए कीव में डटे हुए हैं, देश को अकेला छोड़ कहीं नहीं गए हैं। राष्ट्रपति ने ट्वीट कर बताया कि उन्हें पिछले कुछ घंटों में विदेशी नागरिकों ने इमेल भेजे हैं और पूछा हे कि यूक्रेन के लिए जंग में वे कैसे मदद कर सकते हैं। साथ ही कुछ सुझाव भी दिए हैं। जेलेन्सकी ने कहा कि मेल भेजने वालों में अधिकांश रिटायर्ड मिलिट्री हैं।
सीजफायर पर बात करने को तैयार है यूक्रेन
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेन्सकी के प्रवक्ता ने कहा है कि आज रात रूस राजधानी कीव को दहलाने की कोशिश कर सकता है। अब यूक्रेन सीजफायर व शांति के लिए सहमत है। शुक्रवार को सोशल मीडिया पर प्रवक्ता सर्गी नाइकाइफोरोव (Sergii Nykyforov) ने कहा कि बातचीत के लिए समय और स्थान के चुनाव को लेकर रूस व यूक्रेन के बीच वार्ता जारी है। उन्होंने कहा, ‘यूक्रेन सीजफायर के बारे में बातचीत के लिए तैयार है।’ राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने तो यहां तक कह दिया कि अब उनकी सेनाएं चार दिन तक ही राजधानी कीव को बचा पाएंगी, क्योंकि कब्जे की लड़ाई उसके नजदीक आ गई है।
अमेरिका ने लगाए नए प्रतिबंध
यूक्रेन में रूस द्वारा किए गए सैन्य कार्रवाई को लेकर खफा अमेरिका ने पहले आर्थिक प्रतिबंध लगाए। साथ ही वहां के एलिट वर्ग के लोगों पर रोक लगा दिया था और अब राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन और विदेश मंंत्री लावरोव पर अमेरिका ने यात्रा प्रतिबंध का ऐलान किया है।
कोई भी देश रास्ते की रूकावट न बनें, परमाणु हथियार भी है हमारे पास : पुतिन
यूक्रेन की पहले के बाद रूस ने भी शांति स्थापना के लिए बातचीत करने का संकेत दिया है। आपको बता दें कि यूक्रेन पर रूस के जबरदस्त हमले के बाद गुरुवार को राष्ट्रपति वोलोदोमीर जेलेंस्की ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के पास फोन किया था, लेकिन इसका उन्हें कोई जवाब नहीं मिला था। इसके बाद रूस ने एक बयान में कहा कि जेलेंस्की ने फोन किया था जिसमें उन्होंने वार्ता की गुजारिश की थी। इसके बाद रूस की तरफ से बातचीत के लिए हामी भरी गई थी, लेकिन रूस इस वार्ता को बेलारूस के मिन्स्कक शहर में करना चाहता है जबकि यूक्रेन इसको पौलेंड के वर्सा में करना चाहता है। रूस ने ये भी कहा था कि ये बातचीत केवल यूक्रेन को एक न्यूट्रल स्टेट घोषित करने को ही होगी। इस पर सहमति नहीं बनने के बाद बातचीत आगे नहीं बढ़ सकी। इस बीच रूस ने बातचीत का संकेत फिर दिया है। लेकिन ये भी साफ कर दिया है कि ये बातचीत केवल उसकी ही शर्तों पर होगी।
हालांकि रूस ने साफ कर दिया है कि वो यूक्रेन पर कब्जा करने के इरादे से ही आगे बढ़ रहा है और वो वहां की मौजूदा सरकार को हटाने की तैयारी में भी है। रूस ने यूक्रेन का साथ देने की बात करने वाले सभी देशों को चेतावनी दे दी है कि यदि उसकी राह में रोड़े अटकाए गए तो विकल्प के तौर पर उसके पास परमाणु हथियार भी हैं जिनका इस्तेमाल करने से उसको कोई परहेज नहीं होगा। रूस के बयानों में सीधा संकेत अमेरिका को लेकर ही दिया गया है। हालांकि रूस की तरफ से अमेरिका का नाम नहीं लिया गया है। इस बीच कीव में जबरदस्त लड़ाई जारी है। बीती रात को कीव में कई जगहों पर बम धमाकों से शहर दहल गया और लोगों की जान आफत में पड़ी रही। रूस की बमबारी से यहां के कई घर बर्बाद हो गए हैं। लोगों को बचने के लिए बंकरों में या तहखाने में शरण लेनी पड़ रही है।
शुक्रवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने एक भावुक वीडियो संदेश जारी किया था जिसमें अपने बचाव में हमला करने की बात कही गई थी। उन्होंने इसके लिए लोगों से तैयार रहने को भी कहा था। इसके बाद कीव के दक्षिण पश्चिम में मौजूद वेसलकीव एयरबेस पर बमबारी हुई है। इस बीच यूक्रेन ने कहा है कि उसने रूस के एक ट्रांसपोर्ट विमान को भी मार गिराया गया है। हालांकि रायटर्स ने इसकी कोई पुष्टि नहीं की है। कीव में रहने वाले लोगों से यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने यहां तक कहा है कि वो रूसी सैनिकों पर हमले के लिए पेट्रोल बम बनाकर तैयार रखें। रूस की तरफ से यूक्रेन के सेनिकों को ये भी चेतावनी दी गई है कि वो ढाल के तौर पर नागरिकों का इस्तेमाल न करें। सुरक्षा परिषद के साथ हुई वार्ता में रूस ने साफ कहा है कि यूक्रेन किसी भी सूरत से नाटो का सदस्य नहीं बनेगा। उसको क्रीमिया को रूस का हिस्सा मानना होगा।
मैंने पुतिन को फोन किया, उन्होंने बात नहीं की : जेलेंस्की
अपने देश पर रूस के हमले की बढ़ती आशंका के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूसी जनता से भावुक अपील की है। उन्होंने एक वीडियो संदेश जारी कर यूरोप में बड़ी जंग का खतरा जताया है। जेलेंस्की ने कहा, ‘आज मैंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को फोन किया, उन्होंने बात नहीं की…। यह बड़ी जंग की शुरुआत हो सकती है।’ राष्ट्रपति जेलेंस्की ने वीडियो संदेश में कहा कि रूस ने करीब 2 लाख सैनिकों को सीमावर्ती इलाकों में भेज दिया है। उन्होंने कहा ‘पूरी दुनिया कह रही है कि अब किसी भी दिन जंग छिड़ सकती है। किसी भी क्षण संग्राम छिड़ सकता है। आपसे कहा जा रहा है कि इस जंग से यूक्रेन के लोग स्वतंत्र हो जाएंगे, लेकिन यूक्रेनी पहले से ही स्वतंत्र हैं।’रूसी जनता के नाम अपने सीधे संदेश में जेलेंस्की ने कहा, ‘यूक्रेन आज खबरों में है और वास्तव में हम दो देश हैं। उनका मुख्य अंतर यह है कि हम असली हैं। मैं मानता हूं कि रूस उन देशों में होना चाहिए, जो हमें स्पष्ट सुरक्षा की गारंटी दे। मैं कई बार कह चुका हूं कि रूस के राष्ट्रपति (पुतिन) टेबल पर बैठें और बात करें।’ उन्होंने कहा, ‘यदि रूसी नेतृत्व शांति के लिए हमारे साथ बैठना नहीं चाहता है, लेकिन हो सकता है वह आपसे चर्चा करे। क्या रूसी जनता जंग चाहती है? मुझे इस सवाल का जवाब चाहिए। यह उत्तर सिर्फ आप दे सकते हो। रूसी संघ की जनता यह जवाब दे सकती है।’
वीडियो संदेश में जेलेंस्की ने रूसी जनता से कहा, ‘आपसे कहा जा रहा है कि हम रूसी संस्कृति से नफरत करते हैं? कोई किसी संस्कृति से कैसे घृणा कर सकता है? पड़ोसी हमेशा एक दूसरे की संस्कृति को मजबूत करते हैं, लेकिन एक दूसरे में घुल नहीं सकते। हम अलग हैं, लेकिन यह शत्रुता की वजह नहीं हो सकती।’ अंत में उन्होंने कहा, ‘हम हमारे दम पर हमारा इतिहास रचना चाहते हैं और शांति व ईमानदारी से जीना चाहते हैं। आपको बताया गया कि हम नाजी हैं, लेकिन नाजीवाद पर जीत के लिए 80 लाख से ज्यादा लोगों की कुर्बानी देने वाले लोग नाजियों का समर्थन कैसे कर सकते हैं? आपको बताया गया है कि यूक्रेन रूस के लिए एक खतरा है, यह अतीत में भी नहीं था, अभी भी नहीं है और भविष्य में भी रूस के लिए खतरा नहीं रहेगा।’उधर, रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध संकट और भी गहराता जा रहा है। कीव से मिली रिपोर्ट के अनुसार बार-बार यह खबर आ रही है कि रूसी सेना यूक्रेन में प्रवेश कर गई है। हालांकि इसकी पुष्टि अभी नहीं हुई है। उधर, खतरे की आशंका को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) आज इस हफ्ते में दूसरी बार यूक्रेन पर चर्चा करेगी। यह बैठक कुछ ही समय में शुरू होने वाली है। इस बीच जंग की जोखिम के चलते यूक्रेन ने गुरुवार को अपने हवाई क्षेत्र में नागरिक विमानों को प्रतिबंधित कर दिया है। यूक्रेनी हवाई क्षेत्र में उड़ान भरने के जोखिम स्तर को ‘डू नॉट फ्लाई’ तक बढ़ा दिया गया है।
यूक्रेन के विदेश मंत्री ने भारत से लगाई युद्ध रुकवाने की गुहार
यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने शुक्रवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर से फोन पर बात की। उन्होंने यूक्रेन के खिलाफ सैन्य अभियानों को समाप्त करने के लिए रूस के साथ भारत के संबंधों के प्रभाव का उपयोग करने का आग्रह किया। कुलेबा ने भारत से एक अस्थायी UNSC सदस्य के रूप में भी ‘यूक्रेन में शांति बहाल करने’ पर मसौदा प्रस्ताव का समर्थन करने का भी आग्रह किया।