केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने पत्नी संग लगवाया स्वदेशी कोवैक्सीन टीका
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन और उनकी पत्नी ने दिल्ली हार्ट एंड लंग इंस्टीट्यूट में जाकर कोरोना का टीका लगवाया। मंगलवार को दोनों ने कोरोना की स्वदेशी वैक्सीन की पहली डोज ली। डॉ. हर्षवर्धन और उनकी पत्नी ने दिल्ली हार्ट एंड लंग इंस्टीट्यूट में 250-250 रुपये की पर्ची कटवाई और कोविड वैक्सीन को पहली डोज ली। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने कहा मैं इस अवसर पर देश के समस्त उन नागरिकों से अपील करूंगा जिनकी उम्र 60 साल से ऊपर है या वे 45 साल या 59 साल के बीच में है और उन्हें कोई दूसरी प्रमुख बीमारियां है वे कोरोना वैक्सीन जरूर लगवाएं।
टीकाकरण के दूसरे चरण के पहले दिन 60 वर्ष से अधिक आयु के 1,28,630 लाभार्थियों को दिया गया टीका
बता दें कि सोमवार को टीकाकरण के दूसरे चरण के पहले दिन 60 वर्ष से अधिक आयु के 1,28,630 लाभार्थियों और 45 साल तथा इससे अधिक आयु के 18,850 लाभार्थियों को कोविड-19 का पहला टीका दिया गया।
देश में अब तक टीके की 1.47 करोड़ से अधिक दी जा चुकी खुराक
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय अनुसार, देश में अब तक टीके की 1.47 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है। सोमवार को सुबह नौ बजे को-विन वेबसाइट पर पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू होने के बाद 25 लाख लाभार्थियों ने पंजीकरण करवाया। इनमें से 24.5 लाख सामान्य नागरिक हैं और बाकी स्वास्थ्य कर्मी तथा अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मी हैं।
टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री ने लगवाई कोविड-19 वैक्सीन की पहली डोज
नई दिल्ली । टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री ने मंगलवार को अहमदाबाद के एक हॉस्पिटल में कोविड-19 वैक्सीन की पहली डोज लगवाई। 58 वर्षीय शास्त्री ने इसके लिए अपोलो हॉस्पिटल के स्टाफ को शुक्रिया भी कहा। शास्त्री ने ट्विटर पर एक फोटो शेयर की, जिसमें वह कोविड-19 वैक्सीन की पहली डोज लगवाते हुए नजर आ रहे हैं। शास्त्री की इस पोस्ट पर फैन्स ने उनको जमकर ट्रोल किया है। इस पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने ट्वीट किया, कोविड-19 वैक्सीन की पहली डोज लग गई। मेडिकल प्रोफेशनल्स और वैज्ञानिकों को धन्यवाद, जिन्होंने महामारी के खिलाफ भारतीय झंडा बुलंद किया। भारत में सोमवार से दूसरे चरण का वैक्सीनेशन कैंपेन शुरू हो चुका है, जिसमें इसके दायरे को बढ़ाते हुए वरिष्ठ नागरिकों (60 साल से ज्यादा उम्र के लोग) और गंभीर बीमारियों से पीड़ित 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को भी वैक्सीन की डोज दी जा रही है। शास्त्री ने लिखा, कांताबेन और उनकी टीम ने अहमदाबाद के अपोलो अस्पताल में कोविड-19 वैक्सीन के दौरान जो पेशेवरपन दिखाया उससे काफी प्रभावित हूं।