शिवपुर रेलवे साइडिंग दुर्व्यवस्था के खिलाफ ट्रांसपोर्टर लामबंद

वाराणसी : कहने को भले ही शिवपुर रेलवे साइडिंग को रेलवे द्वारा ए वन क्लास का घोषित कर कर दिया गया। यही नहीं 26 नवंबर 2019 से 24 घंटे कार्य के वास्ते प्रयोग में लाए जाने की भी घोषणा कर दी गई। बावजूद इसके शिवपुर रेलवे साइडिंग में व्यापारी कक्ष पे यजल, शौचालय आदि की मूलभूत सुविधा तक का पता नहीं है। इस मुद्दे को लेकर लामबंद ट्रांसपोर्ट व्यापारियों ने मंगलवार की सुबह कमरभर पानी में खड़े होकर न सिर्फ प्रदर्शन किया बल्कि रेलवे प्रशासन के खिलाफ गुस्से का इजहार भी किया। इसके बाद रामपुर व्यापारियों का प्रतिनिधिमंडल शिवपुर रेलवे स्टेशन पर जाकर स्टेशन अधीक्षक एसएस श्रीवास्तव से मिला एस के श्रीवास्तव से मिला और उन्हें एक पत्र भी सौंपा व्यापारियों ने चेताया कि यदि पखवारे भर के भीतर समस्या का समाधान न हुआ तो वे आर-पार की लड़ाई के लिए बाध्य होंगे। इसके खिलाफ आंदोलन तेज किया जाएगा। जरूरत पड़ी तो रेल चक्का जाम भी किया जाएगा। इसके पूर्व शिवपुर रेलवे साइडिंग यार्ड में व्यापारियों की आमसभा हुई सभा स्थल पर मौजूद का पूर्ण व्यापारियों ने कहा मालगाड़ी के डिब्बे से नीचे जमीन पर साधन खाद्यान्न उतारने तथा दूसरी रहे सीमेंट लगने पर अनाज के ऊपर सीमेंट उतारने के लिए उन्हें बाध्य होना पड़ता है माल बाबू से शिकायत करने पर उनका कहना है कि हमारे यहां जिओ जी माने नहीं है जबरदस्ती माल ऊपर उतर पाया जाता है उक्त परिस्थितियों में रेलवे द्वारा 24 घंटे कार्य करने के लिए बाध्य किया जा रहा है जिसका व्यापारी हर स्तर पर विरोध करने के लिए बाध्य हैं। वक्ताओं ने कहा कि माल उतारने में विलंब होने पर डेढ़ सौ रुपए प्रति घंटे के हिसाब से पर बैगन के हिसाब से उन से वसूला जाता है, जो खुला अन्याय है। विरोध प्रदर्शन करने वाले ट्रांसपोर्टरों में अशोक कुमार सिंह, बजरंग अग्रवाल आरती अग्रवाल देवेंद्र कुमार रस्तोगी अशोक तिवारी राकेश गुप्ता संजय नर्सरिया बसंत खन्ना संजीव जयसवाल दीपक वालिया समेत दर्जनों व्यापारी मौजूद थे। भारतीय खाद्य निगम के प्रभारी राजेश कुमार मैं भी समस्या निस्तारण की तरफ रेल प्रशासन के उच्चाधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया।
रेल अफसरों को सब कुछ है पता
वाराणसी : शिवपुर रेलवे स्टेशन अधीक्षक संतोष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि रेलवे साइडिंग की दुर्व्यवस्था के बारे में संबंधित विभाग के उच्चाधिकारियों को सब कुछ पता है फिर भी व्यापारियों की मांगों से अवगत करा दिया जाएगा। जल्द ही समस्याओं का निस्तारण हो इसके लिए यथासंभव प्रयास किया जाएगा।

वाराणसी : कहने को भले ही शिवपुर रेलवे साइडिंग को रेलवे द्वारा ए वन क्लास का घोषित कर कर दिया गया। यही नहीं 26 नवंबर 2019 से 24 घंटे कार्य के वास्ते प्रयोग में लाए जाने की भी घोषणा कर दी गई। बावजूद इसके शिवपुर रेलवे साइडिंग में व्यापारी कक्ष पे यजल, शौचालय आदि की मूलभूत सुविधा तक का पता नहीं है। इस मुद्दे को लेकर लामबंद ट्रांसपोर्ट व्यापारियों ने मंगलवार की सुबह कमरभर पानी में खड़े होकर न सिर्फ प्रदर्शन किया बल्कि रेलवे प्रशासन के खिलाफ गुस्से का इजहार भी किया। इसके बाद रामपुर व्यापारियों का प्रतिनिधिमंडल शिवपुर रेलवे स्टेशन पर जाकर स्टेशन अधीक्षक एसएस श्रीवास्तव से मिला एस के श्रीवास्तव से मिला और उन्हें एक पत्र भी सौंपा व्यापारियों ने चेताया कि यदि पखवारे भर के भीतर समस्या का समाधान न हुआ तो वे आर-पार की लड़ाई के लिए बाध्य होंगे। इसके खिलाफ आंदोलन तेज किया जाएगा। जरूरत पड़ी तो रेल चक्का जाम भी किया जाएगा। इसके पूर्व शिवपुर रेलवे साइडिंग यार्ड में व्यापारियों की आमसभा हुई सभा स्थल पर मौजूद का पूर्ण व्यापारियों ने कहा मालगाड़ी के डिब्बे से नीचे जमीन पर साधन खाद्यान्न उतारने तथा दूसरी रहे सीमेंट लगने पर अनाज के ऊपर सीमेंट उतारने के लिए उन्हें बाध्य होना पड़ता है माल बाबू से शिकायत करने पर उनका कहना है कि हमारे यहां जिओ जी माने नहीं है जबरदस्ती माल ऊपर उतर पाया जाता है उक्त परिस्थितियों में रेलवे द्वारा 24 घंटे कार्य करने के लिए बाध्य किया जा रहा है जिसका व्यापारी हर स्तर पर विरोध करने के लिए बाध्य हैं। वक्ताओं ने कहा कि माल उतारने में विलंब होने पर डेढ़ सौ रुपए प्रति घंटे के हिसाब से पर बैगन के हिसाब से उन से वसूला जाता है, जो खुला अन्याय है। विरोध प्रदर्शन करने वाले ट्रांसपोर्टरों में अशोक कुमार सिंह, बजरंग अग्रवाल आरती अग्रवाल देवेंद्र कुमार रस्तोगी अशोक तिवारी राकेश गुप्ता संजय नर्सरिया बसंत खन्ना संजीव जयसवाल दीपक वालिया समेत दर्जनों व्यापारी मौजूद थे। भारतीय खाद्य निगम के प्रभारी राजेश कुमार मैं भी समस्या निस्तारण की तरफ रेल प्रशासन के उच्चाधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया।
रेल अफसरों को सब कुछ है पता
वाराणसी : शिवपुर रेलवे स्टेशन अधीक्षक संतोष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि रेलवे साइडिंग की दुर्व्यवस्था के बारे में संबंधित विभाग के उच्चाधिकारियों को सब कुछ पता है फिर भी व्यापारियों की मांगों से अवगत करा दिया जाएगा। जल्द ही समस्याओं का निस्तारण हो इसके लिए यथासंभव प्रयास किया जाएगा।

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