नई दिल्ली । कोरोना के कहर के बीच देश में म्यूकरमाइकोसिस यानी ब्लैक फंगस तेजी से पांव पसार रहा है। देश के अलग-अलग हिस्सों में ब्लैक फंगस के अब तक 7251 मामले सामने आए हैं और 219 लोगों की मौत हुई है। गुरुवार को केंद्र सरकार ने कहा कि राज्यों को महामारी अधिनियम, 1897 के तहत ब्लैक फंगस को महामारी घोषित करना चाहिए।
इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शहर के तीन सरकारी अस्पतालों – लोक नायक, जीटीबी और राजीव गांधी अस्पताल को ब्लैक फंगस के लिए समर्पित केंद्र स्थापित करने के लिए कहा है। इससे पहले राजस्थान सरकार ने ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर दिया है। इसके साथ ही कई राज्य सरकारें अलर्ट पर हैं।
सबसे प्रभावित राज्यों में महाराष्ट्र की स्थिति चिंताजनक है। यहां म्यूकरमाइकोसिस के 1,500 मामले हैं और इसके कारण 90 मौतें हुई हैं। इसके बाद नंबर आता है गुजरात का, जहां 1,163 मामलों का पता चला है और 61 लोगों की इससे मौत हो चुकी है। वहीं मध्य प्रदेश में म्यूकरमाइकोसिस के 575 मामले और 31 मौतें हुई हैं। हरियाणा में 268 मामले सामने आए हैं, जिसमें म्यूकरमाइकोसिस के कारण आठ मौतें हुई हैं।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में म्यूकरमाइकोसिस के 203 मामले दर्ज किए गए हैं और इसके कारण एक मौत हुई है। उत्तर प्रदेश में म्यूकरमाइकोसिस के 169 मामले दर्ज किए गए हैं और इससे आठ मौतें हुई हैं। बिहार में अब तक 103 मामले आए हैं, म्यूकरमाइकोसिस के कारण 2 मौतें दर्ज की गई हैं। छत्तीसगढ़ के 101 लोगों में म्यूकरमाइकोसिस पाया गया है और इससे राज्य में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। कर्नाटक में म्यूकरमाइकोसिस के 97 मामले सामने आए हैं, आधिकारिक आंकड़ों में अब तक किसी की मौत नहीं हुई है। तेलंगाना में म्यूकरमाइकोसिस के 90 मामलों का पता चला है और 10 मौतें भी दर्ज की गई हैं।
एम्फोटेरिसिन बी दवा की डिमांड बढ़ी
इस बीच म्यूकरमाइकोसिस यानी ब्लैक फंगस के बढ़ते संक्रमण के कारण इसके इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली एंटी-फंगल दवा एम्फोटेरिसिन बी की डिमांड बढ़ गई है। दिल्ली हाई कोर्ट ने गुरुवार को सुझाव दिया कि केंद्र देश में मांग को पूरा करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दवा की खरीद करे।