- प्रयागराज दौरे पर सेक्टर 4 स्थित संविधान गैलरी पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
- योगी बोले- संविधान गैलरी जैसे प्रयासों से नई पीढ़ी को इसके बारे में अवगत कराने में मिलेगी मदद
महाकुम्भ नगर । प्रयागराज दौरे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस गैलरी का अवलोकन करने के बाद संविधान गैलरी का रुख किया। संविधान गैलरी को सीएम योगी के विशेष निर्देश पर सेक्टर 4 त्रिवेणी मार्ग पर स्थापित किया गया है। यहां पर सीएम योगी ने भारतीय संविधान पर आधारित पुस्तकों, ग्रंथों के पुस्तकालय समेत अन्य प्रमुख प्रदर्शनी को देखा। उन्होंने कहा कि जो लोग आज संविधान बचाने की बात कर रहे हैं उन्होंने ही संविधान की मूल भावना को बदल दिया था। उन्हें यहां महाकुम्भ में आकर देखना चाहिए कि संविधान का वास्तविक सम्मान क्या होता है और कैसे होता है। उन्होंने कहा कि संविधान हमारे लिए आदर्श है। पूरे देश का संचालन इसी से होता है। कोई भी समाज संविधान और इसकी विधियों के बिना नहीं चलता है। संविधान गैलरी जैसे प्रयासों से नई पीढ़ी को इसके बारे में अवगत कराने में मदद मिलेगी।
सामाजिक न्याय का प्रतीक है संविधान
सीएम योगी ने कहा कि महाकुम्भ के इस विश्वविख्यात सबसे बड़े मानव समागम में इस गैलरी को आयोजित कर यह प्रयास किया गया है कि मेले में आने वाले लोगों को संविधान के निर्माण, लागू होने और इसके अनुच्छेद के बारे में जानकारी हो। ऑडियो के माध्यम से आप विषय के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल कर सकते हैं। संविधान ऐसा दस्तावेज है, जिससे हमारी पूरी शासन व्यवस्था संचालित होती है। एक पार्टी ने लगातार 55 वर्षों तक निजी हितों के लिए संविधान में संशोधन किए। इन लोगों ने संविधान की मूल भावना को बदल दिया। हमने संविधान को आदर्श मानकर इसका सम्मान किया। इसके माध्यम से हर वर्ग को सामाजिक न्याय दिलाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि जो लोग संविधान हाथ में लेकर शपथ लेने का नाटक करते हैं, उनके घर में न तो संविधान की मूल प्रति होगी और न ही उन्होंने कभी संविधान पढ़ा भी होगा।
ऐतिहासिक घटनाओं, दस्तावेजों और व्यक्तित्वों के योगदान की मिलेगी जानकारी
संविधान गैलरी में लगी प्रदर्शनी में चित्रों और प्रतिकृतियों के माध्यम से भारतीय संविधान के निर्माण से जुड़ी ऐतिहासिक घटनाओं, दस्तावेजों और व्यक्तित्वों के योगदान के बारे में जानकारी प्रदर्शित की गई है। यहां ऑडियो के माध्यम से संविधान सभा के डिस्कशन को भी प्रस्तुत किया जा रहा है। यहां बनाई गई डिजिटल गैलरी संविधान की यात्रा को जीवंत कर रही है। स्क्रीन टच करने पर संविधान की किताब के पन्ने खुलते हैं तो इंटरैक्टिव वॉल संविधान के बनने से लेकर उसके लागू होने तक के समय काल से जुड़े हर ऐतिहासिक लम्हों से लोगों को रूबरू करा रही है।
डिजिटल स्क्रीन पर टाइमलाइन ऑप्शन के जरिये संविधान की यात्रा के महत्वपूर्ण कालखंडों को चंद सेकेंडों में वर्षवार देख सकते हैं। गैलरी में अलग-अलग कॉर्नर बनाए गए हैं, जिसमें संविधान, उसके निर्माताओं व ऐतिहासिक प्रसंगों की प्रस्तुति दी गई है। इसके साथ ही यहां वीआर हेडसेट के जरिए उन गौरवशाली पलों को महसूस करने की भी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इसके अलावा गैलरी के एंट्री प्वाइंट पर टच स्क्रीन सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया है, जहां आप एक टच पर राष्ट्रीय चिह्न अशोक स्तंभ के साथ सेल्फी ले सकते हैं। राष्ट्रगान ‘जन गण मन’ को लेकर किस तरह एक बार भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई और फिर गुरुदेव रविंद्र नाथ टैगोर ने कैसे इसे लेकर स्थिति स्पष्ट की, ऐसे कई रोचक प्रसंगों का भी विवरण यहां दिया गया है।
उत्तर प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक, आध्यात्मिक, ऐतिहासिक एवं प्राकृतिक विरासत की अनुभूति करा रही पर्यटन गैलरीः सीएम
महाकुम्भनगर । प्रयागराज महाकुम्भ में मौनी अमावस्या के अमृत स्नान की तैयारियों की समीक्षा करने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले मेला क्षेत्र में उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा स्थापित पर्यटन गैलरी का अवलोकन किया। गैलरी में उत्तर प्रदेश के प्रमुख स्थलों को भव्यता के साथ प्रदर्शित किया गया है। सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश पर्यटन के क्षेत्र में तीव्र गति से विकास करने वाला राज्य है। घरेलू पर्यटन के मामले में यूपी पहले स्थान पर है।
विदेशी पर्यटकों के आगमन में भी यह उपलब्धि हासिल करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग द्वारा स्थापित यह गैलरी उत्तर प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक, आध्यात्मिक, ऐतिहासिक एवं प्राकृतिक विरासत की अनुभूति करा रही है। महाकुम्भ में देश और दुनिया से आने वाले पर्यटकों को राज्य में व्याप्त पर्यटन की असीम संभावनाओं से यह परिचित कराएगी। यहां ईको टूरिज्म को भी विशेष रूप से दर्शाया गया है। उत्तर प्रदेश ईको टूरिज्म में भी तेजी से प्रगति कर रहा है। इसके माध्यम से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर पैदा करने में मदद मिल रही है।
पर्यटकों को यूपी भ्रमण के लिए किया जा रहा प्रेरित
उत्तर प्रदेश पर्यटन द्वारा महाकुम्भ-2025 प्रयागराज के अवसर पर डिजिटल प्रदर्शनी पंडाल की स्थापना की गई है। इसका मुख्य उद्देश्य महाकुम्भ में देश-दुनिया से आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं को राज्य में व्याप्त पर्यटन की असीम संभावनाओं से परिचित कराना है। यह महाकुम्भ-2025 की अवधारणा (दिव्य, भव्य एवं डिजिटल) पर आधारित है। प्रदर्शनी पंडाल में एनामार्फिक डिजिटल वॉल के माध्यम से उत्तर प्रदेश के पर्यटन गंतव्यों को प्रदर्शित किया गया है। पंडाल में आने वाले पर्यटकों/श्रद्धालुओं को महाकुम्भ के अतिरिक्त उत्तर प्रदेश के पर्यटन गंतव्यों को प्रदर्षित कर वहां भ्रमण के लिए प्रेरित करने का प्रयास किया गया है। पंडाल में ईको टूरिज्म सें सम्बन्धित गंतव्य स्थल पर्यटकों को विशेष रूप से आकर्षित कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है। इस पंडाल की समृद्ध संस्कृति का भी प्रदर्शन किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश इसके अलावा उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध हस्तशिल्प उत्पाद को भी दर्शाया जा रहा है।
360 डिग्री व्यू देखने की सुविधा
इस गैलरी में उत्तर प्रदेश पर्यटन से संबंधित ऑनलाइन क्विज का भी आयोजन किया जा रहा है। जिसमें उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र डिजिटली प्रदान किया जाएगा। इस प्रदर्शनी पंडाल में विभाग द्वारा पर्यटन गन्तव्यों पर निर्मित कराई गई एआरवीआर फिल्मों को भी प्रदर्शित किया जा रहा है। पर्यटकों को प्रदर्शनी पंडाल से ही पर्यटन गन्तव्यों का 360 डिग्री व्यू देखने को मिलेगा। पर्यटकों की सुविधा के लिए प्रयागराज के रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन के साथ-साथ महाकुंभ क्षेत्र में परेडग्राउंड, नागवासुकी मंदिर, अरैल आदि स्थान पर्यटन सूचना केंद्र भी बनाए गए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सेक्टर 7 स्थित उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र पवेलियन का भी किया दौरा
महाकुम्भनगर । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रयागराज में समीक्षा बैठक संपन्न होने के बाद सेक्टर 7 स्थित उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र पवेलियन भी पहुंचे। यहां उन्होंने विभिन्न राज्यों के कलाकारों की प्रस्तुतियों को देखा। वो अनुभूति केंद्र भी देखने गए, जहां कुम्भ यात्रा को ऑडियो-वीडियो माध्यम से प्रदर्शित किया गया है। इस अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र हर श्रद्धालु के लिए अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करने वाला है। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ हजारों-हजार वर्ष का इतिहास समेटे हुए है। भारत की दिव्यता, भव्यता, एकता और विविधता से भरे हुए महाकुम्भ में 45 करोड़ लोग साक्षी बनने वाले हैं। 8 करोड़ से ज्यादा लोग अब तक त्रिवेणी संगम में पावन डुबकी लगा चुके हैं। किसी भी श्रद्धालु को जो महाकुम्भ और कुम्भ के विषय में जानना चाहता हो, उसे समझना चाहता हो, उसे यहां जरूर आकर देखना चाहिए। यहां उनका न सिर्फ कुम्भ और महाकुम्भ से, बल्कि भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान से साक्षात्कार होगा। यह केंद्र दुनिया को प्राचीन भारत की समृद्ध विरासत के दर्शन कराएगा।
गंगावतरण और समुद्र मंथन की कथाएं कर रहीं आकर्षित
उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र पवेलियन में श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करने वाली अनेक विशेषताएं हैं। यहां गंगावतरण और समुद्र मंथन की कथाओं का मंचन किया गया है। वहीं, 635 फीट चौड़ा और 54 फीट ऊंचा प्रवेश द्वार पांडाल की शोभा बढ़ा रहा है। इसी तरह, यहां स्थानीय और क्षेत्रीय कलाओं का भी प्रदर्शन किया गया है। यही नहीं, 7 क्षेत्रों में शिल्प और हस्तनिर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई है तो मां दुर्गा और गणपति के पट्टचित्र का भी प्रस्तुतीकरण आकर्षक है। इसके अलावा, विशेष खगोल रात्रि का भी प्रदर्शन किया जा रहा है, जो अंतरिक्ष के रहस्यों से पर्दा उठाता है। वहीं, 14,632 कलाकारों द्वारा पूरे आयोजन के दौरान सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जा रही हैं। क्षेत्रीय उत्पादों की बिक्री और प्रदर्शन के साथ ही शास्त्रीय और लोक कलाकारों का प्रदर्शन और पारंपरिक शिल्पकला और कारीगरी को दर्शाने वाले स्टाल्स लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने वाले हैं।
त्रिवेणी तट से पूरे विश्व में गूंज रहा अखंड भारत का संदेश: योगी आदित्यनाथ