आईआईटी(बीएचयू) के नव प्रवर्तन केंद्र में बनी यूवीसी तकनीक से वाहनों भी हो सकेंगे स्टरलाइज

कोरोना वाॅरियर्स के वाहनों को स्टरलाइज करने के लिए उपयोगी

वाराणसी। वर्तमान में वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना वायरस से बचाव एकमात्र साफ-सफाई और सामजिक दूरी बनाये रखना है। संस्थान के मालवीय उद्यमी संवर्धन एवं नवप्रवर्तन केंद्र स्थित Allywing Solutions  के गौरव सिंह ने इसी अवधारणा पर कार्य करते हुए यूवीसी वेहिकल स्टरलाइजर का निर्माण किया है। यह स्टरलाइजर सभी चार पहिया वाहनों में लगाया जा सकता है। इससे सार्स सिंड्रोम कोरोनावायरस, निपाॅह वायरस और क्रीमियन-कोंगो हेमोरेजिक बुखार का कारक वायरस को खत्म किया जा सकता है। ऐसे स्टरलाइजर कोरोना वारियर्स के रूप में कार्य कर रहे चिकित्सकों, पुलिस, आर्मी और स्वयं सेवी संस्थाओं के वाहनों को कई वायरस के खात्मे के लिए उपयोगी साबित हो सकता है।
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए मालवीय उद्यमी संवर्धन एवं नवप्रवर्तन केंद्र के समनवयक व केमिकल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर पीके मिश्रा ने बताया कि वर्तमान में वाहनों को सैनिटाइज करने के लिए स्प्रे कीटाणुनाशक का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसे पोंछने की भी आवश्यकता है। इन कीटनाशक का ज्यादा इस्तेमाल मानव शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। जबकि यूवीसी वेहिकल स्टरलाइजर द्वारा पराबैंगनी कीटाणुशोधन विकिरण का उपयोग लोगों और कपड़ों को नुकसान पहुंचाए बिना चार पहिया वाहनों एम्बुलेंस, कार, जीप आदि को अधिकतर हानिकारक वायरस से मुक्त कर सकता है। यह स्टरलाइजर वाहन के अंदर मात्र 44w की यूवीसी क्षमता पर कार्य करता है और 12v पर संचालित होता है।
संस्थान के निदेशक प्रोफेसर प्रमोद कुमार जैन ने बताया कि संस्थान अपनी सामाजिक दायित्वों का निवर्हन करते हुए कोरोना वायरस से से लड़ने को पूरी तरह तैयार है और इस तरह की सभी जरूरतों के लिए प्रशासन का सहयोग करने को पूरी तरह तत्पर है।

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