- बोले मुख्यमंत्री- 2017 के पहले उत्तर प्रदेश की जनता का विश्वास डगमगाया और पुलिस का मनोबल गिरा हुआ था
- आज उत्तर प्रदेश पुलिस देश में स्मार्ट पुलिस के रूप में जानी जा रही है: मुख्यमंत्री
प्रयागराज । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीएम मोदी के आगमन से पूर्व प्रयागराज में महाकुम्भ की तैयारियों का जायजा लिया और साथ ही महाकुम्भ मेला क्षेत्र में बनी पुलिस लाइन का उद्गाटन भी किया। इस दौरान सीएम योगी ने महाकुम्भ के लिए तैनात पुलिसकर्मियों की प्रशिक्षण कार्यशाला को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ 2025 उत्तर प्रदेश के लिए एक शानदार अवसर है। इस महाकुम्भ में देश ही नहीं, दुनिया भर से करोड़ों लोग हिस्सा लेने आ रहे हैं। विगत सात वर्षों में उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपना परसेप्शन बदला है। आज यूपी पुलिस को अपराधियों, माफिया और देश द्रोहियों के लिए एक काल माना जाता है, जबकि श्रद्धालु, पर्यटकों और आम लोगों के लिए वह मित्र पुलिस की भूमिका में नजर आती है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पुलिस जितनी सतर्क होगी, आम आदमी उतना सुरक्षित होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को महाकुम्भ मेला क्षेत्र में बने पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि कुम्भ- 2019 में 24 करोड़ श्रद्धालु आए थे, जिन्होंने स्वच्छता, सुव्यवस्था के साथ उत्तर प्रदेश पुलिस के व्यवहार की तारीफ की। इससे दुनिया के सामने उत्तर प्रदेश की छवि बेहतर हुई। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रयागराज महाकुम्भ को भव्य, दिव्य और डिजिटल बनाने की दृष्टि से उसकी सुरक्षा, स्वच्छता और सुव्यवस्था में उत्तर प्रदेश पुलिस की भूमिका महत्वपूर्ण है। महाकुम्भ- 2025 में चालीस करोड़ तीर्थयात्री प्रयाग में आएंगे। यह आपके लिए दुनिया के सामने उत्तर प्रदेश पुलिस की छवि को बेहतरीन तरीके से प्रस्तुत करने का सुअवसर है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 2017 के पहले उत्तर प्रदेश की जनता का विश्वास डगमगाया हुआ था, दुनिया के लोगों में उत्तर प्रदेश को लेकर नकारात्मक भाव था और यहां की पुलिस का मनोबल गिरा हुआ था। पुलिस के डेढ़ लाख के पद खाली थी। भरे नहीं जा रहे थे क्योंकि उस समय की सरकार की नीयत खराब थी। उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार में पीआरवी 112 के रिस्पॉन्स टाइम को कम किया गया, अच्छी ट्रेनिंग की सुविधा दी गई, पुलिस को आधुनिक तकनीक से जोड़ा गया, भर्ती प्रकिया को आगे बढ़ाते हुए एक लाख 54 हजार पदों को भरा गया। बीस सालों से रुके हुए पदोन्नति के कार्य को आगे बढ़ाया गया। उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश पुलिस देश में स्मार्ट पुलिस के रूप में जानी जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि महाकुम्भ जैसे आयोजन को लेकर उत्तर पुलिस को दोगुनी तैयारी करनी पड़ती है। इसके लिए अच्छी भाषा, लोगों के साथ अच्छा व्यवहार के अलावा तकनीक का ज्ञान आवश्यक है। उन्होंने कहा कि भीड़ का स्वभाव भगदड़ का होता है। इतने बड़े आयोजन में थोड़ी सी अफवाह बड़ी समस्या खड़ी कर सकती है। इसके दृष्टिगत उत्तर पुलिस के लिए सोशल मीडिया और डिजिटल मीडिया प्लेटफार्म की निगरानी आवश्यक हो जाती है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पिछले कुम्भ में प्रयागराज आए प्रवासी भारतीयों ने कहा था कि उत्तर प्रदेश पुलिस का व्यवहार बहुत अच्छा था। इसके दृष्टिगत इस बार हमें स्वच्छ, सुरक्षित और डिजिटल महाकुम्भ को दुनिया के समक्ष रखना है।
अतिथि देवो भवः के साथ मित्र पुलिस की भूमिका का करें निर्वहन
मुख्यमंत्री योगी ने कहा महाकुम्भ में हमें इस परसेप्शन को और मजबूती से स्थापित करना है। जो भी श्रद्धालु महाकुम्भ के लिए यहां आ रहे हैं, उनके साथ हमें अतिथि देवो भवः के साथ पेश आना है। हमें लोगों की मदद करनी है और मित्र पुलिस की अवधारणा का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत करना है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के साथ औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, प्रयागराज के महापौर गणेश केसरवानी समेत पुलिस के अधिकारी मौजूद रहे।
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