Varanasi

केंद्रीय मंत्री डाॅ महेंद्र नाथ पांडेय ने आपातकाल में जेल में बंद रहे लोकतन्त्र सेनानियों का किया सम्मान

25 जून 1975 को देश पर थोपे गये आपातकाल के विरोध में भाजपा वाराणसी महानगर एवं जिले ने मनाया कालादिवस

वाराणसी : 25 जून 1975 को देश पर थोपे गये आपातकाल के विरोध में भारतीय जनता पार्टी ने काला दिवस मनाया एवं संगोष्ठी का आयोजन किया। गुलाब बाग स्थित भाजपा कार्यालय में वाराणसी महानगर द्वारा आयोजित संगोष्ठी कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री डाॅ महेंद्र नाथ पांडेय उपस्थित रहे वही रोहनियाँ स्थित भाजपा कार्यालय में वाराणसी जिले द्वारा आयोजित संगोष्ठी कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि क्षेत्रीय अध्यक्ष महेश चंद श्रीवास्तव उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान आपातकाल में जेल बंद रहे लोकतन्त्र का सम्मान किया गया।

गुलाब बाग स्थित भाजपा कार्यालय में महानगर द्वारा आयोजित संगोष्ठी में बोलते हुए बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री डाॅ महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा कि भारतीय राजनीति में दो कालखंड बहुत महत्वपूर्ण है जिसमें शासन और प्रशासन ने जनता पर बेइंतहा अत्याचार किए। पहला आपातकाल एवं दुसरा आयोध्या आंदोलन। कहा कि इंदिरा गांधी ने सत्ता के लोभ में 25 जून 1975 को देश पर जबरदस्ती आपात काल थोपा और लोकतंत्र की हत्या की। आमलोगो के सारे अधिकार छिन लिए गये। राजनीतिक दलो पर प्रतिबंध लगा दिया गया। सारे बड़े नेताओं को जेल में बंद कर दिया गया। मीडिया की आवाज दबा दी गयी।

केंद्रीय मंत्री डाॅ महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा कि आपातकाल के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और इसके अनुशांसिक संगठनो ने लोगो के साथ ही दूसरे राजनीतिक दलो की भी चिंता की। जेलो में बंद लोगो को खाना पहुचाया, उनके परिवार के लोगो की हर संभव मदद की।केंद्रीय मंत्री डाॅ महेंद्र नाथ पांडेय ने आपातकाल के संस्मरण सुनाते हुएं कहा कि उस समय वे बनारस हिंदू युनिवर्सिटी के छात्र थे और विद्यार्थी परिषद के सदस्य होने के कारण हमलोगो ने भी आपातकाल का विरोध किया जिसके फल स्वरुप उन्हें जेल भी जाना पडा। कहा कि आपातकाल के दौरान कांग्रेस सरकार ने अंग्रेजो की जुल्म और हैवानियत को भी पीछे छोड दिया था। कहा कि आपातकाल के दौरान संघ के कार्यकर्ता जवाहर मिश्र को कुत्ते से कटवाया गया, पैर में किले ठोक दी गयी थी। कहा कि आपात काल के दौरान काशी ने भी लोकतंत्र का अलख जगाया।

केंद्रीय मंत्री डाॅ महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा कि लम्बे अरसे के बाद विश्व के सबसे बडे लोकतंत्र भारत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व एक ऐसी सरकार आयी है जिसने देशवासियों की आकांक्षाओं की पूर्ति की और दुनिया में भारत का गौरव बढाया। आज समाज के शोषित,वंचित,पीडित लोगो के उत्थान का केंद्र और प्रदेश सरकार निरंतर कार्य कर रही है। आज देश में लोगो का सरकार के प्रति विश्वास बढा है। कहा कि कांग्रेस द्वारा किए गये अत्याचारो को जनता भुली नही है आज देश के अधिकांश राज्यों में कांग्रेस का सफाया हो चुका है।

केंद्रीय मंत्री डाॅ महेंद्र नाथ पांडेय ने आपातकाल में जेल में बंद सेनानियों का किया सम्मान

केंद्रीय मंत्री डाॅ महेंद्र नाथ पांडेय ने आपातकाल के दौरान जेल में बंद रहे सैनानियो का माला एवं अंगवस्त्रम ओढाकर कर सम्मानित किया।सम्मानित होने वाले लोगो में सुभाष चंद्र गुप्ता, डाॅ बैजनाथ जी, डाॅ शिवनाथ यादव, जय प्रकाश गुप्ता, कमलेश जायसवाल, संतोष श्रीवास्तव, लालता प्रजापति, जगदीश प्रसाद जायसवाल, सतीश चंद्र श्रीवास्तव, ओमप्रताप सिंह, अरुण कुमार, रमा शंकर चौरसिया, नंद लाल,भरत जायसवाल, विजय कुमार, अरुण कुमार श्रीवास्तव, राधेश्याम जी, बुद्धदेव जी, रामकिशन जी।संगोष्ठी की अध्यक्षता महानगर उपाध्यक्ष आत्माविशेश्वर ने की।संचालन जगदीश त्रिपाठी ने व धन्यवाद ज्ञापन नवीन कपूर ने किया।

देश के माथे पर एक कलंक की तरह था इंदिरा का आपातकाल– महेश चन्द श्रीवास्तव

रोहनिया स्थित भाजपा काशी क्षेत्र मुख्यालय के सभागार में भाजपा वाराणसी जिला ईकाई के तत्वावधान मे 25 जून 1975 को कांग्रेस सरकार द्वारा देश में आपातकाल लगाने के बिरोध मे काला दिवस मनाया गया।इस अवसर संगोष्ठी आयोजित की गयी। संगोष्ठी का शुभारम्भ मुख्य अतिथि क्षेत्र अध्यक्ष महेश चन्द श्रीवास्तव एवं जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा ने डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी एवं पं.दीनदयाल उपाध्याय के तैल चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर किया। मुख्य अतिथि क्षेत्र अध्यक्ष महेश चन्द श्रीवास्तव ने लोकतंत्र सेनानियों को सम्मानित कर आपात काल में सरकार द्वारा की गयी क्रुरता के विषय में चर्चा करते हुए कहा कि इस देश के लिए 25 जून 1975 एक काले अध्याय के रुप मे सदियों तक लोकतंत्र को कलंकित करता रहेगा।

 

उन्होंने कहा कि आप कल्पना नहीं कर सकते कि उस दौर में 90 लाख के आस पास लोगों की जबरिया नसबंदी करा दी गयी,आपात काल में बस्तियो की बस्तियां उजाड़ दी गयी नयी दिल्ली में ही अतिक्रमण के नाम पर अनेक झुग्गी बस्तियां साफ कर दी गयी। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के क्रूरतापूर्ण व्यवहार से देश में भय का वातावरण बना हुआ था। विरोध करने वालों को जेलों में बंद किया जा रहा था। इंदिरा गांधी के लगाए आपातकाल के खिलाफ जयप्रकाश नारायण ने पूरे देश को एकजुट किया और सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का आवाहन किया

इस आंदोलन की बदौलत 1977 के चुनाव में इंदिरा गांधी की हार हुई। भारत में आपातकाल लगे चार दशक से भी ज्यादा समय बीत चुका है लेकिन 25 जून की तारीख की याद ताजा होते ही लोगो की रूह कांपने लगती है । भारत के इतिहास में यह पहला मौका था, जब देश में एकता का दौर देखा था आपातकाल की घोषणा के साथ ही देश के नागरिकों के सभी अधिकार भी खत्म हो गए थे यह सही मायने में सत्ता पक्ष और लोगों के बीच में एक ऐसे संघर्ष की शुरुआत थी जिसमें आखिर जीत भी लोगों की ही हुई थी। कार्यक्रम की अध्यक्षता सुरेश सिंह गौतम तथा संचालन जिला महामंत्री संजय सोनकर ने किया ।

विशिष्ट अतिथि के रूप में वाराणसी जिला के जिला अध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा ने कहा आज भी डराती है वो रात जब एक आदेश के बाद छीन गए थे जनता के अधिकार आजादी मिलने के बाद 28 साल बाद देश को आपातकाल से गुजरना पड़ा लेकिन इंदिरा सरकार के फैसले को लोकतंत्र पर धब्बे के रूप में याद किया जाता है । इस अवसर पर 75 लोकतंत्र सेनानियों को अंगवस्त्रम एवं स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया । कार्यक्रम में प्रमुख रुप से प्रदेश मंत्री मीना चौबे, क्षेत्रीय सह-मीडिया प्रभारी संतोष सोलापुरकर, जगदीश त्रिपाठी, नवीन कपूर, राहुल सिंह, अशोक यादव, रचना अग्रवाल, साधना वेदांती, पूजा दीक्षित, उदय प्रताप सिंह पप्पू, प्रवीण सिंह, संजय सोनकर,रामप्रकाश दुबे,अरविंद पटेल,क्षेत्रीय प्रवक्ता नवरतन राठी, श्री निकेतन मिश्रा, उषा राज मौर्य, गुलाब सिंह, फौजदार शर्मा, बिनोद रस्तोगी,पवन चौबे,रमाशंकर पटेल ,जित्तू सिंह, हरिशंकर तिवारी सहित सैकड़ो की संख्या में लोग उपस्थित रहे ।

VARANASI TRAVEL
SHREYAN FIRE TRAINING INSTITUTE VARANASI

Related Articles

Back to top button
%d bloggers like this: