NationalUP Live

काशी के विकास से देश के विकास का रोडमैप तैयार होता है: प्रधानमंत्री

क्योंकि काशी अपने संस्कृति और परम्परा के बीज को संजोए है और जहां बीज होगा वहीं वृक्ष विस्तार लेता है: पीए मोदी

  • आजादी के सबसे बड़े नायक को दुनिया महात्मा बुलाती है: प्रधानमंत्री
  • भारत पर जब कोई समस्या आती है तो कोई न कोई महापुरुष समय की धारा को बदलने के लिए अवतरित हो जाता है: प्रधानमंत्री
  • स्वर्वेद महामंदिर धाम में सदगुरू सदाफलदेव विहंगम योग संस्थान के 98वें वार्षिकोत्सव आयोजन 

वाराणसी । आजादी का अमृतकाल महोत्सव देश के नवयुवकों को अपने आजादी की लड़ाई के नायकों से परिचित करा रहा है। जब पूरी दुनिया को योग का अनुसरक्षण करते हुए देखते हैं तो हमें लगता है कि योग गुरु सद्गुरु का प्रयास फलीभूत होते दिखता है। सद्गुरु ने योग को जन-जन तक पहुंचाने के लिए एक अभियान शुरू किया था जो आज वटवृक्ष बन चुका है। भारत पर जब कोई समस्या आती है तो कोई न कोई महापुरुष समय की धारा को बदलने के लिए अवतरित हो ही जाता है। यह भारत ही है जहां सबसे बड़े स्वतंत्रता आंदोलन के सबसे बड़े नायक को दुनिया महात्मा गांधी कहकर बुलाती है। यह बातें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वर्वेद महामंदिर धाम में सदगुरू सदाफलदेव विहंगम योग संस्थान के 98वें वार्षिकोत्सव में कही।

 

प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी की ऊर्जा अक्षुण्ण तो है ही यह नित नया विस्तार लेती रहती है। इस दैवीय भूमि पर ईश्वर अपनी अनेक ईच्छाओं की पूर्ति करने के लिए संतों को निमित्त बनाता है। कल श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण और आज सदगुरु सदाफलदेव विहंगम योग संस्थान का वार्षिकोत्सव आयोजन हो रहा है। भारत पर जब कभी कोई समस्या आती है तो कोई न कोई महापुरुष समय की धारा को बदलने के लिए अवतरित हो जाता है। असहयोग आंदोलन में पहली बार जेल गए सद्गुरु सदाफलदेव ने जेल में ही रहकर योग को आगे बढ़ाने का काम किया। जब पूरी दुनिया को योग का अनुसरण करते हुए देखते हैं तो हमें लगता है कि योग गुरु सद्गुरु का प्रयास फलीभूत होते दिखता है। आजादी का अमृतकाल महोत्सव देश के नवयुवकों को अपने आजादी के लड़ाई के नायकों से परिचित करा रहा है।

The Prime Minister, Shri Narendra Modi at Swarved Mahamandir Dham, in Varanasi, Uttar Pradesh on December 14, 2021.
The Governor of Uttar Pradesh, Smt. Anandiben Patel and the Chief Minister of Uttar Pradesh, Yogi Adityanath are also seen.

उन्होंने कहा कि बनारस के विकास की जब बात होती है तो पूरे भारत के विकास का रोडमैप अपने आप बन जाता है। क्योंकि काशी अपनी कोख में देश की संस्कृति और परम्परा को संजोए हुए है और जहां बीज होता है वृक्ष वहीं से विस्तार पाता है। पुरातन को संजोते हुए नवीनतम विकास को आगे ले जाना है। इस विकास का असर पर्यटन पर आने वाले पर्यटकों पर भी पड़ रहा है। उन्होने बताया कि 2104 के मुकाबले काशी आने वालों की संख्या दो गुनी हो चुकी है। कोरोना काल के बावजूद इस बदलाव ने सिखाया है कि अगर इच्छाशक्ति हो तो बदलाव आना तय है।

उन्होंने लोगों को आगाह करते हुए कहा कि दुनिया केमिकल को छोड़कर आर्गेनिक व्यवस्था की तरफ बढ़ रही है। गाय इस व्यवस्था में बहुत उपयोगी हो सकती है। गोधन को केवल दूध के कारोबार से ही नहीं बल्कि खेती-किसानी से भी जोड़ना जरूरी हो गया है। काशी में 16 दिसम्बर को खेती किसानी के बारे में आयोजन होने जा रहा है। इस मिशन को जनान्दोलन बनाने के लिए आप सभी भूमिका निभा सकते हैं। क्योंकि जीरो बजट की खेती की जानकारी इस सम्मेलन में शामिल होकर लाखों लाख किसानों को इसके लिए प्रेरित कर सकते हैं।

इसके साथ ही एक बार फिर प्रधानमंत्री ने देश के मनोरथ को पूरा करने के लिए तीन संकल्पों को जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि एक संकल्प हो कि हमें बेटी को पढ़ाना है। हमें बेटियों को स्किल डेवलपमेंट के लिए तैयार करना है। पानी बचाने के लिए हमें अपनी नदियों को गंगा जी समेत सभी जलस्रोतों को स्वच्छ रखना है।

VARANASI TRAVEL
SHREYAN FIRE TRAINING INSTITUTE VARANASI

Related Articles

Back to top button
%d bloggers like this: