नई दिल्ली । केंद्रीय विस्टा परियोजना को लेकर विपक्ष लगातार केंद्र पर हमलावर हैं। कांग्रेस और कई विपक्षी दलों ने नए संसद भवन की आवश्यकता पर सवाल उठाए हैं, और सुझाव दिया है कि सभी संसाधनों को कोविड महामारी से लड़ने के लिए रखा जाना चाहिए। भारत में कोरोना का कहर लगातार बरकरार हैं वहीं देश में चिकित्सीय ऑक्सीजन की भारी कमी है। इस बीच इस प्रोजेक्ट पर निशाना साधते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि देश को प्रधानमंत्री आवास नहीं, सांस चाहिए।
राहुल ने ट्वीट कर कहा कि `देश को पीएम आवास नहीं, सांस चाहिए!` इससे पहले केंद्रीय विस्टा परियोजना को `आपराधिक अपव्यय` करार देते हुए राहुल गांधी ने शुक्रवार को नरेंद्र मोदी सरकार से लोगों के जीवन पर अधिक ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया।
राहुल ने कहा, `सेंट्रल विस्टा आपराधिक अपव्यय है। लोगों के जीवन को केंद्र में रखिए, न कि नया घर पाने के लिए अपने अंधे घमंड को।` राहुल गांधी की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब इससे पहले केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) ने सरकार द्वारा नियुक्त एक विशेषज्ञ पैनल को सूचित किया कि महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा परियोजना के तहत प्रधानमंत्री आवास का निर्माण दिसंबर 2022 तक पूरा हो जाएगा।
सीपीडब्ल्यूडी , जो परियोजना डेवलपर है, ने विशेषज्ञ मूल्यांकन समिति (ईएसी) को सूचित किया था कि संसद भवन का विस्तार और एक नया संसद भवन का निर्माण नवंबर 2022 तक होगा और प्रधानमंत्री आवास का निर्माण दिसंबर 2022 तक किया जाएगा। पर्यावरण मंत्रालय ने मौजूदा संसद भवन के विस्तार और नवीनीकरण के लिए पहले ही मंजूरी दे दी है, जो कि 13,450 करोड़ रुपये के सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना का हिस्सा है।
ऑक्सीजन कमी के कारन कोरोना मृतकों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 4,03,738 नए मामले सामने आने के बाद देश में अब तक संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या बढ़कर 2,22,96,414 हो गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में 4,092 और मरीजों की मौत होने के बाद कुल मृतक संख्या बढ़कर 2,42,362 हो गई।