रंगपर्व पर गोरक्षपीठाधीश्वर की अगुवाई में चटक होता है समरसता का रंग

गोरक्षपीठ में होलिकादहन के भस्म से तिलक लगाकर होती है होली की शुरुआत गोरखपुर । सामाजिक समरसता के सतत विस्तार के साथ लोक कल्याण ही नाथपंथ का मूल है। आधुनिक कालखंड में ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ, ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ द्वारा विस्तारित सामाजिक समरसता के अभियान की पताका वर्तमान में गोरक्षपीठाधीश्वर, उत्तर … Continue reading रंगपर्व पर गोरक्षपीठाधीश्वर की अगुवाई में चटक होता है समरसता का रंग