प्रयागराज में स्थित है महर्षि दुर्वासा का आश्रम, जिनके श्राप के कारण हुआ था समुद्र मंथन

वैदिक ऋषि अत्रि और माता सती अनुसुइया के पुत्र हैं महर्षि दुर्वासा प्रयागराज के झूंसी में गंगा तट पर स्थित है महर्षि दुर्वासा का आश्रम महर्षि दुर्वासा द्वारा स्थापित शिवलिंग के पूजन से मिलता है अभयदान महाकुम्भ नगर : सनातन संस्कृति में तीर्थराज, प्रयागराज को यज्ञ और तप की भूमि … Continue reading प्रयागराज में स्थित है महर्षि दुर्वासा का आश्रम, जिनके श्राप के कारण हुआ था समुद्र मंथन