भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता व केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने शनिवार को कहा कि वर्ष 2008 के अहमदाबाद सीरियल बम विस्फोट के तार सीधे उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) के नेताओं के साथ जुड़े थे। उन्होंने कहा कि इस मामले में न्यायालय का फैसला आने के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव चुप हैं। ये चुप्पी एक बार फिर आतंकियों के संरक्षण की तरफ उंगली उठाती है। भाजपा मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि वर्ष 2008 अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट में 56 लोगों की मृत्यु हुई और सैकड़ों लोग घायल हुए। उन्होंने कहा कि न्यायालय के हाल ही में आए फैसले का भाजपा स्वागत करती है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि न्यायालय ने फैसले में 49 आरोपियों को सजा सुनाई । इसमें 28 आतंकियों को फांसी की सजा और 11 को उम्रकैद की सजा सुनाई गई। उन्होंने कहा कि ये तब हो पाया जब गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी थे। ठाकुर ने कहा कि सीरियल ब्लास्ट की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन हुआ और मात्र 19 दिनों में आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। सबूत पहुंचाने से लेकर आतंकवादियों को पकड़ने तक नरेन्द्र मोदी की तत्कालीन राज्य सरकार ने उस समय काम किया और आज भी आतंकवाद को जड़ से मिटाने के लिए केंद्र की मोदी सरकार वचनबद्ध है । केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि समाजवादी पार्टी आतंकवादियों और उनके परिवारों को संरक्षण देने का काम करती है। समाजवादी पार्टी ने आजमगढ़ में आतंकवाद को बढ़ावा दिया है।
केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि अहमदाबाद ब्लास्ट के तार समाजवादी पार्टी से जुड़े हुए हैं और आतंकियों में शामिल मोहम्मद सैफ के पिता सपा नेता हैं। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव की सोच ‘मुंह में राम, बगल में आतंकवादी’ वाली है। देश की ये पहली पार्टी है जिसने 2012 में अपने घोषणा पत्र में कहा था कि अगर उनकी सरकार आती है तो वह मुस्लिम युवाओं पर लगे आतंकवाद के आरोपों को हटा देंगे और उन्हें रिहा कर देंगे। सरकार बनने के बाद इन्होंने अयोध्या, काशी में आतंकी हमला करने वाले आतंकवादियों के ऊपर से सारे मुकदमे वापस ले लिए थे। इसके अलावा लखनऊ, रामपुर समेत अन्य जिलों में हुए आतंकी हमलों के आरोपियों को भी इन्होंने बचाया था। ये समाजवादी नहीं समाज विरोधी हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि अखिलेश सरकार के फैसले पर न्यायालय ने भी तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा था कि आज आतंकियों को रिहा कर रहे, कल इनको पदम पुरस्कार से सम्मानित करेंगे क्या? केंद्रीय मंत्री ने कहा कि न्यायालय के फैसले के बाद भी समाजवादी पार्टी की ओर से कोई बयान नहीं आया है। ऐसे में समाजवादी पार्टी द्वारा आतंकियों के संरक्षण पर सवाल उठता है।