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नाबालिक से दुष्कर्म का आरोपी थानाध्यक्ष प्रयागराज से गिरफ्तार,पूरा थाना लाइन हाजिर

प्रकरण की जांच डीआईजी झांसी रेंज को सौंपते हुए 24 घंटे में मांगी रिपोर्ट, जांच के आधार पर होगी दोषी पुलिस कर्मियों पर विभागीय कार्यवाही

कानपुर । मंडल के ललितपुर जिले में एडीजी जोन कानपुर द्वारा बड़ी कार्रवाई अमल में लाई गई है। उन्होंने पाली थेन का पूरा स्टॉफ लाईन हाजिर करने का आदेश दिया है। साथ ही मामले की जांच डीआईजी झांसी को जांच सौंपते हुए 24 घंटे में पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है। 13 साल की नाबालिग को भोपाल भगा ले जाकर चार लोगों द्वारा तीन दिन तक गैंगरेप कर वापिस ललितपुर में छोड़ देने के बाद थाने में बयान के लिए पीड़िता को बुलाकर थानाध्यक्ष द्वारा रेप किये जाने के मामले में थानाध्यक्ष सहित 6 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है।

उत्तर प्रदेश के ललितपुर में पाली थाने के अंदर नाबालिक से दुष्कर्म के फरार आरोपी थानाध्यक्ष (एसएचओ) तिलकधारी सरोज को प्रयागराज पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है।एडीजी, प्रयागराज जोन प्रेम प्रकाश ने बताया कि डीआईजी, कानुपर रेंज की सूचना पर आरोपी की तलाश में पुलिस लगातार प्रयागराज में जुटी थी। इनके मोबाइल की लोकेशन के आधार पर तलाश की जा रही थी। इस दौरान सरोज ने कई मोबाइल बदले।(वार्ता)

आरोपी थानाध्यक्ष को निलंबित कर उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें गठित की गई है। इसके अलावा पुलिस ने एक आरोपित महिला सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। मामले ने राजनैतिक गलियारों में भी तूल पकड़ लिया है। इसके चलते पीड़ित से मिलने के लिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ललितपुर पहुंच रहे है।

ललितपुर जिले के थानाध्यक्ष पाली सहित 6 लोगों पर दर्ज हुए नाबालिग के साथ रेप के मामले में बुधवार को एडीजी जोन कानुपर भानू भास्कर ने थाना पाली के 6 एसआई, 6 हेड कास्टेबिल, 10 आरक्षी, 5 महिला आरक्षी, एक चालक और एक फालओवर को लाइन हाजिर कर झांसी डीआईजी जोगेन्द्र सिंह को जांच सौंप दी है। वहीं फरार हुए थानाध्यक्ष तिलकधारी सरोज को निलंबित कर दिया गया है, इसके अलावा उसकी गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की गई है। एक महिला सहित तीन आरोपितों को गिरफ्तारी कर लिया गया है और इधर पीड़िता के 164 के बयान के लिए न्यायालय ले जाया गया है।

गौरतलब है कि, 2 अप्रैल सोमवार को ललितपुर चाइल्ड लाइन की टीम 13 साल की नाबालिग किशोरी व उसकी मां को लेकर पुलिस अधीक्षक के पास पहुंची थी, जहां पीड़िता की मां ने पुलिस अधीक्षक को बताया था कि 22 अप्रैल को कस्बा पाली निवासी चंदन, राजभान, हरीशंकर व महेन्द्र चौरसिया द्वारा उसकी 13 वर्षीय नाबालिग पुत्री को बहला फुसलाकर भोपाल ले जाया गया, जहां पर उसकी पुत्री को तीन दिन लगातार स्टेशन के पास गलियों में छिपाकर रखे रहे और उसकी साथ लगातार रेप करते रहे।

25 अप्रैल को चारों लड़के उसकी पुत्री को थाने में दरोगा के पास छोड़कर भाग गये। दरोगा ने लड़की को उसकी मौसी को सौंप दिया। मौसी द्वारा लड़की को आरोपी चंदन की बहन ककड़ारी में दो दिन के लिए भेज दिया गया। 27 अप्रैल की सुबह थाने में लड़की को फिर से बुलाया गया। थाने में लड़की का बयान लिया गया और शाम हुई तो उसकी मौसी द्वारा लड़की को थानाध्यक्ष तिलकधारी सरोज द्वारा लड़की के साथ कमरे में ले जाकर रेप किया गया। बाद में लड़की को उसकी मौसी को सौंप दिया गया, जिसकी कोई भी सूचना लड़की के माता पिता को न मिली।

यही नहीं 30 अप्रैल को लड़की को पुनः थाने में बुलाया और थानाध्यक्ष द्वारा बच्ची को चाइल्ड लाइन के सुपुर्द किया गया, जब चाइल्ड लाइन में बच्ची की कांउसलिंग की गई तो बच्ची द्वारा यह सारी घटना बताई गई। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक के आदेश पर आरोपी थानाध्यक्ष पाली तिलकधारी सिंह सरोज, चन्दन, राजभान, हरीशंकर, महेन्द्र चौरसिया व एक महिला के विरूद्ध धारा 363, 376, 376बी, 120बी व पाक्सो एक्ट एवं एससी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था।

एडीजी ने पूरे पाली थाने को किया लाइन हाजिर

कानपुर जोन के एडीजी भानु भास्कर ने दुष्कर्म मामले में थाना प्रभारी के अलावा थाने की संलिप्तता के बाद पूरे पाली थाने को लाइन हाजिर कर दिया। एडीजी ने यह आदेश बुधवार जारी किया। उन्होंने डीआईजी झांसी जोगेंद्र कुमार को पूरे प्रकरण की जांच सौंपते हुए 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। थाने में तैनात पुलिस स्टाफ लाइन हाजिर होने वालों में 6 एसआई, 6 हेड कांस्टेबल, 10 आरक्षी, 5 महिला आरक्षी, 1 चालक और 1 फालोवर शामिल हैं।(हि.स.)

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