सूर्य किरण के 9 विमानों ने भी एक साथ आसमान में गर्जना की। उधर जमीन पर भारतीय सेना की तोपों व टैंकों की गर्जना हुई। रह-रहकर हो रहे धमाकों से ऐसा लग रहा था जैसे वृंदावन युद्ध का मैदान बन गया हो। कई लड़ाकू जहाज जहां आसमान में बिल्कुल नीचे से गुजर रहे थे वही हेलीकॉप्टर 5 फुट की ऊंचाई से जवानों को मोर्चा संभालने के लिए उतारकर युद्ध कौशल का परिचय दे रहे थे। दुश्मनों के दांत खट्टे करने के बाद कुछ ही समय में हेलीकॉप्टर से जवानों को एयर लिफ्ट करा लिया गया। इस अद्भुत नजारे को देखने के लिए वृंदावन में लोग अपने मकान व बिल्डिंग पर खड़े थे।