देश में कोरोना को मात देने के लिए वैक्सीन की महत्वपूर्ण भूमिका है, इसलिए ज्यादा से ज्यादा लोगों तक वैक्सीन पहुंचाने के लिए सरकार की ओर तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन इस बीच वैक्सीन की बर्बादी को लेकर कई खबरें आ रही हैं। कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी वैक्सीन की बर्बादी पर नाराजगी जताई थी। वहीं हाल ही में राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में भी कहा कि वैक्सीन की बर्बादी शून्य हो। क्या है वैक्सीन की बर्बादी और कैसे हो रही है, इस बारे में जानकारी के लिए पटना एम्स के डॉ. संजीव कुमार से खास बातचीत की।
एक वायल से 10 या 20 लोगों को दी जाती है वैक्सीन
डॉ. संजीव ने कहा कि वैक्सीन सिर्फ भारत के लिए ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के लिए बहुमूल्य है। वैक्सीन को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाना है। लेकिन अभी कुछ जगहों पर वैक्सीन बर्बाद हो रही है, इसका कारण है मल्टी डोज वायल, जैसे एक वायल से कम से कम 10 या 20 लोगों को वैक्सीन दी जाती है। एक वायल अगर खुल गया और उससे 20 लोगों को वैक्सीन देनी है और वहां 17 लोग हैं तो बाकी के 3 डोज नष्ट हो जाएंगे।
स्वास्थ्य कर्मी रखें ध्यान
इसके अलावा वैक्सीन का कार्यक्रम सुबह से शुरू होता है और करीब शाम 5 बजे तक चलता है, लेकिन अक्सर 3-4 बजे से ही लोगों की संख्या कम होने लगती है। ऐसे में अगर सेंटर पर पहले से कुछ लोग हैं और उन्हें वैक्सीन देने के लिए कोई वायल खुल गया और सेंटर पर 20 लोग न हों तो वो खराब हो जाता है। इसलिए स्वास्थ्य कर्मियों और वैक्सीन देने वालों से अपील है कि इस बात का ध्यान रखें कि वायल तभी खोलें जब उतने लोग वहां मौजूद हों। ये भी ध्यान रखना है कि वैक्सीन जहां स्टोर हो रहा या स्टॉक की जगह है वहां कोल्ड चेन न टूटे और बिजली की व्यवस्था बनी रहे।
रोजा में भी लगवा सकते हैं वैक्सीन
इस दौरान डॉ संजीव ने कई अन्य सवालों का भी जवाब दिया, एक सवाल में कि रोजा के वक्त वैक्सीन लगवाने पर कोई हानिकारक प्रभाव तो नहीं होगा? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि वैक्सीन का व्रत या रोजा से कोई सीधा संबंध नहीं है। अगर रोजा रखते हैं तो सुबह के समय में ही या फिर शाम के समय में वैक्सीन लें जब मौसम थोड़ा ठंडा हो। लेकिन डरने की बात नहीं है आप वैक्सीन ले सकते हैं। बता दें कि देश भर में अब तक 9.78 करोड़ से अधिक लोगों को वैक्सीन हो चुका है। वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने और लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए देशभर में 11 से 14 अप्रैल तक टीका उत्सव मनाया जाएगा।