स्टेशन से गुजरी सुपर फ़ास्ट एक्सप्रेस, धराशाई हुआ आरसीसी भवन का अगला हिस्सा
चांदनी । बुरहानपुर जिला मुख्यालय से 23 किमी दूर नेपानगर क्षेत्र के ग्राम चांदनी रेलवे स्टेशन का आरसीसी शेड बुधवार शाम अचानक गिर पड़ा। घटना शाम 4 बजे की बताई जा रही है। जब स्टेशन प्रबंधक ट्रेन को हरी झंडी दिखाने प्रबंधक कक्ष के बाहर निकले। जब यह हादसा हुआ, उन्होंने दूर भागकर अपनी जान बचाई। सूचना मिलनें पर नेपानगर.चांदनी सहित खंडवा और भुसावल का स्टॉफ मौके पर पहुंचा। दरअसल स्टेशन प्रबंधक प्रदीप कुमार पवार शाम 4 बजे स्टेशन से गुजर रही गाड़ी को हरी झंडी दिखाने ऑपरेटिंग कक्ष से बाहर निकले। वे गाड़ी को रवाना कर रहे थे कि उन्हें कुछ टूुटने की आवाज सुनाई दी। पीछे मुड़े तो शेड़ गिर रहा था। खुद को बचाने के लिए वे तत्काल दौड़कर बाहर निकले।
शेड के वजन से ऑपरेटिंग कक्ष की मुख्य दीवार भी धराशाही हो गई। अंदर के कमरे में चारों ओर मलबा बिखर गया। इसके बाद पवार ने नेपानगर और बुरहानपुर प्रबंधक को सूचना दी। इसके बाद अधिकारियों ने पहुंचकर व्यवस्था संहाली। इस कारण शाम सवा सात बजे तक करीब दर्जनभर ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ। वहीं क्षतिग्रस्त भवन को तोड़ने का काम भी शुरू कर दिया गया है। अधिकारियों के मुताबिक तत्काल नए भवन का निर्माण शुरू कराया जा रहा है। स्टेशन पर हुई घटना के चलते खंडवा की ओर जाने वाली 7 और बुरहानपुर की ओर जाने वाली 1 गाड़ी को रोका गया। इसके बाद नेपानगर स्टेशन प्रबंधक एएस नागवंशी सहित 5 डिप्टी स्टेशन प्रबंधकों ने पहुचंकर दोबारा गाडिय़ों का आवागमन शुरू कराया। उनके साथ आरपीएफ जीआरपी सहित नेपानगर चांदनी स्टेशन के कर्मचारी राहत कार्य में जुटे।
घटना के बाद रेलवे कर्मचारियों ने तत्काल राहत कार्य शुरू कर दिया। अधिकारियों ने प्लेट फार्म नंबर 1 पर टेबल कुर्सी लगाकर अस्थाई कार्यालय बनाया। करीब एक घंटे तक विभिन्न कर्मचारियों ने संयुक्त कार्य कर टेलीफोन कनेक्शन शुरू किया। इसके बाद अधिकारियों ने गाडिय़ों का आवागमन शुरू कराया। उन्होंने कहा कि अभी अस्थाई रूप से यहीं से गाडिय़ां चलाई जाएगी। एतिहात के तौर पर गैंग मेन को ट्रेक के दोनों ओर तैनात किया गया है।
गनिमत थी कि घटना के दौरान स्टेशन प्रबंधक के अलावा परिसर में कोई नहीं था। आम तौर पर यात्रियों एवं कर्मचारियों से भरा रहने वाला चांदनी का स्टेशन लॉकडाउन के चलते खाली था। जिसके कारण यहां कोई बड़ी घटना नहीं हुई। लेकिन फिर भी रेलवे प्रबंधन का ऑपरेटींग पैनल पर मलबा गिरने से पैनल धराशाही हुआ। साथ ही कार्यालय में रखी अन्य ऑपरेंटिंग सामाग्री को भी नुकसान हुआ है।
घटना के बाद रेलवे के तकनिकी और सुरक्षा विभाग सहित अन्य सभी विभागों के अधिकारी देर शाम तक मौके पर पहुंचे। लेकिन अब तक उन्हें घटना के कारणों का पता नहीं चल पाया है। विभाग के अधिकारियों ने कहा कि घटना के कारणों का पता लगाना जांच का विषय है। फिल्हाल राहत कार्य पर ध्यान दिया जा रहा है।
पहुंचे एडीआरएम, व्यवस्था सुधारनें का दिया कर्मचारियों को निर्देश
घटना के बाद शाम 6.30 बजे एडीआरएम मनोज कुमार सिन्हा पहुंचे। उन्होंने व्यवस्थाओं का जायजा लेकर कर्मचारियों को आवश्यक सुधार के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्टेशन पर जल्द सुधार कार्य शुरू कराए। विभाग अब जेसीबी से भवन के सामने की दीवार तोड़कर इसकी मरम्मत शुरू करेंगा। लेकिन तब तक स्टेशन से गुजरने वाली हर गाड़ी को एक.एक कर निकाला जाएगा।
भुसावल रेल मंडल के पीआरओ जीवन चौधरी ने कहा – स्टेशन परिसर में हुई घटना की जानकारी मिली है। कुछ समय के लिए गाडिय़ों का आवागमन बाधित हुआ था। लेकिन कर्मचारियों ने तत्परता दिखाते हुए जल्द व्यवस्था सुधारी। एतिहात के तौर पर एक.एक कर गाडिय़ां निकाली जा रही है