मल्हनी उप चुनाव क्षेत्र के चप्पे-चप्पे पर कड़ी निगरानी के पुख्ता बंदोबस्त
एडीजी वाराणसी जोन भी पहुंचे क्षेत्र में, सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा और सख्त दिशानिर्देश
जौनपुर। अपर पुलिस महानिदेशक वाराणसी जोन बृजभूषण ने मतदान के एक दिन पहले सोमवार को मल्हनी विधान सभा क्षेत्र में मतदान के लिए बनाए गये बूथों का भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। एडीजी के साथ इस दौरान पुलिस अधीक्षक राजकरन नय्यर और अन्य पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे। मल्हनी विधान सभा उप चुनाव को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए किए गये सुरक्षा प्रबंधों की एडीजी ने गहन समीक्षा की। जिले के पुलिस अधिकारियों ने उन्हें ब्रीफिंग की। जनपद के बार्डर को सील कर सघन चेंकिंग के आदेश दिये गये हैं। चुनाव में लगे पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को निष्पक्ष और बाधारहित मतदान सुनिश्चत करने के लिए आवश्यक आदेश निर्देश दिये गये हैं।
उप चुनाव क्षेत्र में शान्तिपूर्ण मतदान के लिए कड़ी सुरक्षा के बंदोबस्त किए गए हैं। तीन कंपनी अर्ध सैनिक बल और इतनी ही पीएसी के अलावा 3500 पुलिस बल तैनात किया गया है। इनके अलावा दो अपर पुलिस अधीक्षक, नौ सीओ की तैनाती की गई है। इसमें छह सीओ जिले के और तीन बाहर के होंगे। 3500 पुलिस फोर्स में 185 उप निरीक्षक और 241 होमगार्ड बाहर जिले से आए हैं। कुल 168 संवेदनशील बूथों पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। अधिक निगरानी की जरूरत वाले बूथों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाने की सूचना मिली है। संवेदनशील बूथों पर पांच की संख्या में अर्धसैनिक बल और पीएसी के जवान तैनात रहेंगे। अन्य बूथों पर एक एसआई, दो सिपाही और पीएसी के जवान तैनात रहेंगे। पीएसी और अर्ध सैनिक बल को मिलाकर उड़न दस्ते भी बनाए गए हैं जो हर 15 से 20 मिनट पर बूथों पर चक्रमण करते रहेंगे। डीएम और एसपी मतदान के दौरान पूरे समय तक खुद क्षेत्र में रहकर पूरी सुरक्षा व्यवस्था पर निगरानी रखेंगे। एएसपी ग्रामीण त्रिभुवन सिंह ने बताया कि मतदान के 24 घंटे पहले ही मल्हनी की सीमा को सील कर दिया गया है। इसके लिए 21 स्थानों फर बैरियर लगे हैं। सभी बैरियर पर दरोगा और चार सिपाही की तैनाती है। जिले की सभी शराब की दुकानों को मतदान के दो दिन पहले से ही बंद करवा दिया गया था यह दुकाने मतदान समाप्त होने के बाद ही खोलने के आदेश हैं। पुलिस चुनाव क्षेत्र ही नहीं बल्कि पूरे जिले में सख्त निगरानी कर रही है। समझा जा रहा है कि इस चुनाव में माफिया तत्वों की गहरी दिलचस्पी को ध्यान में रखकर व्यापक बंदोबस्त की जरूरत समझी गई है।