सैमसंग ने दिया चीन को झटका, अब यूपी में करने वाली है 4825 करोड़ का निवेश
मोबाइल-आईटी डिस्प्ले यूनिट को चीन से भारत शिफ्ट करेगी कंपनी
लखनऊ : दुनिया की दिग्गज इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों में शुमार सैमसंग चीन को जोरदार झटका दिया है। स्मार्टफोन बनाने वाली दक्षिण कोरिया की ये दिग्गज कंपनी अब अपनी मोबाइल और आईटी डिस्प्ले यूनिट को चीन से भारत शिफ्ट करेगी। उत्तर प्रदेश सरकार ने यह जानकारी दी है।
जानकारी के अनुसार यह यूनिट दिल्ली से सटे नोएडा में स्थापित की जाएगी। कंपनी इसके लिए 4825 करोड़ रुपये निवेश करेगी। सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई कैबिनेट की बैठक में सैमसंग डिस्प्ले नोएडा प्राइवेट लिमिटेड के लिए विशेष उपायों को मंजूरी दी गई। राज्य सरकार के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि सैमसंग का भारत में यह पहला हाई-टेक्नीक प्रोजेक्ट है। भारत दुनिया में तीसरा देश होगा जहां इस तरह की यूनिट होगी।
लोगों को मिलेगा रोजगार
चीन से विस्थापित होकर उत्तर प्रदेश आ रही इस परियोजना को पूंजी उपादान के लिए भारत सरकार द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार स्थिर पूंजी निवेश में पुरानी मशीनों की लागत को भी अनुमन्य किया जायेगा। इस परियोजना के लिए प्रदेश सरकार पर 5 वर्षों की अवधि में 250 करोड़ रुपये का वित्तीय उपाशय अनुमानित है। इस इकाई में करीब डेढ़ हजार लोगों को सीधे तौर पर रोजगार मिलेगा।
ड्यूटी में छूट की अनुमन्यता
कंपनी को भारत सरकार की योजना `स्कीम फॉर प्रोमोशन ऑफ मैन्युफैक्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रानिक कम्पोनेन्ट्स एण्ड सेमीकण्डक्टर्स` के अन्तर्गत भी लगभग 460 करोड़ रुपये का वित्तीय प्रोत्साहन भी प्राप्त होगा। वहीं, उत्तर प्रदेश कैबिनेट के निर्णयानुसार सैमसंग डिसप्ले नोएडा प्राइवेट लिमिटेड को उ.प्र. इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण नीति -2017 के तहत पूंजी उपादान, भूमि हस्तान्तरण पर स्टाम्प ड्यूटी में छूट की अनुमन्यता होगी।
5 साल में दोगुना निर्यात का लक्ष्य
विश्व में टीवी, मोबाइल फोन, टैबलेट, घड़ियों आदि में उपयोग होने वाले कुल डिस्प्ले उत्पाद का 70 प्रतिशत से अधिक सैमसंग द्वारा दक्षिण कोरिया, वियतनाम तथा चीन में निर्मित होता है। डिस्प्ले इकाईयों का प्रस्तावित निवेश मूल उत्पाद का एक ज्यादा लागत वाला हाई टेक्नोलॉजी कम्पोनेन्ट है, जो बीच की सप्लाई चेन की कड़ी को पूर्ण करने के लिये तथा भविष्य में प्रदेश में डिस्प्ले से सम्बन्धित फैब इकाई की स्थापना हेतु यह इकाई एक मील का पत्थर साबित होगी। विगत वित्तीय वर्ष में 27 बिलियन डॉलर के निर्यात के साथ मेसर्स सैमसंग उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ा निर्यातक है। सैमसंग ग्रुप ने अगले पाँच वर्षों में कुल 50 बिलियन डालर का निर्यात लक्ष्य रखा है।