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बादल फटने से अब तक 16 लोगों की मौत, 62 लापता,ITBP ने 15 हजार लोगों को निकाला सुरक्षित

अमरनाथ । कश्मीर में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने के बाद आई बाढ़ में कई लोग बह गए। इस घटना में अब तक 16 लोगों की मौत हो गई है, वहीं 62 लोग लापता हैं। हादसे के बाद अमरनाथ यात्रा को रोक दिया गया है। हालात सामान्य होने के बाद फिर से यात्रा शुरू होगी। हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। भारतीय सेना, एनडीआरएफ, आईटीबीपी, जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं।

अमरनाथ यात्रा के लिए पहुंचे तीर्थ यात्रियों की मदद में आईटीबीपी के जवान जुटे हुए हैं। बचाव दल ने रेस्क्यू करके बाढ़ में फंसे लोगों को निकाला। इस हादसे में घायल लोगों का उपचार किया जा रहा है। बता दें कि शुक्रवार को अमरनाथ में बादल फटने के बाद भगदड़ मची थी। इस हादसे में कई लोग हुए घायल हुए।भगदड़ का एक वीडियो भी सामने आया है।इसके अलावा अमरनाथ में रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए सेना के हेलीकॉप्टरों को उतारा गया। गंभीर मरीजों को तुरंत शिफ्ट करने की तैयारी की गई। पुलिस और एनडीआरएफ अधिकारियों ने बताया कि इस घटना में कई टेंट तथा सामुदायिक रसोईघर नष्ट हो गए।

कश्मीर प्रशासन के एक अधिकारी ने बातया कि इस त्रासदी के कारण अमरनाथ यात्रा निलंबित कर दी गयी है तथा उसे बहाल का निर्णय बचाव अभियान पूरा हो जाने के बाद ही लिया जाए। अमरनाथ यात्रा तीन जून को शुरू हुई थी। एनडीआरएफ के निदेशक जनरल अतुल करवार ने बताया कि इस बल की एक टीम पहले से ही प्रभावित क्षेत्र में है तथा बरारी मार्ग एवं पंचतरणी से एक-एक और टीम वहां पहुंच गई है।(वीएनएस)

अमरनाथ से आईटीबीपी ने 15 हजार लोगों को निकाला सुरक्षित

अमरनाथ गुफा के समीप शुक्रवार शाम अचानक बादल फटने की वजह से आए बाढ़ में 16 लोगों की मौत हो गई। वहीं अमरनाथ यात्रा हादसे के बाद स्वास्थ्य विभाग को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के प्रवक्ता विवेक पांडेय ने बताया कि आईटीबीपी ने अमरनाथ से अबतक करीब 15,000 लोगों को सुरक्षित निकाला है।पांडेय ने कहा कि घायल मरीजों के बेहतर इलाज की व्यवस्था की गई है। बाढ़ की वजह से पवित्र गुफा क्षेत्र के पास फंसे अधिकांश श्रद्धालुओं को पंजतरणी में भेज दिया गया है।हालात को देखते हुए स्वास्थ्य सेवा निदेशालय, कश्मीर ने कर्मचारियों के सभी अवकाश रद्द कर दिए और उन्हें तुरंत ड्यूटी पर रिपोर्ट करने का निर्देश दिया है। फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन अभी जारी है।(हि.स.)।

अमरनाथ गुफा के पास बचाव अभियान रातभर जारी रहा

जम्मू कश्मीर स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा मंदिर के पास बचाव अभियान रात भर जारी रहा और सेना के हेलीकॉप्टरों द्वारा छह तीर्थयात्रियों को वहां से निकाला गया। यह जानकारी अधिकारियों ने शनिवार को दी।दक्षिण कश्मीर स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा के पास शुक्रवार शाम को बादल फटने से आयी आकस्मिक बाढ़ के कारण कई लोग बह गये एवं कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई।

अधिकारियों के अनुसार, भारी बारिश के बीच शुक्रवार शाम करीब साढ़े पांच बजे बादल फटा तथा पहाड़ की ढलानों से पानी एवं गाद की मोटी धारा घाटी की ओर बहने लगी। अधिकारियों के अनुसार, तीर्थस्थल के बाहर स्थित आधार शिविर में पानी घुस गया, जिससे 25 टेंट और तीन सामुदायिक रसोई क्षतिग्रस्त हो गई, जहां तीर्थयात्रियों को भोजन परोसा जाता है।

अमरनाथ गुफा के पास बादल फटा, 13 श्रद्धालुओं की मौत,40 लोगों के बहने की आशंका

एक अधिकारी ने शनिवार को कहा, ‘‘आज सुबह हवाई बचाव अभियान शुरू किया गया और छह तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकाला गया। मरीजों को नीलागरार हेलीपैड पहुंचाया जा रहा है जहां पर सैन्य चिकित्सा दल उनका इलाज कर रहे हैं और उन्हें फिर आगे भेजा जा रहा है।’’सेना के अधिकारी ने कहा कि पर्वतीय बचाव दल और गश्ती दल लापता लोगों की तलाश कर रहे हैं।शुक्रवार को एक अधिकारी ने कहा कि करीब 40 लोग लापता हैं जबकि पांच को बचा लिया गया है।

केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन और श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) ने बादल फटने से प्रभावित हुए लोगों के परिवारों की मदद के लिए चार टेलीफोन नंबर जारी किये हैं।प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा कि 30 जून से शुरू हुई अमरनाथ यात्रा त्रासदी के बाद स्थगित कर दी गई है और बचाव अभियान खत्म होने के बाद इसे फिर से शुरू करने पर फैसला किया जाएगा।(भाषा)

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